मकबरा

 कॉमिक बुक 15 अक्टूबर 2020 में पढ़ी गयी

संस्करण विवरण:
फॉर्मेट: पेपरबैक | प्रकाशक: राज कॉमिक्स | पृष्ठ संख्या: 80 | लेखक: नितिन मिश्रा | इंकिंग: जगदीश, विनोद | कैलीग्राफी: मंदार गंगेले | चित्रांकन: हेमंत कुमार | सम्पादक: मनीष गुप्ता | श्रृंखला: नरक नाशक नागराज #6

मकबरा - नागराज - राज कॉमिक्स
मकबरा

कहानी:

एक रहस्यमय व्यक्ति ने मांत्रिक सर्पजाति और नागराज से बदला लेने की ठान ली थी। अपनी इस योजना के  सफल किर्याँवन के लिए उसने भारत के थार मरुधर को चुना था। उसे यकीन था कि अगर उसकी योजना सफल होती है तो इसी जगह पर नागराज और मांत्रिक सर्प जाति की कब्र बन जानी थी। 

कौन था यह रहस्यमय व्यक्ति?
आखिर इस व्यक्ति ने क्या योजना बना रखी थी?
क्या सचमुच वह नागराज से बदला ले पाया?

वहीं थार मरुधर और महानागर में ऐसी गतिविधियाँ होने लगी थी जिसने कि परालौकिक गतिविधियों की तहकीकात के लिए बनी संस्था, रिप,  का ध्यान अपनी और आकृष्ट कर लिया था। 

और रिप के चार एजेंट ताहिरा, मॉन्टी, विनाशदूत और गगन ने थार मरुधर की तरफ रवाना हो गये। 

थार मरुधर और महानगर में ऐसी कौन सी घटनाएं हुई थी? 
क्या रहस्यमय व्यक्ति की योजना का थार मरुधर और महानगर में हो रही घटनाओं से कुछ सम्बन्ध था?
क्या रिप के एजेंट्स मामले की तह तक पहुँच पाए?

मेरे विचार:

नितिन मिश्रा द्वारा लिखा गया कॉमिक मकबरा नरक नाशक नागराज श्रृंखला का छठवाँ कॉमिक बुक है। वहीं यह दो भागों में फैले हुए कथानक का प्रथम भाग है। इस कथानक की समाप्ति तक्षक में होती है तो अगर आपके पास केवल मकबरा है तो मेरी सलाह यही होगी कि आप तक्षक भी खरीद लें और फिर ही इसे पढ़ें। 

अगर मैं अपनी बात करूँ तो नरक नाशक श्रृंखला की यह पहला कॉमिक बुक है जो कि मैंने पढ़ी है। इससे पहले मैं न इस श्रृंखला से वाकिफ था और न इस नागराज से ही वाकिफ था। इस श्रृंखला का नागराज आम नागराज से काफी जुदा लगता है। वह हाफ जैक, पैन्ट और बूट्स पहने हुए है और शारीरिक रूप से भी दूसरे नागराज से अलग लगता है। यह वाला नागराज मुझे ज्यादा स्टाइलिश लगता है और ऐसा लगता है जैसे आज के यूथ को देखकर इसका निर्माण किया गया है। ऐसा नहीं है यह केवल भारतीय कॉमिक बुक में ही होता है। अगर पश्चिम की कोई भी सीरीज देखें तो उसमें भी एक ही किरदार को लेकर बनी अलग अलग सीरीज में वह किरदार अलग अलग तरह से दर्शाया जाता है फिर चाहे वह बैटमैन हो या एक्स मैन।

वहीं इस कॉमिक में मुझे नागराज के पास सरपट, तक्षिका,अग्निका, शीतिका जैसे कई ताकते भी दिखीं जिनके विषय में मुझे पहले नहीं पता था। इनके अलावा इस नागराज और दूसरे नागराज में और क्या फर्क है यह मैं जरूर जानना चाहूँगा। 

नागराज, नरक नाशक नागराज

अब कॉमिक बुक के कथानक पर आयें तो यह कथानक मुझे पसंद आया। एक षड्यंत्र से यह कॉमिक बुक शुरू होता है और उसके पश्चात आप यह जानने के लिए कॉमिक पढ़ना चाहते हैं कि यह षड्यंत्र कौन कर रहा है और यह षड्यंत्र क्या है?
इस  कॉमिक के कथानक को मिश्र के मिथकों के इर्द गिर्द बुना गया है। इसमें ममी है, तांत्रिक हैं, मिश्र का मृत्यु का देवता अनूबिस है,  सूर्य देवता अमून रा, उसकी बेटी बस्तेत और फराहो तूतेन खामेन भी मौजूद है। मिश्र के मिथकों को भारत के थार में स्थापित करने की कोशिश की गयी है जो कि रोचक बन पड़ी है।
इससे पहले मैंने नागराज और जादू का शहंशाह पढ़ा था जिसकी पृष्ठभूमि भी मिश्र और उधर मौजूद एक ममी थी। वहाँ नागराज को पहली बार सौडंगी मिली थी।क्योंकि यह भी मिश्र से जुड़ा हुआ था तो इसे पढ़कर भी मुझे  उसकी हल्की हल्की याद आ रही थी।
वैसे तो यह कॉमिक बुक नरक नाशक नागराज श्रृंखला की है लेकिन इसमें रिप, जो कि परालौकिक गतिविधियों को जाँचने परखने के लिए बना हुआ संस्थान है, और उसके एजेंट्स भी लगभग नागराज के बराबर ही भूमिका अदा करते हैं। एक तरह से यह नागराज और रिप के एजेंट्स दोनों का कॉमिक बुक लगता है। यह बात इस कॉमिक बुक के आवरण से भी पता चलता है। उसमें भी यह किरदार नागराज के इर्द गिर्द दिखाए गये हैं। वह हर नागराज के साथ बराबरी से लड़ते हुए दिखाई देते हैं और कहीं भी ऐसा नहीं लगता है कि वह मुख्य किरदार नहीं हैं।
मेरे लिए यह पहली बार था जब मुझे इस संस्था का पता चला लेकिन कॉमिक पढ़ने से पता चलता है कि इस संस्था के एजेंट्स नागराज और नागराज उन्हें बाखूबी जानता है। यह मुलाकात कैसे हुई इसके विषय में मैं जरूर जानना चाहूँगा।
रिप के चारों एजेंट्स यानी ताहिरा, गगन, विनाशदूत और मॉन्टी मुझे रोचक लगे। मॉन्टी हालाँकि एक्स मैन के बीस्ट से प्रेरित और विनाश दूत के चेहरे मोहरे और कपड़ों में साईक्लोप्स यानी स्कॉट समर्स की हल्की सी झलक देखने को मिल जाती है। यह चारों कौन है और इस संस्था से कैसे जुड़े इसके विषय में ज्यादा जानकारी इस कॉमिक में तो नहीं दी गयी है लेकिन यह भी मैं जानना चाहूँगा।
इस कॉमिक्स से रिप के विषय में जितना जान पाया हूँ उससे यह तो पता लगता है कि ‘प्रोफेसर के’ इसके हेड हैं और उनके पास संसाधनों की कमी नहीं है। वह मन्त्र तन्त्र और विज्ञान का मिश्रण कर ऐसी चीजों को बनाने में कामयाब हो पाए हैं जो कि परालौकिक शक्तियों से टकराने को काफी होती हैं। यह भी इस संस्था के प्रति मेरी रूचि जगाता है। वहीं इसमें कुछ पोर्टल्स का जिक्र है जिस पर ‘रिप’ नजर रखता है तो इनसे जुड़े कथानक पढ़ना भी रोचक होगा।
कॉमिक बुक का अंत भी रोचक जगह पर हुआ है। यहाँ इतना ही कहूँगा के अगले भाग तक्षक का घटनाक्रम इस काल खण्ड में नहीं होता है। वहीं तक्षक कौन है, क्या है और वह दुनिया के लिए खतरनाक क्यों है ये सवाल भी अंत पाठकों के मन में छोड़ जाता है और पाठक के मन में अगले भाग को पढ़ने की इच्छा जागृत कर देता है। 
अगला भाग कैसा बना है यह तो उसे पढ़कर ही जान पाऊँगा लेकिन यह भाग मुझे पसंद आया। कथानक रोमांचक है और एक्शन से भरपूर है। मुख्य षड्यंत्रकर्ता का तो अभी इस कॉमिक में पता नहीं लगा है और वह छुपा हुआ ही रहता है लेकिन बाकी के जो भी खलनायक इधर मौजूद है वो कॉमिक में रोमांच की कमी महसूस नहीं होने देते हैं।
रिप और उसके एजेंट्स मुझे रोचक लगे। अगर बिना नागराज के भी उनके किस्से मुझे पढ़ने को मिल जाते हैं तो मैं जरूर पढ़ना चाहूँगा।

रेटिंग: 3/5

अगर आपने इस कॉमिक को पढ़ा है तो आपको यह कैसा लगा? मुझे जरूर बताइयेगा।

कॉमिक आप निम्न लिंक से मँगवा सकते हैं:
पेपरबैक

नागराज के दूसरे कॉमिक बुक्स के विषय में मेरी राय आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
नागराज

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नितिन मिश्रा

© विकास नैनवाल ‘अंजान’


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About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर उन्हें लिखना पसंद है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

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2 Comments on “मकबरा”

  1. राज कॉमिक पर मार्वेल और DC का प्रभाव है, इसे कोई नकार नही सकता। पता नही क्यों राज कॉमिक के फैन्स को ये बेइज़्ज़ती लगती है।

    फिर ये नितिन मिश्रा जी वही है न रैना@मिडनाइट वाले? या ये कोई और है?

    1. मार्वल और डी सी पर एक दूसरे का भी प्रभाव है। यह चलता रहता है। बाकी बेइज्जती लगनी नहीं चाहिए क्योंकि राज ने मार्वल और डीसी से ही नहीं कई और जगह से चीजें उठाई हैं। यह तथ्य है।

      जी नितिन मिश्रा वहीं हैं। उन्होंने काफी कॉमिक बुकस भी लिखी हैं। मैंने एक बुक जर्नल में बके बारे में लिखा भी है। बुल्सऑय प्रेस से उनकी यज्ञा कॉमिक बुक श्रृंखला के दो भाग आये थे।

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