
कहानी: फंदा – आचार्य चतुरसेन शास्त्री
सन् १९१७ का दिसम्बर था। भयानक सर्दी थी। दिल्ली के दरीबे-मुहल्ले की एक तंग गली में एक अँधेरे और गंदे मकान में तीन प्राणी थे। कोठरी के एक कोने में …
कहानी: फंदा – आचार्य चतुरसेन शास्त्री Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
सन् १९१७ का दिसम्बर था। भयानक सर्दी थी। दिल्ली के दरीबे-मुहल्ले की एक तंग गली में एक अँधेरे और गंदे मकान में तीन प्राणी थे। कोठरी के एक कोने में …
कहानी: फंदा – आचार्य चतुरसेन शास्त्री Read Moreबाबू प्रेमपूर्ण कथावाचक के मित्र हैं। रोमांस का उन्हें शौक है। जब एक युवती ‘तरंग’ का उनको पत्र आता है तो क्या होता है यही इस कहानी में देखने को मिलता है। आप भी पढ़ें सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की कहानी प्रेमपूर्ण तरंग।
कहानी: प्रेमपूर्ण तरंग – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ Read Moreकिस तरह न्यायवयस्था में सच के बजाए ताकतवर को तरजीह दी जाती है और कैसे न्याय के रक्षक अपनी सहूलियत के लिए न्याय के साथ खिलवाड़ करते हैं यह सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की कहानी ‘न्याय’ को पढ़कर जाना जा सकता है।
कहानी: न्याय – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ Read Moreहीना को लोग उन्मादिनी कहते हैं। ऐसा उसे क्यों कहा जाता है? जानने के लिए पढ़िए सुभद्रा कुमारी चौहान की कहानी ‘उन्मादिनी’
कहानी: उन्मादिनी – सुभद्रा कुमारी चौहान Read Moreआतंक’ एस सी बेदी द्वारा लिखी गई एक लघु-कथा है। यह कथा कश्मीर की पृष्ठभूमि पर लिखी गयी है। स सी बेदी द्वारा लिखी गयी यह लघु-कथा उनके द्वारा लिखे गये रोमांचक उपन्यास ‘नकाब नोचने वाले ‘में प्रकाशित हुई थी।
कहानी: आतंक – एस सी बेदी Read More