हर वर्ष बिहार सरकार के राजभाषा विभाग द्वारा हिंदी सेवी सम्मान के अंतर्गत हिन्दी सेवियों को को अलग अलग पुरस्कारों से सम्मानित/पुरस्कृत किया जाता रहा है। ये पुरस्कार सृजनात्मक लेखन, पत्रकारिता, न्याय, प्रशासन या हिन्दी के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में विशिष्टतम योगदान हेतु दिये जाते हैं।
वर्ष 2020-21 के लिए दिए जाने वाले हिंदी सेवी सम्मान की घोषणा हाल ही में की गयी है। इस सम्मान का चयन करने वाली जूरी के अध्यक्ष साहित्य अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष माधव कौशिक थे, जबकि कमलकिशोर गोयनका, नासिरा शर्मा और अनामिका सदस्य थे।
इस वर्ष निम्न हिन्दी सेवियों को पुरस्कृत किया जा रहा है। सभी श्रेणी के लिए पुरस्कार की राशि 50 हजार से तीन लाख रुपये तक है।
- विश्वनाथ प्रसाद तिवारी – डॉ राजेन्द्र प्रसाद शिखर सम्मान
- डा. अशोक कुमार – बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर पुरस्कार
- मृणाल पाण्डे – जननायक कर्पूरी ठाकुर पुरस्कार
- सुशीला टांकभोरे – बीपी मंडल पुरस्कार
- कवि सत्यनारायण – नागार्जुन पुरस्कार
- रामश्रेष्ठ दीवाना – राष्ट्रकवि दिनकर पुरस्कार
- जाबिर हुसैन – फणीश्वरनाथ रेणु पुरस्कार
- गीता श्री – विद्यापति पुरस्कार
- अनंत विजय – डा. फादर कामिल बुल्के पुरस्कार
- वनजा – बाबू गंगाशरण पुरस्कार
- डा. राकेश कुमार सिन्हा – मोहनलाल महतो वियोगी पुरस्कार
- भगवती प्रसाद द्विवेदी – भिखारी ठाकुर पुरस्कार
- छाया सिन्हा – डा. ग्रियर्सन पुरस्कार
- डा. पूनम सिंह – महादेवी वर्मा पुरस्कार