संस्करण विवरण:
फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: 233 | प्रकाशक: मंजुल प्रकाशन | श्रृंखला: फेमस फाइव #1 | अनुवादक: डॉक्टर सुधीर दीक्षित और रजनी दीक्षित
फेमस फाइव खजाने के टापू पर – एनिड बलाइटन |
पहला वाक्य:
‘मम्मी क्या आपने यह सोच लिया है कि हम गर्मियों की छुट्टियाँ कहाँ मनाएँगे?’ जूलियन ने नाश्ता करते समय पूछा।
कहानी:
जूलियन और उसका परिवार गर्मियों की छुट्टियाँ मनाने अक्सर पोलसीथ जाया करता था। समुद्र तट के किनारे मौजूद पोलसीथ में वह लोग घर लेकर रहते थे और खूब मजे करते थे। लेकिन इस बार जूलियन ने अपने माता पिता से गर्मियों की छुट्टियों की योजना के विषय में पूछा तो उसे एक नई बात पता चली।
इस बार जूलियन और उसके भाई बहनों को अपने चाचा क्वेंटिन के घर रुकना था। जूलियन के माता पिता चाहते थे कि इस बार अलग अलग छुट्टियाँ मनाये। जहाँ माँ पिता का स्कॉटलैंड जाने की योजना थी वहीं उनका इरादा था बच्चों को चाचा के यहाँ किरिन खाड़ी में छोड़ दिया जाए।
किरिन में बच्चों की चचेरी बहन जोर्जिना भी मौजूद थी और माँ पिता का ख्याल था कि इस बहाने उन्हें अपनी बहन के साथ भी वक्त बिताने को मिल जायेगा।
बच्चे अपनी चचेरी बहन से मिलने के लिए बेहद उतावले थे। उन्हें उम्मीद थी कि किरिन खाड़ी में बिताए जाने वाली उनकी छुट्टियाँ बेहद रोमांचक होने वाली थी।
क्या बच्चों की उम्मीद सही थी?
क्या वह लोग इन छुट्टियों में कुछ रोमांचक कर पाए?
आखिर उनका जोर्जिना से मिलने का अनुभव कैसा रहा?
ऐसे कई सवालों के जवाब आपको इस उपन्यास को पढ़कर ही पता लगेंगे।
मुख्य किरदार:
क्वेंटिन – एक वैज्ञानिक जो कि किताबें लिखकर अपनी जीविका कमाते थे
फैनी – क्वेंटिन की पत्नी
जोर्जिना उर्फ़ जोर्ज – क्वेंटिन और फैनी की बेटी जो कि ग्यारह साल की थी
जूलियन -जोर्जिना के चाचा का बड़ा बेटा जो कि बारह साल का था
डिक – जूलियन का छोटा भाई जो कि ग्यारह साल का था
एन – जूलियन की छोटी बहन जो कि दस साल की थी
मम्मी – जूलियन,डिक और एन की माँ
डैडी – जूलियन,डिक और एन के पिता
टिमोथी उर्फ़ टिम – जोर्जिना का कुत्ता
एल्फ – मछुआरे का लड़का
मेरे विचार
फेमस फाइव खजाने के टापू पर फेमस फाइव श्रृंखला का पहला उपन्यास है। इससे पहले मैं एनिड ब्लाइटन की सीक्रेट सेवेन श्रृंखला के उपन्यास पढ़ चुका हूँ। सीक्रेट सेवन के उपन्यास मुझे इतने पसंद आये थे कि मैंने फेमस फाइव श्रृंखला के उपन्यास भी मँगवा लिए थे। अब उन्हें धीरे धीर करके पढूँगा। यह उपन्यास फाइव ऑन अ ट्रेजर आइलैंड का हिन्दी अनुवाद है। इस उपन्यास का अनुवाद डॉक्टर सुधीर दीक्षित और रजनी दीक्षित जी ने किया है। सीक्रेट सेवेन श्रृंखला का अनुवाद भी उन्होंने ही किया था। यह अनुवाद भी बेहतरीन बन पड़ा है। पढ़ते हुए इस बात का अहसास आपको नहीं होता है कि आप कोई अनुवाद पढ़ रहे हैं।
उपन्यास की बात करूँ तो चूँकि यह श्रृंखला का पहला उपन्यास है तो इसमें हम मुख्य किरदारों से मिलते हैं। जूलियन, डिक और एन सगे भाई बहन हैं और जोर्जिना उनकी चचेरी बहन है। फेमस फाइव के इस समूह का हिस्सा जोर्जिना का पालतू कुत्ता टिमोथी भी है। जूलियन और उसके भाई बहन पहली बार जोर्जिना और टिमोथी से इस उपन्यास में मिलते हैं तो उपन्यास का शुरूआती हिस्सा इसी मिलने मिलाने में लग जाता है। यहाँ यह चीज इसे सीक्रेट सेवेन से अलग बनाती है। सीक्रेट सेवेन में भी एक पालतू कुत्ता स्कैम्पर मौजूद है लेकिन उसे मुख्य समूह में जोड़ा नहीं गया है जबकि इधर ऐसा किया गया है।
अगर उपन्यास में मौजूद रोमांच की बात करूँ तो उपन्यास के केंद्र में एक डूबा हुआ जहाज और उसमें मौजूद खजाना है। बच्चे इस जहाज और खजाने तक कैसे पहुँचते हैं यही उपन्यास का मुख्य कथानक बनता है। इस दौरान उनके सामने क्या मुसीबतें आती हैं और वो इनसे कैसे जूझते हैं यह देखना रोचक रहता है। जहाज तक पहुँचने के बाद भी उनकी मुश्किलें कम नहीं होती है। एक नई मुसीबत से उन्हें जूझना होता है जो कि उपन्यास पढ़ते जाने पर विवश कर देता है।
उपन्यास में प्रचुर मात्रा में रहस्य और रोमांच है। हाँ, चूँकि उपन्यास श्रृंखला का पहला भाग है तो शुरुआत से ही रोमांच इसमें हमे नहीं दिखाई देता है। मुख्य कहानी तक आने में लेखिका साठ सत्तर पृष्ठ ले लेती हैं। लेकिन चूँकि हम इन किरदारों से पहले नहीं मिले तो यह पृष्ठ इतने नहीं खलते हैं लेकिन फिर भी मुख्य कहानी तक थोडा जल्दी पहुँचा जाता तो बेहतर रहता।
किरदारों की बात करूँ तो जोर्जिना इस कहानी की नायिका है। वह एक टॉमबॉय है और बहुत रोचक है। उससे मिलना मुझे अच्छा लगा। जो बच्चे इकलौते होते हैं वो लोग काफी सिर चढ़े हो जाते हैं तो शुरुआत में जोर्जिना ऐसी ही लगती है लेकिन फिर जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ती है आपको जोर्जिना का सही रूप दिखता है और आप उसे समझ पाते हो। कहानी में जुलियन, डिक और एन सहायक भूमिका में हैं। चूँकि जूलियन बड़ा है तो कई बार वह लीडर की भूमिका में दिखता है लेकिन कहानी के दौरान कई बार आपको यह पता लगता है कि जोर्जिना कई मामलों में उससे बेहतर है। वह भी यह बात मानता है। डिक और एन का किरदार भी अच्छा लिखा गया है। एनिड ब्लाइटन की यह बात मुझे अच्छी लगती है कि उनके उपन्यास में काफी किरदार रहते हैं लेकिन वह सबके साथ न्याय करती हैं। हर किसी को कहानी में कुछ न कुछ करने को मिलता है और उसका महत्व बना रहता है। टिमोथी भी इस समूह का महत्वपूर्ण सदस्य है और उसकी महत्ता को लेखिका ने कई जगह दर्शाया है।
कुल मिलाकर कहूँ तो यह उपन्यास एक अच्छी श्रृंखला की अच्छी शुरुआत है। कहानी के अंत में हमे पता चलता है कि जोर्जिना, टिमोथी और बाकि बच्चे एक साथ एक ही स्कूल में पढ़ने वाले है। यह जानकारी फेमस फाइव के अगले कारनामे के प्रति मन में उत्सुकता जगाती है। मैं इस श्रृंखला के अन्य उपन्यास जरूर पढूँगा।
अगर अपने इस उपन्यास को नहीं पढ़ा है तो जरूर एक बार पढ़ें।
अगर आपने इस किताब को पढ़ा है तो आपको यह कैसी लगी? अपने विचारों से मुझे जरूर अवगत करवाईयेगा। अगर आपने इसे नहीं पढ़ा है तो आप इसे निम्न लिंक पर जाकर मँगवा सकते हैं:
पेपरबैक
एनिड बलाइटन की दूसरी पुस्तकें मैंने पढ़ी हैं। इनके विषय में मेरी राय आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
एनिड बलाइटन
फेमस फाइव श्रृंखला का दूसरे उपन्यासों के प्रति मेरी राय आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
फेमस फाइव
©विकास नैनवाल ‘अंजान’
सुंदर प्रस्तुति… बचपन के दिन आ गये जब हम ऐसी किताबें खूब पढ़ा करते थे…
जी आभार….
रहस्य रोमांच की किताबों से वक़्त के साथ, साथ छूट गया पर इन पुस्तकों पर हिंदी में इस तरह जानकारी देना का आपका ये प्रयास सराहनीय है।
आभार मनीष जी।
विकास जी, बहुत खूब समीक्षा की आपने इस उपन्यास की… #बालसाहित्य
जी आभार, मैम….
सुन्दर समीक्षा।
समर्थकों (फॉलोबर्स) का विजेट भी लगाइए इस ब्लॉग पर।
जी सर, लगाता हूँ….
वाह , समीक्षा पढ़कर पूरा उपन्यास पढ़ने की उत्सुकता जाग गई .
जी शुक्रिया,मैम….
बहुत सुंदर समीक्षा, आदरणीय शुभकामनाएँ ।
लेख आपको पसंद आया। यह जानकर अच्छा लगा मैम। आभार।