
कहानी: ठाकुर का कुआँ – प्रेमचंद
जोखू की तबीयत खराब थी और इसलिए घर का गंदा पानी उसे गंगा देना नहीं चाहती थी। वह प्यासा था और इसलिए गंगा ने फैसला किया कि ठाकुर के कुएँ से वह पानी लायेगी।
पढ़ें कथा सम्राट प्रेमचंद की कहानी ‘ठाकुर का कुआँ’।
साहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
जोखू की तबीयत खराब थी और इसलिए घर का गंदा पानी उसे गंगा देना नहीं चाहती थी। वह प्यासा था और इसलिए गंगा ने फैसला किया कि ठाकुर के कुएँ से वह पानी लायेगी।
पढ़ें कथा सम्राट प्रेमचंद की कहानी ‘ठाकुर का कुआँ’।
देवनिवास और अमरनाथ साइकल पर निकले थे कि देवनिवास एक बूढ़े से टकरा गया। बूढ़े के साथ उसकी बेटी नीरा भी थी। फिर परिस्थिति कुछ ऐसी बन पड़ी कि देवनिवास और अमरनाथ बूढ़े की कुटिया पर पहुँच गए। आगे जानने के लिए पढ़ें जयशंकर प्रसाद की कहानी ‘नीरा’।
कहानी: नीरा – जयशंकर प्रसाद Read Moreसाहित्य अकादमी द्वारा आयोजित पुस्तक मेला पुस्तकायान 6 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच साहित्य अकादमी के परिसर रवींद्र भवन 35 फिरोजशाह मार्ग नई दिल्ली में लगा रहेगा।
6 दिसंबर से लेकर 15 दिसंबर तक रहेगा साहित्य अकादमी पुस्तक मेला ‘पुस्तकायान’ Read Moreलेखक सत्य व्यास हिंदी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक हैं। उनका नवीनतम उपन्यास जल्द ही प्रकाशित होने को है। उपन्यास अनबाउंड स्क्रिप्ट द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।
आ रहा है लेखक सत्य व्यास का नवीन उपन्यास Read More‘कायापलट’ लेखक अशफाक अहमद का लिखा उपन्यास है। यह डेविड फ्रांसिस शृंखला का पहला उपन्यास है।
पुस्तक अंश: कायापलट Read More‘विधवा का पति’ लेखक वेद प्रकाश शर्मा का लिखा उपन्यास है। उपन्यास रवि पॉकेट बुक्स द्वारा प्रकाशित किया गया है।
पुस्तक टिप्पणी: विधवा का पति – वेद प्रकाश शर्मा Read More‘जादुई अँगूठी’ लेखिका मंजरी शुक्ला द्वारा लिखित बाल उपन्यास है। पुस्तक फ्लाईड्रीम्स प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गयी है।
पुस्तक टिप्पणी: जादुई अँगूठी – डॉ. मंजरी शुक्ला | फ्लाईड्रीम्स प्रकाशन Read More‘महनपुर के नेता’, ‘गाँव वाला अंग्रेजी स्कूल’ और ‘हाथिस्थान’ के बाद लेखक प्रांजल सक्सेना का किशोर उपन्यास ‘भूतिया मास्साब’ फ्लाईड्रीम्स पब्लिकेशन से प्रकाशित होकर आया है। इस उपलक्ष्य में उन्होंने एक बुक जर्नल से उनके लेखन, उनकी नवीन पुस्तक और आने वाली पुस्तकों पर बातचीत की है। उम्मीद है यह बातचीत आपको पसंद आएगी।
अच्छा भूत बनने का प्रशिक्षण भी देती है ‘भूतिया मास्साब’; ‘भूतिया मास्साब’ के लेखक प्रांजल सक्सेना से बातचीत Read Moreलेखक देवेन्द्र प्रसाद अपने पारलौकिक उपन्यासों के लिए जाने जाते हैं। ‘खौफ… कदमों की आहट’, ‘रहस्यमयी सफर’, ‘कब्रिस्तान की चुड़ैल’, ‘लौट आया नरपिशाच’ इत्यादि उनके द्वारा लिखे गए कुछ उपन्यास हैं। एक बुक जर्नल पर पढ़ें उनकी एक कहानी ‘खूनी चंडालन’।
कहानी: खूनी चंडालन – देवेन्द्र प्रसाद Read Moreरांगेय राघव हिंदी के लेखक थे। उन्होंने अपने जीवन में उपन्यास, कहानियाँ, रिपोर्ताज, अनुवाद किया। वह अपने विपुल लेखन के लिए जाने जाते हैं। पढे उनकी कहानी ‘पेड़’।
कहानी: पेड़ – रांगेय राघव Read Moreप्रतिष्ठित आलोचक रामविलास शर्मा की 112वीं जयन्ती पर उनकी स्मृति में राजकमल प्रकाशन की ओर से गुरुवार शाम कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर पाँच खंडों में प्रकाशित उनकी रचनावली के दूसरे भाग ‘भाषा और भाषाविज्ञान’ का लोकार्पण हुआ।
हिंदी आलोचना की जीवंत बहसों के केंद्र थे रामविलास शर्मा Read Moreअशफाक़ अहमद का उपन्यास लिलिथियंस को केंद्र में रखकर लिखा गया है। आखिर कौन थे ये लिलिथियंस? उनका मकसद क्या था?
यह तो आप उपन्यास पढ़कर ही जान पाएँगे लेकिन फिलहाल एक बुक जर्नल पर पढ़िए लिलिथियंस का पहला अध्याय। उम्मीद है यह अंश आपको पसंद आएगा।