
निरुपमा – सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’
रेटिंग : ३/५ मई २७ से जून ७ के बीच पढ़ा गया संस्करण विवरण : फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : १३२ प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन पहला वाक्य : लखनऊ …
निरुपमा – सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
रेटिंग : ३/५ मई २७ से जून ७ के बीच पढ़ा गया संस्करण विवरण : फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : १३२ प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन पहला वाक्य : लखनऊ …
निरुपमा – सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ Read Moreरेटिंग : ४/५ ५ मई २०१५ से १२ मई २०१५ संस्करण विवरण: फॉर्मेट: पेपरबैक पृष्ठ संख्या:२५७ प्रकाशक:भारतीय ज्ञानपीठ पहला वाक्य : अगर पुराने ज़माने की नगर देवता की और ग्राम …
गुनाहों का देवता – धर्मवीर भारती Read Moreरेटिंग: ५/५ पुस्तक पढ़ी गयी : अप्रैल ६ से अप्रैल १४ के बीच संकरण विवरण: फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: १६० | प्रकाशक: अंतिका प्रकाशन पहला वाक्य: पुरानी दिल्ली के …
वह भी कोई देस है महाराज – अनिल यादव Read Moreरेटिंग : ५/५ उपन्यास ख़त्म करने की तारीक :१५ फरबरी २०१५ संस्करण विवरण : फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या : ४३५ | प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन पहला वाक्य : काश …
चाक – मैत्रयी पुष्पा Read Moreरेटिंग : ३/५ संस्करण विवरण: फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: १४८ | प्रकाशक: राजकमल पेपरबैक्स पहला वाक्य : निठल्ला भी कहीं डायरी लिखने का काम करेगा ! निठल्ले की डायरी …
निठल्ले की डायरी – हरिशंकर परसाई Read Moreरेटिंग :३/५ संस्करण विवरण: फॉर्मेट : हार्डबैक पृष्ठ संख्या : 196 प्रकाशक : किताबघर प्रकाशन किताबघर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में ममता कालिया के तीन लघु उपन्यासों को संग्रहित …
तीन लघु उपन्यास – ममता कालिया Read Moreरेटिंग:३.५/५ दिनांक जब कहानी ख़त्म की गयी : २, सितम्बर २०१४ संस्करण विवरण: फॉर्मेट: पेपरबैक पृष्ठ संख्या:८८ प्रकाशक:राजकमल पेपरबैक्स पहला वाक्य: ऐ लड़की, अँधेरा क्यूँ कर रखा है! बिजली पर …
ऐ लड़की – कृष्णा सोबती Read Moreरेटिंग : ३ /५ संस्करण विवरण : पृष्ट संख्या :१६५ प्रकाशक : डायमंड पॉकेट बुक्स (प्रा. ) लि. प्रथम वाक्य : महिम का एक घनिष्ट मित्र था सुरेश । गृहदाह …
गृहदाह – शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय (Grihdah by Sharat Chandra Chattopadhyay) Read Moreरेटिंग: ३.५/५ उपन्यास ख़त्म करने की तारिक: २६ अक्टूबर,२०१४ संसकरण विवरण : फॉर्मेट: पेपरबैक पृष्ठ संख्या : १०४ प्रकाशक : राजपाल प्रथम वाक्य: सांबली और गछट के सरकारी जंगलों में …
जंगल – नरेन्द्र कोहली (Jungle by Narendra Kohli) Read Moreपुस्तक समाप्त करने की तिथि: ८ अक्टूबर ,२०१४ रेटिंग:४ /५ संस्करण विवरण: फॉर्मेट: पेपरबैक पृष्ठ संख्या: ११० प्रकाशक: राजपाल पहला वाक्य: महानुभाव ! मैं न तो कोई साधु-सन्यासी हूँ, न …
एक गधे की आत्मकथा – कृश्न चन्दर Read Moreउपन्यास ख़त्म करने की दिनांक – अक्टूबर ,४ ,२०१४ रेटिंग – ३/५ संस्करण विवरण : फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: ३९७ | प्रकाशक: रवि पॉकेट बुक्स प्रथम वाक्य : मेरी …
प्यासी आत्मा – राजभारती Read Moreरेटिंग : ३.५/५ संस्करण विवरण फॉर्मेट:पेपरबैक पृष्ठ संख्या :१९० प्रकाशक : हिन्द पॉकेट बुक्स प्रथम वाक्य : मन्त्र बोलते-बोलते गुड्डो का मन अनायास उसके अर्थों में अटक जाता है – …
हवन – सुषम बेदी Read More