रवि पॉकेट बुक्स पॉकेट बुक ट्रेड के स्वर्णिम काल से लेकर अब तक लोकप्रिय साहित्य का प्रकाशन करते आ रहे हैं। अब भी वह नियमित तौर पर पाठकों के लिए पुस्तक लेते आ रहे हैं। यह पुस्तकें वह अपने एप्पलिकेशन बुक मदारी पर और प्रिन्ट फॉर्म में लेते आ रहे हैं।
इस बार रवि पॉकेट बुक्स पाठकों के लिए प्रिन्ट रूप में दो पुस्तके लेकर आएँ हैं। इन नव प्रकाशित पुस्तकों में से एक पुस्तक हॉरर शैली की है और दूसरी पुस्तक थ्रिलर उपन्यास है।
इस नये सेट में प्रकाशित उपन्यास निम्न हैं:
खातून की आत्मा
‘खातून की आत्मा’ लेखक परशुराम शर्मा का उपन्यास है। परशुराम शर्मा अपने हॉरर उपन्यासों के लिए जाने जाते हैं और उनके उपन्यास कई प्रकाशनों से आते रहे हैं।
खातून की आत्मा भी एक हॉरर उपन्यास है जिसमें थ्रिलर और सस्पेंस का तड़का भी लेखक द्वारा दिया गया है।
पुस्तक की कीमत प्रकाशन द्वारा 375 रुपये रखी गयी है।
बवंडर
सुरेश चौधरी अपने पाठकों के बीच अपने सामाजिक उपन्यासों के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले उनका सामाजिक उपन्यास
दंगा नीलम जासूस कार्यालय से प्रकाशित हुआ था। वहीं किंडल में ई बुक के रूप में भी उनका सामाजिक उपन्यास
अहसास प्रकाशित हुआ था।
इस बार रवि पॉकेट बुक्स से वह जो उपन्यास आपके लिए लेकर आए हैं वह एक अलग विधा में लिखा है। यह एक रोमांच कथा है।
पुस्तक की कीमत प्रकाशक द्वारा 200 रुपये तय की गयी हैं।
पाठक अगर चाहें तो इन पुस्तकों को निम्न नंबर पर ऑर्डर करके मँगवा सकते हैं:
9412200594
यह भी पढ़ें
-
'एक बुक जर्नल' साहित्य को समर्पित एक वेब पत्रिका है जिसका मकसद साहित्य की सभी विधाओं की रचनाओं का बिना किसी भेद भाव के प्रोत्साहन करना है।
सन् 2012 से हम यह कार्य निरंतर रूप से कर रहे हैं। यह प्रोत्साहन रचनाओं के ऊपर पाठकीय टिप्पणी प्रकाशित करके, नयी साहित्यिक कृतियों की जानकारी साझा करके, साहित्य से जुड़ी खबरे साझा करके और लेखकों द्वारा भेजी गयी उनकी रचनाओं को प्रकाशित करके किया जाता है। हमारी कोशिश है एक वृहद पाठक वर्ग तक इन जानकारियों को पहुँचाया जाए।
आप भी साहित्य और लेखन से सम्बंधित लेख, अपनी पुस्तक का अंश और अपनी रचनाएँ हमें भेज कर इस मुहिम में सहयोग दे सकते हैं।
हमारा पता है: contactekbookjournal@gmail.com
खातून की आत्मा इतनी महंगी क्यों है ?
इसका उत्तर तो प्रकाशक ही दे पाएंगे…
Do they've old novels written by Shri Surendra Mohan Pathak?
Old novels of Shri Surender Mohan Pathak are available on Kindle. You can take Kindle Unlimited Subscription and can read those novels there.