हिंदी आलोचना की जीवंत बहसों के केंद्र थे रामविलास शर्मा
प्रतिष्ठित आलोचक रामविलास शर्मा की 112वीं जयन्ती पर उनकी स्मृति में राजकमल प्रकाशन की ओर से गुरुवार शाम कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर पाँच खंडों में प्रकाशित उनकी रचनावली के दूसरे भाग ‘भाषा और भाषाविज्ञान’ का लोकार्पण हुआ।
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