वो कौन था – अनिल मोहन
रेटिंग : ३.५/५ २३ मई २०१५ से २४ मई २०१५ के बीच पढ़ा गया संस्करण विवरण: फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : 319 प्रकाशक : रवि पॉकेट बुक्स सीरीज : …
वो कौन था – अनिल मोहन Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
रेटिंग : ३.५/५ २३ मई २०१५ से २४ मई २०१५ के बीच पढ़ा गया संस्करण विवरण: फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : 319 प्रकाशक : रवि पॉकेट बुक्स सीरीज : …
वो कौन था – अनिल मोहन Read Moreरेटिंग : २.५/५ उपन्यास पढ़ने कि तारीक : ९ मई २०१५ से १० मई २०१५ संस्करण विवरण : फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : २८७ प्रकाशक : रवि पॉकेट बुक्स …
बकरे कि माँ – रीमा भारती Read Moreरेटिंग: ४ / ५ अप्रैल २५ २०१५ से अप्रैल २८ २०१५ के बीच पढ़ा गया संस्करण विवरण: फॉर्मेट : ईबुक प्रकाशक : न्यूज़हंट सीरीज : सुनील #१ पहला वाक्य: सुनील कुमार …
पुराने गुनाह नये गुनाहगार – सुरेन्द्र मोहन पाठक Read Moreरेटिंग : ३/५ दिनांक जिसके बीच में उपन्यास पढ़ा गया : ३ अप्रैल २०१५ से ६ अप्रैल २०१५ संस्करण विवरण : फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : २९२ प्रकाशक : …
सीक्रेट एजेंट – सुरेन्द्र मोहन पाठक Read Moreरेटिंग : २.५/५ उपन्यास पढ़ा गया : मार्च ३१ से अप्रैल ४ तक संस्करण विवरण : फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : २८५ प्रकाशक : रवि पॉकेट बुक्स सीरीज : …
एक हसीना थी – ओम प्रकाश शर्मा Read Moreरेटिंग : ४/५ मार्च ११ से मार्च १५ के बीच में पढ़ा गया संस्करण विवरण: फॉर्मेट :पेपरबैक पृष्ठ संख्या : ३४६ प्रकाशक : राजा पॉकेट बुक्स सीरीज : सुनील #117 …
जाल – सुरेन्द्र मोहन पाठक Read Moreरेटिंग: ५/५ उपन्यास पढ़ा गया: 6 मार्च से 8 मार्च संस्करण विवरण : फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : ३५२ प्रकाशक : राजा पॉकेट बुक्स सीरीज : जीतसिंह #६ मिडनाइट …
मिडनाइट क्लब – सुरेन्द्र मोहन पाठक Read Moreरेटिंग : ३/५ उपन्यास ख़त्म करने की तारीक : २२ फेब्ररी २०१५ संसकरण विवरण : फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : २५५ प्रकाशक : धीरज पॉकेट बुक्स सीरीज : रीमा …
कौन जीता कौन हारा – रीमा भारती Read Moreरेटिंग: ५/५ उपन्यास ख़त्म करने की तारीक :२५ फेब्रुअरी,२०१५ संस्करण विवरण : फॉर्मेट : पेपरबैक पृष्ठ संख्या : ३०४ प्रकाशक : राजा पॉकेट बुक्स सीरीज : मुकेश माथुर #३ पहला …
वहशी – सुरेन्द्र मोहन पाठक Read Moreरेटिंग : ३ /५ पहला वाक्य : आज शतरंज का खेल बड़े इतमीनान से हो रहा था, इसलिए खेल का भरपूर आनंद हासिल हो रहा था। आज पाठक जी कि …
शतरंज की मोहरें – सुरेन्द्र मोहन पाठक Read More