By Swapnildixit – Own work, CC BY-SA 4.0 |
प्रख्यात कथाकार, रंग समीक्षक और नाटककार हृषीकेश सुलभ को वर्ष 2022 का आनन्द सागर स्मृति कथाक्रम सम्मान दिए जाने की घोषणा की जा चुकी है। कथाक्रम सम्मान समिति की बैठक में सर्वसम्मिति से वर्ष 2022 के पुरस्कार के लिए हृषीकेश सुलभ के नाम पर सहमति बनी। कथाक्रम सम्मान समिति में शैलेन्द्र सागर, प्रसिद्ध कहानीकार शिवमूर्ति, रंगकर्मी राकेश और रजनी गुप्ता शामिल थे।
बताते चलें हिन्दी कथा साहित्य पर केंद्रित अखिल भारतीय आयोजन कथाक्रम का वार्षिक समारोह लखनऊ स्थित कैफ़ी आजमी सभागार में आयोजित किया जाता है। इसी समारोह में कथाक्रम सम्मान के विजेता को इक्कीस हजार (21000) रुपये की सम्मान राशि के साथ एक सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा। ज्ञात हो अब तक इस पुरस्कार से संजीव, शिवमूर्ति, असगर वजाहत, भगवान दास मोरवाल, उदय प्रकाश, प्रियंवद, मधु कांकरिया, कमलकांत त्रिपाठी, चंद्रकिशोर जायसवाल, मैत्रेयी पुष्पा, दूधनाथ सिंह, ओमप्रकाश वाल्मीकि, महेश कटारे, अब्दुल बिस्मिल्ला, स्वयं प्रकाश, तेजिन्दर, जयनंदन, नासिरा शर्मा, अखिलेश, राकेश कुमार सिंह, जया जादवानी, मनोज रूपड़ा, एसआर हरनोट, नवीन जोशी और पंकज मित्र को सम्मानित किया जा चुका है।
हृषीकेश सुलभ
15 फरवरी 1955 को बिहार के लहेजी गाँव में जन्में हृषीकेश सुलभ हिन्दी के समकालीन शीर्ष लेखकों में से एक हैं। वह अपनी कहानियों, नाटकों और उपन्यासों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 1980 से 2015 के बीच तक ऑल इंडिया रेडियो में कार्य किया था और अब रिटाइर होकर वह पूर्णकालिक लेखन कार्य कर रहे हैं।
उनके अब तक 2 उपन्यास और 8 कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने कई नाटक लिखे हैं और रंगमंच पर कई आलोचनात्मक लेख उन्होंने लिखे हैं।
अपने नाटकों और कहानी संग्रह के लिए वह कई पुरस्कारों से सम्मानित किये जा चुके हैं। उनके कहानी संग्रह ‘वसंत के हत्यारे’ के लिए उन्हें 2010 में कथा यूके द्वारा ‘इन्दु शर्मा अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान’ प्रदान किया जा चुका है। उनकी कहानियों का अन्य कई भाषाओं में अनुवाद भी हो चुका है।
इसी वर्ष उनका उपन्यास दाता पीर राजकमल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है।
वाह
आभार…