अंत तक कातिल का पता नहीं लगने देती है ‘गोल्डन गर्ल’

संस्करण विवरण: फॉर्मैट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: 304 | प्रकाशक: मनोज पब्लिकेशन्स | शृंखला: सुधीर कोहली #15 पुस्तक लिंक: अमेज़न  कहानी  अंतरा श्रेष्ठ को जो देखता वो यही सोचता कि …

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सुरेन्द्र मोहन पाठक की नवीन पुस्तक जल्द ही होगी रिलीज; सीधे किंडल पर किया जाएगा प्रकाशन

   स्रोत: फेसबुक ग्रुप –सुरेन्द्र मोहन पाठक हिन्दी अपराध साहित्य में सुरेन्द्र मोहन पाठक अपना एक अलग स्थान रखते हैं। पाठक उनके उपन्यासों को बड़े चाव से पढ़ते हैं और …

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लुगदी बनाम साहित्य: क्या सुरेन्द्र मोहन पाठक के उपन्यास साहित्यिक नहीं हैं?

Image by Eli Digital Creative from Pixabay हिन्दी साहित्य में मनोरंजक साहित्य और गंभीर साहित्य के बीच में एक दूरी सी हमेशा रही है। कुछ लोगों ने एक तरह के लेखन …

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साहित्य विमर्श प्रकाशन की नई पुस्तकें हैं प्रीऑर्डर के लिए तैयार

  साहित्य विमर्श प्रकाशन (Sahitya Vimarsh Prkashan) द्वारा अपनी नवीन पुस्तकों का प्री ऑर्डर शुरू कर दिया गया है। इस बार साहित्य विमर्श प्रकाशन अपने पाठकों के लिए तीन पुस्तकें …

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कुबड़ी बुढ़िया की हवेली – सुरेन्द्र मोहन पाठक

 संस्मरण विवरण: फॉर्मैट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: 96 | प्रकाशक: साहित्य विमर्श | प्रथम प्रकाशन: 1971 पुस्तक लिंक: अमेज़न | साहित्य विमर्श कहानी  राजू और मिनी बहुत दिनो बाद अपने …

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पुस्तक अंश: कुबड़ी बुढ़िया की हवेली

 ‘कुबड़ी बुढ़िया की हवेली’ (Kubadi Budhiya Ki Haveli) लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक (Surender Mohan Pathak) का लिखा हुआ बाल उपन्यास है। यह उपन्यास प्रथम बार 1971 में प्रकाशित हुआ था …

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अंत तक बांधकर रखने में सफल होती है ‘मौत की छाया’

संस्करण विवरण फॉर्मैट: ई-बुक | पृष्ठ संख्या: 89 | प्लेटफॉर्म: डेलीहंट | शृंखला: सुनील  #53 | प्रथम प्रकाशन: 1979 पुस्तक लिंक: अमेज़न कहानी  नैपियन हिल से सटे समुद्र तट में जब …

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लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की नई पुस्तक हुई रिलीज

लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक अपनी नवीन पुस्तक के साथ (साहित्य विमर्श फेसबुक पेज से साभार) हिन्दी अपराध कथा लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की नवीन पुस्तक साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा हाल …

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साहित्य विमर्श प्रकाशन की नवीन पुस्तकों का प्री ऑर्डर हुआ शुरू

साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा अपने नए सेट के प्री-ऑर्डर की शुरुआत कर दी गयी है। अपने इस नवीन सेट में वह दो उपन्यास और एक कहानी संग्रह लेकर पाठकों  के …

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‘क्राइम नेवर पेज़’ का रोमांचक उदाहरण है ‘गुनाह का कर्ज’

संस्करण विवरण फॉर्मैट: ई-बुक | प्लैटफॉर्म: डेलीहंट |  प्रथम प्रकाशन: 1991  कहानी  प्रदीप मेहरा की प्रदीप प्रिंटर्स नाम से दुकान थी। उसे जो भी देखता उसकी शराफत के मुरीद हो …

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