
राजकमल प्रकाशन की नई पहल—‘राजकमल उर्दू’ : दो ज़ुबानें एक रास्ता
राजकमल प्रकाशन ने उर्दू और हिन्दी के बीच संवाद को बढ़ाने की दिशा में एक नई पहल की घोषणा की है। प्रकाशन ने कहा है कि वह ‘राजकमल उर्दू’ के तहत उर्दू का चुनिंदा और महत्वपूर्ण साहित्य देवनागरी लिपि में प्रकाशित करेगा।
राजकमल प्रकाशन की नई पहल—‘राजकमल उर्दू’ : दो ज़ुबानें एक रास्ता Read More