जन्म: 8 अक्टूबर 1959, चामी (असवालस्यूं), पौड़ी गढ़वाल
डॉक्टर अरुण कुकसाल का जन्म पौड़ी गढ़वाल के चामी (असवालस्यूं) गाँव में 8 अक्टूबर 1959 में हुआ था।
उन्होंने अर्थशास्त्र विषय में पीएचडी की है। गिरी विकास अध्ययन संस्थान, उद्मिता विकास संस्थान उ प्र, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् उत्तराखंड में विभिन्न पदों में कार्य का उन्हें अनुभव है।
उन्होंने उद्यमिता शिक्षा पर लेखन एवं प्रशिक्षण किया है। साथ ही विद्यालयी शिक्षा, उत्तराखण्ड की पाठ्यचर्चा में उद्मिता विकास विषय को समावेश करवाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।
वह पत्र-पत्रिकाओं में स्वतंत्र लेखन करने के साथ साथ वह आकाशवाणी के नियमित वार्ताकार भी हैं।
उद्यमिता विकास पर केन्द्रित उनकी अब तक छः पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
वर्तमान में पैतृक गांव चामी में बच्चों, युवाओं और महिलाओं के लिए पुस्तकालय संचालन, कम्प्यूटर प्रशिक्षण और कैरियर मार्गदर्शन के कार्य में सक्रिय।
संप्रति: लोकपाल (मनरेगा), पौड़ी (गढ़वाल)
सम्पर्क: फेसबुक | ई-मेल: arunkuksal@gmail.com
सम्मान:
राष्ट्रीय उद्यमिता उत्प्रेरणा प्रशिक्षण सम्मान
पुस्तकें:
- उत्तराचंल में उद्यमिता विकास
- उत्तराखण्ड में कुम्भ परम्परा एवं प्रतीक
- उत्तराखण्ड के शिल्पकार
- हिमालय के गाँवों में (यात्रा वृत्तान्त)
- हिमालय की लोकदेवी झालीमाली (अमेज़न)
- उत्तराखण्ड का पर्वतीय समाज और बदलता आर्थिक परिदृश्य
- चले साथ पहाड़ (यात्रायें)