इंतकाम – सुरेन्द्र मोहन पाठक
संस्करण विवरण फॉर्मैट: ईबुक | प्लेटफॉर्म: डेलीहंट | प्रथम प्रकाशन: 1981 कहानी पूनम देशमुख सम्पत राय देशमुख की जवान बीवी थी जो कि अपनी अय्याशियों के लिए कुख्यात थी। ऐसे में …
इंतकाम – सुरेन्द्र मोहन पाठक Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
संस्करण विवरण फॉर्मैट: ईबुक | प्लेटफॉर्म: डेलीहंट | प्रथम प्रकाशन: 1981 कहानी पूनम देशमुख सम्पत राय देशमुख की जवान बीवी थी जो कि अपनी अय्याशियों के लिए कुख्यात थी। ऐसे में …
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लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक हिन्दी अपराध साहित्य के सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले लेखकों में से एक हैं। उनका नवीन उपन्यास ‘ब्लाइंड डील’ हाल ही में किंडल पर ई बुक पर …
कई आनंद समेटे हुए है सुरेन्द्र मोहन पाठक की नवीनतम पुस्तक ‘ब्लाइन्ड डील’ Read More
संस्करण विवरण: फॉर्मैट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: 304 | प्रकाशक: मनोज पब्लिकेशन्स | शृंखला: सुधीर कोहली #15 पुस्तक लिंक: अमेज़न कहानी अंतरा श्रेष्ठ को जो देखता वो यही सोचता कि …
अंत तक कातिल का पता नहीं लगने देती है ‘गोल्डन गर्ल’ Read More
स्रोत: फेसबुक ग्रुप –सुरेन्द्र मोहन पाठक हिन्दी अपराध साहित्य में सुरेन्द्र मोहन पाठक अपना एक अलग स्थान रखते हैं। पाठक उनके उपन्यासों को बड़े चाव से पढ़ते हैं और …
सुरेन्द्र मोहन पाठक की नवीन पुस्तक जल्द ही होगी रिलीज; सीधे किंडल पर किया जाएगा प्रकाशन Read More
Image by Eli Digital Creative from Pixabay हिन्दी साहित्य में मनोरंजक साहित्य और गंभीर साहित्य के बीच में एक दूरी सी हमेशा रही है। कुछ लोगों ने एक तरह के लेखन …
लुगदी बनाम साहित्य: क्या सुरेन्द्र मोहन पाठक के उपन्यास साहित्यिक नहीं हैं? Read More
साहित्य विमर्श प्रकाशन (Sahitya Vimarsh Prkashan) द्वारा अपनी नवीन पुस्तकों का प्री ऑर्डर शुरू कर दिया गया है। इस बार साहित्य विमर्श प्रकाशन अपने पाठकों के लिए तीन पुस्तकें …
साहित्य विमर्श प्रकाशन की नई पुस्तकें हैं प्रीऑर्डर के लिए तैयार Read More
संस्मरण विवरण: फॉर्मैट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: 96 | प्रकाशक: साहित्य विमर्श | प्रथम प्रकाशन: 1971 पुस्तक लिंक: अमेज़न | साहित्य विमर्श कहानी राजू और मिनी बहुत दिनो बाद अपने …
कुबड़ी बुढ़िया की हवेली – सुरेन्द्र मोहन पाठक Read More
‘कुबड़ी बुढ़िया की हवेली’ (Kubadi Budhiya Ki Haveli) लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक (Surender Mohan Pathak) का लिखा हुआ बाल उपन्यास है। यह उपन्यास प्रथम बार 1971 में प्रकाशित हुआ था …
पुस्तक अंश: कुबड़ी बुढ़िया की हवेली Read More
सुरेन्द्र मोहन पाठक द्वारा लिखा गया उपन्यास ‘मौत की छाया’ सुनील सीरीज का 53 वाँ उपन्यास है। उपन्यास 1979 में प्रथम बार प्रकाशित हुआ था। यह एक रहस्यकथा है। पढ़ें पुस्तक पर लिखी यह टिप्पणी:
पुस्तक टिप्पणी: अंत तक बांधकर रखने में सफल होती है ‘मौत की छाया’ Read More
लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक अपनी नवीन पुस्तक के साथ (साहित्य विमर्श फेसबुक पेज से साभार) हिन्दी अपराध कथा लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की नवीन पुस्तक साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा हाल …
लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की नई पुस्तक हुई रिलीज Read More
साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा अपने नए सेट के प्री-ऑर्डर की शुरुआत कर दी गयी है। अपने इस नवीन सेट में वह दो उपन्यास और एक कहानी संग्रह लेकर पाठकों के …
साहित्य विमर्श प्रकाशन की नवीन पुस्तकों का प्री ऑर्डर हुआ शुरू Read More
संस्करण विवरण फॉर्मैट: ई-बुक | प्लैटफॉर्म: डेलीहंट | प्रथम प्रकाशन: 1991 कहानी प्रदीप मेहरा की प्रदीप प्रिंटर्स नाम से दुकान थी। उसे जो भी देखता उसकी शराफत के मुरीद हो …
‘क्राइम नेवर पेज़’ का रोमांचक उदाहरण है ‘गुनाह का कर्ज’ Read More