नव वर्ष पर थ्रिल वर्ल्ड प्रकाशन द्वारा नई पुस्तको के प्री ऑर्डर की घोषणा

नव वर्ष के अवसर पर थ्रिलवर्ल्ड प्रकाशन द्वारा नवीन पुस्तकों के प्री ऑर्डर की घोषणा की गयी है। इस नये सेट में थ्रिल वर्ल्ड प्रकाशन  लेखक संतोष पाठक की तीन नयी पुस्तकें पाठकों के लिए लेकर आये हैं। 

इस नये सेट में लेखक संतोष पाठक की निम्न पुस्तकें प्रकाशन लेकर आ रहे हैं:

गद्दार 

सौरभ सिंह एक ऐसा मैसेंजर था, जिसे इस्लामाबाद पहुंचकर अपने पास मौजूद जानकारी आगे किसी को सौंप देनी थी, प्रत्यक्षतः उस काम में कोई पंगा पड़ने की उम्मीद नहीं थी। मगर पंगा पड़कर रहा, और ऐसा पंगा जिसने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के धुरंधर जासूसों के होश उड़ा कर रख दिये। देखते ही देखते इस्लामाबाद की सड़कें उनके खुद के जासूसों और पुलिसकमिर्यों के लहू से रक्त रंजित होती चली गयीं।

पुस्तक विवरण:

पृष्ठ संख्या: 287 | एमआरपी: 240 | प्री ऑर्डर कीमत: 200

कमबख्त 

हंसराज शर्मा बेहद चिड़चिड़ा, कंजूस और अव्वल दर्जे का खुंदकी शख्स था। साथ में बदकिस्मत भी। एक तरफ जहाँ बिस्तर पर पड़ा वह जिंदगी की आखिरी घड़ियाँ गिन रहा था, वहीं दूसरी तरफ पूरा कुनबा उसकी मौत की दुआएँ माँग रहा था। कोई ऐसा भी था जिसे उसकी मौत तक इंतजार करना कबूल नहीं हुआ, जिसने वक्त से पहले उसे दुनिया से चलता कर दिया।

इंस्पेक्टर सतपाल सिंह के सामने अब सबसे पहला सवाल ये था कि बंद कमरे में कत्ल हुआ तो आखिर हुआ कैसे? अभी जाँच शुरू ही हुई थी कि विशाल सक्सेना जैसे जादू के जोर से घटना स्थल पर पहुँच गया। आगे पनौती और सतपाल की जुगलबंदी ने ऐसा कहर ढाया कि कई लोग अर्श से फर्श पर जा गिरे।

पुस्तक विवरण:

पृष्ठ संख्या: 257 | शृंखला: विशाल सक्सेना |  एमआरपी: 240 | प्री ऑर्डर कीमत: 200

कौन 

वह शादीशुदा था। बीवी बेहद खूबसूरत थी, मगर बाजारू औरतों की सोहबत उसे कहीं ज्यादा पसंद थी। शराब, शबाब और कबाब का अव्वल दर्जे का रसिया आकाश चौधरी बीवी कतरा भी था। जाने कितने दोस्तों को खून के आँसू रूला चुका था और आगे जाने कितने परिवार उसकी वजह से उजड़ने वाले थे, लिहाजा उससे खुंदक खाने वालों की कोई कमी नहीं थी। 

ऐसा खरदिमाग और गिरे हुए चरित्र का शख्स अगर एक रोज अपनी जान से हाथ धो बैठा तो क्या बड़ी बात थी? 

अब सवाल ये था कि बिल्ली के गले में घंटी बांधी तो आखिर बांधी किसने?

पुस्तक विवरण:

पृष्ठ संख्या: 257 | शृंखला: वंश वशिष्ठ |  एमआरपी: 240 | प्री ऑर्डर कीमत: 200

अगर आप इन तीनों पुस्तकों को एक साथ मँगवाते हैं तो 720 रुपये की इन पुस्तकों को आप 539 रुपये में प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप एक पुस्तक मँगवाते हैं तो आपको उसके लिए 200 रुपये की सहयोग राशि ही देनी होगी। यह प्री ऑर्डर ऑफर केवल 10 जनवरी 2022 तक ही मान्य होगा। 

अपने ऑर्डर आप निम्न नंबर पर गूगल पे/फोन पे/पेटीएम करके भी दे सकते हैं। ऑर्डर करने के पश्चात आप अपना पता निम्न नंबर पर ही प्रेषित कर सकते हैं:

9598434828

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