उषा किरण खान को हिंदी कथेतर के लिए वैली ऑफ वर्डस 2023 पुरस्कार

 

वर्ष 2023 के वैली ऑफ वर्डस पुरस्कार की घोषणा वैली ऑफ वर्डस शब्दावली द्वारा की जा चुकी है। हिंदी और अंग्रेजी के सर्वश्रेष्ठ कार्य को सम्मानित करने के लिए दिए जाने वाले इस पुरस्कार की घोषणा सितंबर के आखिर में की गई। 
हिंदी कथेतर की श्रेणी में लेखिका उषा किरण खान की आत्मकथा दिनांक के बिना  को वैली ऑफ वर्डस 2023 पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। 

वाणी प्रकाशन से 2022 में प्रकाशित यह पुस्तक उषा किरण खान के समृद्ध जीवन से पाठकों का परिचय करवाती है। 
उषा किरण खान की इस पुस्तक का चुनाव पाँच पुस्तकों की शॉर्ट लिस्ट से किया गया था। इस शॉर्ट लिस्ट में अनिल कुमार यादव की कीड़ाजड़ी, अखिलेश की अक्स, प्रियदर्शन की भारत की घड़ी और अनुराधा बेनीवाल की लोलोग जो मुझमें रह गए शामिल थीं। 

उषा किरण खान 

उषा किरण खान हिंदी की वरिष्ठ लेखिका हैं। उनका जन्म दरबंगा बिहार के लोहियासराय में अक्टूबर 24 1945 को हुआ था। बी डी कॉलेज मगध विश्वविद्यालय के पद से सेवानिवृत हुई हैं। वह हिंदी और मैथली भाषा की रचनाकार हैं।  अपनी रचनाओं के लिए उन्हें साहित्य अकादेमी, पद्म श्री, महादेवी पुरस्कार, राष्ट्रभाषा परिषद बिहार का हिंदी सेवी सम्मान, राष्ट्रकवि दिनकर सम्मान इत्यादि से सम्मानित किया जा चुका है। उपन्यास, कहानी, कविता और नाटक विधाओं में वह लेखन कार्य करती रही हैं। 
उनकी कुछ रचनाएँ:
‘विवश विक्रमादित्य’, ‘दूबधान’, ‘कासवान’, ‘गिली पांक’, ‘जनम अवधि’, ‘घर से घर तक’, ‘दस प्रतिनिधि कहानियाँ’, ‘प्रतिनिधि कहानियाँ’ (कथा-संग्रह); ‘फागुन के बाद’, ‘सीमांत कथा’, ‘रत्नारे नयन’, ‘पानी पर लकीर’, ‘सिरजनहार’, ‘अगन हिंडोला’ (उपन्यास); ‘कहाँ गए मेरे उगना’, ‘हीरा डोम’ (नाटक); ‘डैडी बदल गए’, ‘नानी की कहानी’, ‘सात भाई और चंपा’, ‘चिडि़या चुग गई खेत’ (बाल-नाटक); ‘संस्कृति के कालपात्र’, ‘एक बम हजार गम’ (नुक्कड़ नाटक); ‘उड़ाकू जनमेजय’ (बाल उपन्यास); ‘वीर कुँवरसिंह’ (चित्रकथा)। मैथिली में ‘काचहीबाँस’ (लघुकथा-संग्रह), ‘हसीना मंजिल’, ‘अनुत्तरित प्रश्न’, ‘दूर्वाक्षत’, ‘भामती’, ‘पोखैर रजोखैर’ (उपन्यास), ‘जाहि सह पहिने’ (कविता), ‘फागुन’, ‘एक्सैर ठार’, ‘भुसकौल वाला’ (नाटक), ‘घंटी से बनहल राजू’, ‘बिरहो अबी घेल’ (बाल- नाटक)।

वैली ऑफ वर्डस पुरस्कार

वैली ऑफ वर्डस पुरस्कार 2017 से वैली ऑफ़ वर्ड्स  (Valley of words) | शब्दावली (Shabdavali) द्वारा दिया जाता रहा है। यह वर्षिक रूप से दिया जाने वाला पुरस्कार है जो कि अंग्रेजी और हिंदी की रचनाओं को विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है। गल्प, कथेर, अनुवाद में हिंदी और अंग्रेजी की रचनाओं को पुरस्कृत किया जाता है। इसके अतिरिक्त बाल और किशोर साहित्य की रचनाओं को भी पुरस्कृत किया जाता है। 
पुरस्कार के विजेताओं को देहरादून में आयोजित होने वाले वैली ऑफ वर्डस साहित्य महोत्सव में पुरस्कृत किया जाता है। 
 

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2 Comments on “उषा किरण खान को हिंदी कथेतर के लिए वैली ऑफ वर्डस 2023 पुरस्कार”

  1. वैली ऑफ वर्ड्स पुरस्कार की विजेता उषा किरण खान को हार्दिक बधाई।
    जानकारी देने हेतु बहुत धन्यवाद आपका ।

    1. जानकारी आपको पसंद आई जानकर अच्छा लगा। आभार।

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