लेखिका नीरजा माधव के उपन्यास अनुपमेय शंकर को चीन के ग्वांगतोंग विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। वहाँ हिन्दी के स्नातक के छात्र इस उपन्यास की पढ़ाई अपने पाठ्यक्रम में करेंगे।
हिंदुस्तान में छपी खबर के अनुसार पाठ्यक्रम निर्माण समिति के सचिव एवं ग्वांगतोंग विश्वविद्यालय के साउथ एशियन अध्ययन विभाग के हिंदी के असिस्टेंट प्रोफेसर विवेक मणि को डॉ. माधव इसकी अनुमति दे दी है।
बताते चलें नीरजा माधव का उपन्यास अनुपमेय शंकर आदि शंकराचार्य के जीवन पर आधारित है। इस उपन्यास में उनके जीवन के अनछुए पहलुओं को लेखिका ने उकेरा है।
ज्ञात हो 15 मार्च 1962 को ग्राम कोतवालपुर जौनपुर में जन्मी नीरजा माधव ने एम ए (अंग्रेजी), बी एड और पीएचडी किया है। वह कहानियाँ, उपन्यास, कवितयाएँ इत्यादि लिखती रही हैं। उनके कई रचनाओं का अनुवाद भी हो चुका है और इससे पहले भी उनकी रचनाएँ पाठ्यक्रमों में शामिल हो चुके हैं।