संस्करण विवरण:
फॉर्मैट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: 60 | प्रकाशक: राज कॉमिक्स | शृंखला: नागराज
टीम
लेखक एवं चित्रांकन: अनुपम सिन्हा | इंकिंग: विट्ठल कांबले | सुलेख एवं रंग: सुनील पाण्डेय
कहानी
महानगर में एक बार फिर नागदंत कहर बनकर टूट पड़ा था। जब नागराज उसे रोकने के लिए पहुँचा तो उसका मुकाबला हुआ मणिधारक सांगली और ड्रेगन सवार सुन ची से।
जहाँ सांगली नागराज को खत्म करने के लिए आई थी वहीं सुन ची नागराज का जहर लेने पहुँचा था।
आखिर कौन थी ये सांगली? कौन था ये सुन ची?
सांगली क्यों नागराज को खत्म करने आयी थी? सुन ची को नागराज का जहर क्यों चाहिए था?
मेरे विचार
ज़हरीले राज कॉमिक्स द्वारा प्रकाशित नागराज का विशेषांक है। यह कॉमिक बुक प्रथम बार 1997 में प्रकाशित हुआ था।
नागराज की बात की जाए तो नागदंत उसके समक्ष खड़ा ऐसा खलनयाक है जो कि शक्ति में उससे कहीं भी कम नहीं है लेकिन फिर भी बार-बार उसे हार का मुँह देखना पड़ता है। प्रस्तुत कथानक जहरीले की शुरुआत भी कुछ ऐसे ही होती है। अपनी लगातार होती हारों के कारण नागदंत मनोवैज्ञानिक रूप से इतना परेशान हो चुका है कि उसे नागराज से होती हारों के डरावने सपने आने लगे हैं। अपनी इस स्थिति से उभरने के लिए महानगर पर हमला करके नागराज से अपनी अंतिम लड़ाई करने का मन बना लेता है। यह लड़ाई कैसी होती है और इसका नतीजा जो निकलता है यह तो आप कॉमिक्स पढ़कर ही जानिएगा लेकिन मैं यहाँ ये बता दूँ कि इस कॉमिक्स में नागदंत के अलावा सांगली और सुन ची नामक ऐसे किरदार भी जुड़ जाते हैं और ऐसी परिस्थितियाँ पैदा कर देते हैं कि नागराज को भारत की सीमा छोड़कर चीन के जेमिन प्रांत जाना पड़ता है। जेमिन प्रांत में उसे क्या मिलता है और उधर उसे किन मुसीबतों को झेलना पड़ता है यही कॉमिक का बचा हुआ कथानक बनता है।
नागराज का प्रस्तुत कॉमिक बुक एक एक्शन से भरपूर कॉमिक तो है ही लेकिन साथ में यह नागदंत के मूल पर भी वो रोशनी डालता है। प्रोफेसर नागमणि को नागदंत कैसे मिला और वह नागदंत बनने से पहले क्या था यह सब इस कॉमिक्स में पाठक जान पाते हैं।
वहीं नागराज महानगर से जेमिन प्रांत की अपनी इस यात्रा में कई लोगों से भिड़ता हुआ दिखता है। नागदंत, सांगली और सुनी ची के अलावा नेत्रा, ऐसा इच्छाधारी नाग जिसकी तीसरी आँख से आग बरसती है, अक्यूफाइटर, ऐसा नाग जिसके शल्क अक्यूपंचर में इस्तेमाल होने वाली सुइयों के समान हैं और दुश्मन के शरीर पर लगते ही उसे सुन्न कर देते हैं, और ड्रेगन शिंग जैसे प्रतिद्वंदियों से वह उलझता दिखता है। कहानी में एक्शन लगातार बना रहता है और यह आपको बोर नहीं होने देती है। कहानी में ज्यादा ट्विस्ट नहीं है लेकिन रोमांच आखिर तक बना रहता है।
कॉमिक बुक का आर्टवर्क अनुपम सिन्हा द्वारा बनाया गया है और उनके टिपिकल स्टाइल का है। ठीक है। एक दो स्प्लैश पेज भी होते तो बेहतर होता।
अंत में यही कहूँगा कि अगर एक रोमांचक एक्शन से भरपूर कॉमिक बुक आप पढ़ना चाहते हैं तो नागराज की जहरीले पढ़कर आप निराश नहीं होंगे। यह कॉमिक एक कॉमिक पाठक का मनोरंजन करने में पूरी तरह से सक्षम है।
आपने अगर जहरीले पढ़ी है तो आपको यह कैसी लगी? अपने विचारों से हमें जरूर अवगत करवाइएगा।
(आप भी हमें अपने प्रिय कॉमिक बुक्स के प्रति अपने विचारों को लिखकर भेज सकते हैं। संपादक टीम को वह प्रकाशन योग्य लगते हैं तो वह जरूर प्रकाशित किए जाएँगे। अपने विचार हमें contactekbookjournal@gmail.com पर भेजिएगा।)
पुस्तक लिंक: जहरीले
अमेज़न में मौजूद नागराज के अन्य कॉमिक बुक्स:
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