जो दुरूपयोग नहीं करता उसके हाथ में मैं ज्यादा से ज्यादा स्वतन्त्रता देने से नहीं डरता। जो जानता है स्वतन्त्रता बड़ी कीमती चीज है, उसका अपव्यय और उसका कदर्य उपयोग करना मानो उसकी हत्या करना है, वह स्वतन्त्रता अपनायेगा तो उसे कोई नहीं टोक सकेगा। मैं यही कहता हूँ।
– जैनेन्द्र कुमार, परख की भूमिका से
किताब लिंक: पेपरबैक