गजानन रैना साहित्यानुरागी हैं। साहित्य के विभिन्न पहलुओं पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखते रहते हैं।आज वह अपने खास अंदाज में एक रचनाकर के विषय में बता रहे हैं? बताइए तो वह कौन था?
वे एक सदी से भी पहले पैदा हुईं थीं। उन्होंने एक परंपरावादी परिवार में जन्म लिया था।
किशोरावस्था में उनका दृढ विश्वास था वायवीय प्रेम पर। बाद में भी उनकी स्पष्ट सोच थी कि दैहिक कामनाएँ प्रेम की शुचिता को विकृत करतीं थीं, लेकिन जिंदगी ने कुछ ऐसी दिल्लगी की उनके साथ कि वो बिल्कुल विपरीत दिशा में चल दीं।
वे कहानियाँ लिखने लगीं माँसल प्रेम की, दुर्निवार शारीरिक आकर्षण की, मनुष्य में अंतर्निहित पशुता की।
उन्होंने लिखीं कहानियाँ प्रेम की, नेह की। उस नेह की जो देह का निषेध नहीं करता था।
उन्होंने लिखा उस आदिम आकर्षण के बारे में, जो कोई वर्जनाएँ नहीं जानता, नैतिकता नहीं जानता, सामाजिकता नहीं जानता।
उन्होंने इरोटिका लिखीं, तब जब अभी गिने चुने लोग थे जो इसके बारे में जानते, समझते थे। उन्होंने लिखा पीडोफाइल्स के बारे में और उन्होंने लिखा इनसेस्ट के बारे में।
उन्होंने लिखा हिंसक प्रेम के बारे में, आत्मपीड़न ( माॅसोचिज्म) के बारे में और लिखा परपीड़न ( सैडिज्म) के बारे में, तब जब अभी इनकी चर्चा भी विरल थी।
कौन थीं वो ?
वो सोलह साल की थीं, जब उन्हें प्यार हुआ। वो उनका कजिन था। वो चाहती थीं कि इस रिश्ते को प्रेम समझ सके, लेकिन यह असम्भव था।
वो अपने कजिन को प्यार करती थीं जो उनका शरीर मात्र चाहता था। उन्होंने ऊब कर शरीर उसके हवाले कर दिया, लेकिन वो कभी इससे सहमत नहीं हो पाईं। इस मानसिक कशमकश में वो बीमार पड़ गयीं।
फिर इस बीमार शख्स ने लिखना शुरू किया। उन्होंने कहानियाँ लिखीं और क्या खूब लिखीं।
उन्होंने लिखीं प्रेम को झुठलाती कहानियाँ।
उन्होंने लिखीं जबरदस्त इरोटिक कहानियाँ।
जिस विक्टोरियन समय से उनकी मुठभेड़ थी, जिस वक्त में लोग आरामकुर्सी के पैरों में मोजे पहना रहे थे, वो लिख रही थीं इनसेस्ट और पीडोफाइल्स ( बाल यौन शोषणकर्ता) पर, सैडिस्ट और माॅसोचिस्ट वृत्तियों प।
उनका नाम था, अनाइस निन!

पुनश्च :- कृष्ण बलदेव वैद जी की ‘अब्र क्या चीज है, हवा क्या है?‘ पढ़ना सहयोगी होगा।
लेखक परिचय:

गजानन रैना बनारस से हैं। वह पढ़ने, लिखने, फिल्मों व संगीत के शौकीन हैं और इन पर यदा कदा अपनी खास शैली में लिखते भी रहते हैं।
एक बुक जर्नल में मौजूद उनके अन्य आलेख: गजानन रैना
नोट: आप भी साहित्य और साहित्यकारों से संबंधित अपने आलेख हमें प्रकाशित होने के लिए भेज सकते हैं। आलेख भेजने के लिये contactekbookjournal@gmail.com पर हमें संपर्क करें।