चाक – मैत्रयी पुष्पा
रेटिंग : ५/५ उपन्यास ख़त्म करने की तारीक :१५ फरबरी २०१५ संस्करण विवरण : फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या : ४३५ | प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन पहला वाक्य : काश …
चाक – मैत्रयी पुष्पा Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
रेटिंग : ५/५ उपन्यास ख़त्म करने की तारीक :१५ फरबरी २०१५ संस्करण विवरण : फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या : ४३५ | प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन पहला वाक्य : काश …
चाक – मैत्रयी पुष्पा Read Moreरेटिंग : ३/५ संस्करण विवरण: फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: १४८ | प्रकाशक: राजकमल पेपरबैक्स पहला वाक्य : निठल्ला भी कहीं डायरी लिखने का काम करेगा ! निठल्ले की डायरी …
निठल्ले की डायरी – हरिशंकर परसाई Read Moreरेटिंग :३/५ संस्करण विवरण: फॉर्मेट : हार्डबैक पृष्ठ संख्या : 196 प्रकाशक : किताबघर प्रकाशन किताबघर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में ममता कालिया के तीन लघु उपन्यासों को संग्रहित …
तीन लघु उपन्यास – ममता कालिया Read Moreरेटिंग:३.५/५ दिनांक जब कहानी ख़त्म की गयी : २, सितम्बर २०१४ संस्करण विवरण: फॉर्मेट: पेपरबैक पृष्ठ संख्या:८८ प्रकाशक:राजकमल पेपरबैक्स पहला वाक्य: ऐ लड़की, अँधेरा क्यूँ कर रखा है! बिजली पर …
ऐ लड़की – कृष्णा सोबती Read Moreरेटिंग : ३ /५ संस्करण विवरण : पृष्ट संख्या :१६५ प्रकाशक : डायमंड पॉकेट बुक्स (प्रा. ) लि. प्रथम वाक्य : महिम का एक घनिष्ट मित्र था सुरेश । गृहदाह …
गृहदाह – शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय (Grihdah by Sharat Chandra Chattopadhyay) Read Moreरेटिंग: ३.५/५ उपन्यास ख़त्म करने की तारिक: २६ अक्टूबर,२०१४ संसकरण विवरण : फॉर्मेट: पेपरबैक पृष्ठ संख्या : १०४ प्रकाशक : राजपाल प्रथम वाक्य: सांबली और गछट के सरकारी जंगलों में …
जंगल – नरेन्द्र कोहली (Jungle by Narendra Kohli) Read Moreपुस्तक समाप्त करने की तिथि: ८ अक्टूबर ,२०१४ रेटिंग:४ /५ संस्करण विवरण: फॉर्मेट: पेपरबैक पृष्ठ संख्या: ११० प्रकाशक: राजपाल पहला वाक्य: महानुभाव ! मैं न तो कोई साधु-सन्यासी हूँ, न …
एक गधे की आत्मकथा – कृश्न चन्दर Read Moreउपन्यास ख़त्म करने की दिनांक – अक्टूबर ,४ ,२०१४ रेटिंग – ३/५ संस्करण विवरण : फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: ३९७ | प्रकाशक: रवि पॉकेट बुक्स प्रथम वाक्य : मेरी …
प्यासी आत्मा – राजभारती Read Moreरेटिंग : ३.५/५ संस्करण विवरण फॉर्मेट:पेपरबैक पृष्ठ संख्या :१९० प्रकाशक : हिन्द पॉकेट बुक्स प्रथम वाक्य : मन्त्र बोलते-बोलते गुड्डो का मन अनायास उसके अर्थों में अटक जाता है – …
हवन – सुषम बेदी Read MoreRating: 3.5/5 Finished On: 30 march, 2014 संस्करण विवरण format-पेपरबैक प्रकाशक – राधाकृष्ण प्रकाशन पृष्ट संख्या – 160 त्रिशंकु मन्नू भंडारी जी का कहानी संग्रह है, जिसमें उनकी निम्न कहानियों …
त्रिशंकु – मन्नू भंडारी Read More