आँखों देखी घटना - गोपाल राम गहमरी

कहानी: आँखों देखी घटना – गोपाल राम गहमरी

1 बात सन् 1893की है, जब मैं बंबई से लौटकर मंडला में पहले-पहल पहुँचा था। वहाँ मेरे उपकारी मित्र पंडित बालमुकुंद पुरोहित तहसीलदार थे। उन्हीं की कृपा से मैं मंडला …

कहानी: आँखों देखी घटना – गोपाल राम गहमरी Read More
मालगोदाम में चोरी - गोपाल राम गहमरी

कहानी: मालगोदाम में चोरी – गोपाल राम गहमरी

‘मालगोदाम में चोरी’ लेखक गोपाल राम गहमरी की लिखी अपराध कथा है। डुमराँव के बंद मालगोदाम से जब कपड़ों की गठरी की चोरी हुई तो सभी भौंचक्के रह गए। डुमराँव के राजा के माल था तो हलचल मचना लाजमी था। चोर माल ले उड़ा था और छोड़ गया केवल कुछ खर, कुछ पत्थर, कुछ ईंट। अब पुलिस के तरफ से इस मामले की जाँच के लिए एक जासूस आया था। क्या वो जासूस पता लगा पाया कि किसने की ‘मालगोदाम में चोरी’?

कहानी: मालगोदाम में चोरी – गोपाल राम गहमरी Read More