अपराध कथा लेखक अनिल मोहन का नवीन उपन्यास जल्द ही होगा रिलीज

अनिल मोहन का नवीन उपन्यास जल्द ही होगा रिलीज
अनिल मोहन
आधुनिक हिन्दी अपराध साहित्य की बात की जाए तो इसमें लेखक अनिल मोहन (Anil Mohan) का अपना एक विशिष्ट स्थान रहा है। कुछ वक्त से उन्होंने उपन्यास लेखन से एक दूरी सी बना ली थी लेकिन इस वर्ष से वह वापिस उपन्यास लेखन करने लगे हैं। हाल ही में उन्होंने अपने पाठकों को दो उपन्यास दिए हैं और अब उन्होंने अपने नवीन उपन्यास की घोषणा कर दी है। 
लेखक अनिल मोहन ने  घोषणा फेसबुक पोस्ट करके अपने प्रशंसकों को बताया कि देवराज चौहान और मोना चौधरी की पूर्वजन्म शृंखला का तीसरा उपन्यास ‘मायाजाल’ जल्द ही रिलीज किया जाएगा। इस शृंखला के बाकी दो उपन्यासों पूर्वजन्म और यज्ञ की तरह यह उपन्यास किंडल पर रिलीज किया जाएगा। उन्होंने पोस्ट के साथ उपन्यास का आवरण चित्र भी साझा किया। 
मायाजाल का आवरण चित्र

बताते चलें मायाजाल देवराज चौहान और मोना चौधरी की पूर्वजन्म शृंखला का तीसरा और आखिरी उपन्यास है। इस शृंखला के उपन्यासों में देवराज चौहान, मोना चौधरी और अन्य कई किरदार पूर्व जन्म के सफर पर निकल पड़ते हैं। 
अगर आप नहीं जानते तो आपको बता दें कि देवराज चौहान और मोना चौधरी लेखक अनिल मोहन के सबसे मकबूल पात्रों में से हैं। जहाँ देवराज चौहान एक डकैत है जिसे उसके द्वारा की गई डकैतियों के लिए डकैती मास्टर भी कहा जाता है वहीं मोना चौधरी एक ऐसी लड़की है जो पैसों के लिए बड़े बड़े अपराध करने से नहीं हिचकती है। इन दोनों किरदारों की बस एक ही शर्त होती है कि यह अपराध देश के खिलाफ न हों। अनिल मोहन ने पहले भी की बार देवराज चौहान और मोना चौधरी को साथ में लेकर कहानियाँ लिखी हैं जो पाठकों को खासी पसंद आई हैं। 
इसलिए इसमें दो राय नहीं है कि लेखक अनिल मोहन के प्रशंसकों को पूर्वजन्म शृंखला के इस नवीन उपन्यास का बेसब्री से इंतजार रहेगा। 

क्या आपने अनिल मोहन के उपन्यास पढ़ें हैं? 

आपके पसंदीदा उपन्यास कौन से थे? 

हमें बताना न भूलिएगा। 

यह भी पढ़ें


FTC Disclosure: इस पोस्ट में एफिलिएट लिंक्स मौजूद हैं। अगर आप इन लिंक्स के माध्यम से खरीददारी करते हैं तो एक बुक जर्नल को उसके एवज में छोटा सा कमीशन मिलता है। आपको इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। ये पैसा साइट के रखरखाव में काम आता है। This post may contain affiliate links. If you buy from these links Ek Book Journal receives a small percentage of your purchase as a commission. You are not charged extra for your purchase. This money is used in maintainence of the website.

About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर उन्हें लिखना पसंद है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

View all posts by विकास नैनवाल 'अंजान' →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *