व्यंग्य: समोसा और जलेबी - प्रांजल सक्सेना

व्यंग्य: समोसा और जलेबी – प्रांजल सक्सेना

प्रांजल सक्सेना शिक्षक और लेखक हैं। अपनी रचनाओं में हास्य और व्यंग्य का तड़का वो लगाते हैं। आज एक बुक जर्नल में पढ़ें अहिष्णुता पर प्रांजल सक्सेना का व्यंग्य ‘समोसा और जलेबी’।

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‘भूतिया मास्साब’ के लेखक प्रांजल सक्सेना से बातचीत

अच्छा भूत बनने का प्रशिक्षण भी देती है ‘भूतिया मास्साब’; ‘भूतिया मास्साब’ के लेखक प्रांजल सक्सेना से बातचीत

‘महनपुर के नेता’, ‘गाँव वाला अंग्रेजी स्कूल’ और ‘हाथिस्थान’ के बाद लेखक प्रांजल सक्सेना का किशोर उपन्यास ‘भूतिया मास्साब’ फ्लाईड्रीम्स पब्लिकेशन से प्रकाशित होकर आया है। इस उपलक्ष्य में उन्होंने एक बुक जर्नल से उनके लेखन, उनकी नवीन पुस्तक और आने वाली पुस्तकों पर बातचीत की है। उम्मीद है यह बातचीत आपको पसंद आएगी।

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