
कहानी: संदेह – जयशंकर प्रसाद
रामनिहाल अपना बिखरा हुआ सामान बाँधने में लगा था। जँगले से धूप आकर उसके छोटे-से शीशे पर तड़प रही थी। अपना उज्ज्वल आलोक-खंड, वह छोटा-सा दर्पण बुद्ध की सुंदर प्रतिमा …
कहानी: संदेह – जयशंकर प्रसाद Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
रामनिहाल अपना बिखरा हुआ सामान बाँधने में लगा था। जँगले से धूप आकर उसके छोटे-से शीशे पर तड़प रही थी। अपना उज्ज्वल आलोक-खंड, वह छोटा-सा दर्पण बुद्ध की सुंदर प्रतिमा …
कहानी: संदेह – जयशंकर प्रसाद Read Moreजयदीप शेखर खुद को रेखाचित्र, छायाचित्र, शब्दचित्र का एक शौकिया चितेरा कहते हैं लेकिन उनके पाठक उनको बांग्ला से हिंदी में किए गए उनके अनुवादों के माध्यम से जानते हैं। बांग्ला …
साक्षात्कार: अनुवादक जयदीप शेखर से एक बातचीत Read More‘स्वप्न’ विकास नैनवाल की लिखी एक लघु-कथा है। यह लघु-कथा लेखक के रचना संग्रह ‘एक शाम तथा अन्य रचनाएँ’ से ली गयी है।
लघु-कथा: स्वप्न – विकास नैनवाल ‘अंजान’ Read Moreगजानन रैना साहित्यानुरागी हैं। साहित्य के विभिन्न पहलुओं पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखते रहते हैं। उन्होंने लेखक रवि बुले के उपन्यास ‘दलाल की बीवी’ पर एक टिप्पणी लिखी …
समाज की निर्मम सच्चाइयों और इंसान के ओछेपन का एक कोलाज है ‘दलाल की बीवी’ Read More‘अँगूठी की खोज’ सुभद्रा कुमारी चौहान की कहानी है। अपने वैवाहिक जीवन से असन्तुष्ट योगेश को एक बार पार्क में एक स्त्रियों का समूह मिल जाता है। उस समूह में मौजूद एक स्त्री वृजांगना की अँगूठी जब खो जाती है तो योगेश उसे उस अँगूठी को ढूँढकर लांकर देने का वादा करता है। अँगूठी की यह खोज जिस थर से इन दोनों किरदारों के जीवन को बदलती है वही कहानी बनती है।
कहानी: अँगूठी की खोज – सुभद्रा कुमारी चौहान Read More1 झोपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के सामने चुपचाप बैठे हुए हैं और अंदर बेटे की जवान बीवी बुधिया प्रसव-वेदना में पछाड़ खा …
कहानी: कफ़न – प्रेमचंद Read Moreसन् १९१७ का दिसम्बर था। भयानक सर्दी थी। दिल्ली के दरीबे-मुहल्ले की एक तंग गली में एक अँधेरे और गंदे मकान में तीन प्राणी थे। कोठरी के एक कोने में …
कहानी: फंदा – आचार्य चतुरसेन शास्त्री Read Moreगजानन रैना साहित्यानुरागी हैं। साहित्य के विभिन्न पहलुओं पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखते रहते हैं।उन्होंने जेम्स जॉयस के प्रसिद्ध उपन्यास यूलिसीस पर टिप्पणी लिखी है। इस लेख में …
रैना उवाच: जेम्स जॉयस के ‘यूलिसीस’ पर कुछ बातें Read Moreलेखिका गीतांजलि श्री को वर्ष 2022 का राम आडवाणी पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन्हें लखनऊ एक्स्प्रेशन सोसाइटी द्वारा आयोजित रूपक के दस वर्ष पूरे होने के अवसर पर …
गीतांजलि श्री को मिला वर्ष 2022 का राम आडवाणी अवॉर्ड Read MoreBy Swapnildixit – Own work, CC BY-SA 4.0 प्रख्यात कथाकार, रंग समीक्षक और नाटककार हृषीकेश सुलभ को वर्ष 2022 का आनन्द सागर स्मृति कथाक्रम सम्मान दिए जाने की घोषणा …
हृषीकेश सुलभ को मिला 30 वाँ आनन्द सागर स्मृति कथाक्रम सम्मान Read More