समाज की निर्मम सच्चाइयों और इंसान के ओछेपन का एक कोलाज है ‘दलाल की बीवी’
गजानन रैना साहित्यानुरागी हैं। साहित्य के विभिन्न पहलुओं पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखते रहते हैं। उन्होंने लेखक रवि बुले के उपन्यास ‘दलाल की बीवी’ पर एक टिप्पणी लिखी …
समाज की निर्मम सच्चाइयों और इंसान के ओछेपन का एक कोलाज है ‘दलाल की बीवी’ Read More