फ्रीलांस टैलेंटस एक ऐसा उपक्रम है जो इंडिपेंडेंटआर्टिस्टस के साथ काम करके कॉमिक बुक्स प्रकाशित करता रहा है। लालची मौत और तीन रन का सौदा भी फ्रीलांस टैलेंटस के द्वारा प्रकाशित की गयी कॉमिक्स हैं। हाल ही में इन्हे पढ़ने का मौका तो मिला तो सोचा इनके विषय में कुछ लिख दूँ। चूँकि दोनों ही छोटी छोटी कॉमिक हैं तो एक ही पोस्ट में इनके विषय में लिखने का फैसला किया है।
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लालची मौत
संस्करण विवरण:
फॉर्मैट: ई-बुक | प्रकाशक: फ्रीलांस टैलेंटस | पृष्ठ संख्या: 21 | कथा: मोहित शर्मा ‘ज़हन’ | चित्र: कुलदीप बब्बर | रंग: हरेन्द्र सिंह सैनी | शब्दांकन: युद्धवीर सिंह
कॉमिक बुक लिंक: गूगल बुक्स
कहानी
करन वर्मा एक सरकारी मुलाजिम थे जिन्हें जब हार्ट अटैक आया तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टर के मुताबिक उन्हें जिंदा बचाना था तो उनका हार्ट ट्रांसप्लांट कराना जरूरी था।
उनका ऑपरेशन तो सफलतापूर्वक हो गया लेकिन फिर उनके साथ अजीब अजीब हरकतें होने लगी। कोई था जो उन्हें और उनके परिवार को नुकसान पहुँचाना चाहता था।
आखिर कौन था जो करन वर्मा और उसके परिवार के पीछे पड़ा था? या फिर यह सब करन वर्मा का दिमाग का वहम था?
मेरे विचार
मेरे पास डेली हंट एप्लीकेशन में काफी ई-बुकस पड़ी हुई हैं जिन्हें मैंने तब खरीदा था जब ये एप्लीकेशन सक्रिय था। अब एप्लीकेशनतो सक्रिय नहीं रहा लेकिन इसमें रखी हुई ई-बुक्स मेरे पास मौजूद ही हैं जिन्हें मैं गाहे-बगाहे पढ़ता रहता हूँ। लालची मौत भी एक ऐसी ही ई-बुक थी जो मेरे पास न जाने कितने वर्षों से पड़ी हुई थी। जुलाई में पढ़ने के लिए ऐसी चीज ढूँढ रहा था जिसे जल्द पढ़कर खत्म कर सकूँ तो इस पर नजर गयी और मैंने इसे पढ़ने का फैसला किया।
लालची मौत फ्रीलांस टैलेंटस कॉमिक बुक्स शृंखला में प्रकाशित हुआ कॉमिक बुक है। यह एक 21 पृष्ठ का कॉमिक बुक है जिसे कुछ इंडिपेंडेंट आर्टिस्टस ने मिलकर बनाया है।
कॉमिक बुक की कहानी मोहित शर्मा ‘जहन’ द्वारा लिखी गयी है। यह कहानी उनकी लिखी एक शृंखला indi horror में संकलित है। कहानी की शुरुआत एक हॉस्पिटल से होती है जहाँ एक पैशन्ट के साथ अजीबो गरीब घटनाये हो रही हैं। यह आदमी कौन है और क्यों उसके साथ ये हो रहा है ये कहानी में आगे जाकर पता लगता है।
लालच आदमी को कब इंसान से हैवान बना दे ये कोई नहीं कह सकता है। यह कॉमिक बुक भी एक ऐसे परिवार की कहानी है जो अपने स्वार्थ के चलते एक ऐसा कदम उठाते हैं जिसे शायद ही कोई उठाने की सोच सकेगा। एक पल को कॉमिक बुक पढ़ते हुए आपको लग सकता है कि यहाँ परिवार के विचारों में अतिशयोक्ति दिखाई गयी है लेकिन अगर आप मनोहर कहानियाँ या सत्यकथा में प्रकाशित कुछ मामले देख लेंगे तो ऐसा शायद ही लगे। और यही कारण है कि कहानी का अंत आपको सुकून देता है।
कहानी की कमी की बात करूँ तो वह यह है कि कहानी में बताया ज्यादा जा रहा है और दिखाया कम जा रहा है। तीन पृष्ठों में हमें करन वर्मा के साथ होती परलौकिक घटनाएँ देखने को मिलती है और उसके बाद करन उधर कैसे पहुँचा ये बताया गया है। इससे कहानी में जो रहस्य का पुट हो सकता था वो खत्म सा हो गया। अगर इसमें एक ऐसा किरदार होता जो इनके साथ हो रही घटनाओं का पता लगाकर असलियत तक पहुँचता तो कहानी और रोमांचक बन सकती थी। इस तरह से कहानी में परलौकिक घटनाएँ हो रही हैं वो क्यों हो रही है ये नैरेशन बॉक्स के माध्यम से बताने की जरूरत नहीं पड़ती। वह किरदारों के बीच होने वाले डायलॉग के माध्यम से दिखलाई जाती। तब इसमें रहस्य और सस्पेंस दोनों का तड़का होता। हाँ, इससे पृष्ठ संख्या बढ़ जाती जो शायद लेखक न चाहते रहे हों और इस कारण हो सकता है उन्होंने ये रास्ता चुना हो।
कॉमिक बुक का आर्टवर्क कुलदीप बब्बर द्वारा किया गया है। अगर आप कॉमिक बुक में आर्टवर्क को ज्यादा तवज्जो देते हैं तो आपको यह आर्टवर्क निराश कर सकता है। व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए आर्टवर्क कहानी को संप्रेषित करने का माध्यम है तो जब तक वह यह कार्य करता है तो मुझे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है।
अंत में यही कहूँगा कि मुझे कहानी का विषय पसंद आया है। मुझे लगता है इस कहानी को जिस तरह से लेखक ने अभी दर्शाया है वह इससे बेहतर तरीके से इसे दर्शा सकते थे। इसका स्ट्रक्चर बेहतर किया जा सकता था।
कॉमिक बुक लिंक: गूगल बुक्स
तीन रन का सौदा
संस्करण विवरण:
फॉर्मैट: ई-बुक | प्रकाशक: फ्रीलांस टैलेंटस | पृष्ठ संख्या: 10 | कथा: मोहित शर्मा ‘ज़हन’ | चित्र: अमित अल्बर्ट | रंग: हरेन्द्र सैनी | शब्दांकन: युद्धवीर सिंह
कॉमिक बुक लिंक: कल्चर पॉपकॉर्न | गूगल बुक्स
कहानी
राजन प्रकाश भारतीय फर्स्ट क्लास क्रिकेट का खिलाड़ी था। वह एक प्रतिभावान खिलाड़ी था जो राजनीति और किस्मत के चलते अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की टीम में अपनी जगह नहीं बना पाया था।
अब वह डमेस्टिक क्रिकेट में अरुणाचल प्रदेश की टीम की कप्तानी कर रहा था। बाकी काफी सीजन की तरह इस सीजन में भी उसका प्रदर्शन काबिले तारीफ था और अब एक रिकार्ड उसके नाम होने वाला था।
पर फिर जब रिकार्ड नाम करने का मौका आया तो उसने एक सौदा करने का फैसला किया?
आखिर क्या था ये सौदा? आखिर क्यों राजन प्रकाश ने ये सौदा किया?
मेरे विचार
कई बार मुकाबला तेज या फिरकी बॉलर से या बल्लेबाज से न होकर किस्मत से होता है, जिसकि अगली करवट क्या होगी कोई अंदाजा नहीं लगा सकता! हमारे हाथ में बस एक चीज होती है मेहनत! जो किस्मत की देवी को दिया जाने वाला चढ़ावा समझो!
कॉमिक बुक लिंक: कल्चर पॉपकॉर्न | गूगल बुक्स
यह लालची मौत कहाँ पढ़ने मिलेगी?
साथ ही क्या आपने प्रतिलिपि कॉमिक्स पढ़ी है?
आपको शायद पता हो पर फिर भी जानकारी दे देता हूँ कि उन्होंने कई प्रतिलिपि की कहानियों रूपांतरण किया है जिसमे ताश्री और मुर्दे की ट्रेन जैसे लोकप्रिय कहानियाँ भी शामिल है।
और भी आ रही है।
कॉमिक प्रेमियो के लिए फ्री मे कॉमिक्स पढ़ने के लिए बढ़िया साइट है।
जी लालची मौत मैंने डेलीहंट में पढ़ी थी…. अब कहाँ मिलेगी ये नही पता… प्रतिलपी कॉमिक्स अभी नहीं पढ़ी हैं। जल्द ही देखता हूँ उसे भी। जानकारी देने के लिए हार्दिक आभार।
ये कुछ लिंक हैं अमन जी, यहां विजिट करके इस सीरीज की कुछ अन्य कॉमिक भी दिख जाएंगे। –
Readwhere – https://www.readwhere.com/m/comic/freelance-talents/Laalchi-Maut-Deadly-Deal/12858
Scribd – https://www.scribd.com/doc/277822145/Laalchi-Maut-Indi-Horror-Comic
Slideshare – https://www.slideshare.net/Trendster1/laalchi-maut-deadly-deal-indi-horror-comic
Google Play – https://play.google.com/store/books/details/Mohit_Sharma_Trendster_Laalchi_Maut?id=AkZ3CgAAQBAJ
Google Books – https://www.google.co.in/books/edition/Laalchi_Maut/AkZ3CgAAQBAJ?hl=en&gbpv=0
सटीक समीक्षाएं हैं इन दोनों कॉमिक्स की। लालची मौत में वाकई नेरेशन ज़्यादा हो गया। शायद इसलिए कि यह सीरीज की शुरुआती कहानी थी। विषय और आर्ट के हिसाब से तीन रन का सौदा बेहतर है। डेलीहंट के अलावा ऊपर टिप्पणी में दी गई साइटों पर भी आप कॉमिक ऑनलाइन पढ़ सकते हैं या डाउनलोड कर सकते हैं। शुक्रिया!
जी आभार…. मैं इन लिंक्स को जोड़ देता हूँ….