मानवीय जीवटता का समय के प्रहार के विरुद्ध संघर्ष – फ्लेमेंको और बुलफाइट

लंदननामा: मानवीय जीवटता का समय के प्रहार के विरुद्ध संघर्ष – फ्लेमेंको और बुलफाइट

फ्लेमेंको और बुलफाइट स्पेन की संस्कृति का अभिन्न अंग है। इन दोनों अंगों विशेषकर फ्लेमेंको और उसके इतिहास के ऊपर लेखक संदीप नैयर इस लेख में बता रहे हैं। उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आएगा।

लंदननामा: मानवीय जीवटता का समय के प्रहार के विरुद्ध संघर्ष – फ्लेमेंको और बुलफाइट Read More
पुस्तक टिप्पणी: शर्तिया इश्क - शकील समर

पुस्तक टिप्पणी: शर्तिया इश्क – शकील समर

‘शर्तिया इश्क’ शकील समर का उपन्यास है। उपन्यास अंजुमन प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है। एक बुक जर्नल पर पढ़ें लेखक संदीप नैयर की इस उपन्यास पर टिप्पणी।

पुस्तक टिप्पणी: शर्तिया इश्क – शकील समर Read More
पुस्तक टिप्पणी: अश्वत्थामा- यातना का अमरत्व - अनघा जोगलेकर | डॉ. कुमारसम्भव जोशी

पुस्तक टिप्पणी: अश्वत्थामा- यातना का अमरत्व – अनघा जोगलेकर | डॉ. कुमारसम्भव जोशी

‘अश्वत्थामा: यातना का अमरत्व’ अनघा जोगलेकर का अश्वतथामा पर केंद्रित लघु-उपन्यास है। पढ़ें पुस्तक पर लिखी डॉ कुमारसम्भव जोशी की लिखी यह टिप्पणी।

पुस्तक टिप्पणी: अश्वत्थामा- यातना का अमरत्व – अनघा जोगलेकर | डॉ. कुमारसम्भव जोशी Read More
पंडी ऑन द वे - दिलीप कुमार

व्यंग्य: पंडी ऑन द वे – दिलीप कुमार

पुस्तक मेलों की अपनी एक अलग धमक होती है। अलग-अलग तरह के लोग वहाँ आते हैं। सबके अपने प्रयोजन होते हैं। पाठक,लेखक, प्रकाशक तो मौजूद रहते ही हैं लेकिन इनके अतिरिक्त भी कुछ लोग होते हैं जो पुस्तक मेलों में बहुदा देखे जाते हैं। लेखक दिलीप कुमार का व्यंग्य ‘पंडी ऑन द वे’ पुस्तक मेलों में मौजूद एक ऐसे ही चरित्र पर चिकोटी काटता है। आप भी पढ़ें।

व्यंग्य: पंडी ऑन द वे – दिलीप कुमार Read More
लेखक संदीप नैयर से रितिक चौहान की बातचीत

हिंदी साहित्य पर ऋतिक चौहान से प्रश्नोत्तरी

ऋतिक चौहान से एक प्रश्नोत्तरी हुई जिसमें उन्होंने लेखक संदीप नैयर से बहुत ही मौजूँ और सधे हुए सवाल पूछे। आप भी पढ़िए।

हिंदी साहित्य पर ऋतिक चौहान से प्रश्नोत्तरी Read More