तक्षक

कॉमिक बुक 18 अक्टूबर 2020 को पढ़ा गया 

संस्करण विवरण:
फॉर्मेट: पेपरबैक  |  पृष्ठ संख्या: 80 | प्रकाशक: राज कॉमिक्स | श्रृंखला:  नरक नाशक #7
लेखक: नितिन मिश्रा | शब्दांकन: मंदार गंगेले |  सम्पादक:  मनीष गुप्ता | पेंसिलर: हेमंत

तक्षक - नागराज - रिव्यु
तक्षक – नागराज
कहानी:
थार मरुस्थल और महानगर में होने वाली दिल दहलाने वाली घटनाओं ने नागराज और रिप के एजेंट्स, ताहिरा, गगन, मॉन्टी और विनाशदूत को थार ला दिया था। 
उधर उनका सामना ऐसी शक्तियों से हुआ जिसकी उन्होंने कल्पना ही नहीं की थी। मिश्र का फराहो  तूतेन खामन सदियों बाद दोबारा जाग गया था और विश्व विजय के अपने सपने को जारी रखना चाहता था। वहीं उसके अनुसार वह भी नागराज की तरह तक्षक था और इस कारण अजय था।

आखिर क्या होता है यह तक्षक? कैसे बना तूतेन खामन एक तक्षक?
नागराज और रिप के एजेंट्स का तूतेन से टकराव निश्चित ही था और इस टकराव का जो नतीजा निकला वो किसी की भी कल्पना से परे थे।
जहाँ एक तरफ तूतेन खामन के पीछे  नागराज, विनाशदूत और गगन समय में पाँच हजार साल पहले पुरातन मिश्र  में चले गये थे वहीं दूसरी तरफ ताहिरा और मॉन्टी अकेले अपने समय में रह गये थे। अब उन्हें अपने ऊपर आने वाली मुसीबतों का सामना दो समूहों में करना था।
आखिर तूतेन वापस क्यों लौटा था? 
क्या उसके वापस लौटने से वर्तमान समय का खतरा टल गया? 
क्या नागराज और उसके साथी इस मुसीबत से दुनिया को निजाद दिला सके?
मेरे विचार:

तक्षक नरक नाशक नागराज श्रृंखला का सातवाँ कॉमिक है। मकबरा कॉमिक बुक में जिस कथानक की शुरुआत हुई थी उसे इस कॉमिक बुक में समाप्त किया गया है। वैसे तो कॉमिक बुक की शरूआत में संक्षिप्त में ही मकबरा की कहानी दी गयी है लेकिन अगर आप मेरी राय माने तो बेहतर यही होगा कि आप उस कॉमिक बुक को इस कॉमिक बुक के पहले पढ़ लें। तभी आप कथानक का पूरी तरह से लुत्फ़ ले पायेंगे। 
तक्षक की कहानी की बात करूँ तो यह वहीं से शुरू होती है जहाँ से मकबरा की कहानी खत्म हुई थी। नागराज, विनाशदूत और गगन समय यात्रा कर पाँच हजार साल पहले पुरातन मिश्र में पहुँच गये हैं। और अब इधर कई मुसीबतें उनका इन्तजार कर रही हैं। कहानी की शुरुआत में हमे यह पता  लगता है कि यह सब एक रहस्यमय व्यक्ति और विषंधर नामक नाग तांत्रिक का किया धरा है। यह रहस्यमय व्यक्ति कौन है यह जानने की उत्कंठा अंत तक बनी रहती है। यह रहस्य अंत में उजागर होता है जो कि नरक नाशक श्रृंखला के अगले भाग के प्रति आपकी उत्सुकता जरूर जागृत कर देगा।
वापिस इस कथानक पर आऊँ तो इस कॉमिक बुक का घटनाक्रम दो समयकाल में घटित होता है। एक तरफ नागराज, विनाशदूत और गगन को हम पाँच हजार साल पहले के मिश्र में तूतेन खामन की शक्तियों से जूझते हुए देखते हैं तो वहीं ताहिरा और मॉन्टी भी अपने समय में मौजूद परेशानियों से जूझते हुए दिखते हैं। दो वक्त में चल रहा यह घटनाक्रम आपको दोगुना एक्शन प्रदान करता है। जिन जिन शक्तियों से ये जूझते हैं वह मुझे तो बहुत ज्यादा रोचक लगी थीं। इस कॉमिक की ख़ास बात भी यह है कि  नागराज और उसके साथियों को दो बार खलनायक को हराना पड़ता है जो कि मजा बढ़ा देता है।
तक्षक आखिर क्या होता है और तूतेन खामन कैसे तक्षक बना इस सवाल का जवाब भी पाठक को मिलता है। वहीं इस बात का जवाब भी पाठक को मिलता है कि आखिर क्यों तूतेन खामन देवताओं के खिलाफ हो गया था। क्योंकि सब कुछ अकारण नहीं हुआ था तो पाठक के रूप में आप तूतेन खामन का नजरिया भी जान पाते हो और वह उसे एक तीन आयामी चरित्र प्रदान करता है। यह बात मुझे अच्छी लगी। इस कॉमिक में नाग तंत्रिका नगीना की भी एंट्री होती है जो कि मुझे रोचक किरदार लगा है। 
जैसा की मैंने मकबरा में मैंने बताया था कि विनाशदूत मुझे xmen के स्कॉट समर्स की तरह लगा था। इस बार भी ऐसा ही है। इस बार तो वह स्कॉट की तरह ही आँखों से किरण भी निकालते हुए भी दिखता है। वहीं गगन की ताकतें ग्रीन लैंटर्न से काफी मिलती हुई लगती है। नगीना का एक गुलाम योद्धा मकड़ाखाटू का चेहरा स्पाइडरमैन से प्रेरित लगता है। एक तन्त्र योद्धा चेहरे में स्पाइडरमैन जैसा मास्क और कपड़े  क्यों होंगे मुझे यह समझ नहीं आया। इन चीजों से बचा जा सकता था लेकिन क्यों नहीं बचा गया ये मुझे नहीं पता।
बायेंतरफ गगन और विनाशदूत, दायें तरफ मकड़ाखाटू

अंत में यही कहूँगा कि मुझे तो यह कॉमिक बुक काफी पसंद आया। अक्सर कॉमिकस या किसी भी आर्टवर्क के मामले में मैंने देखा है उसका पहला भाग तो अच्छा होता है लेकिन दूसरा उतना अच्छा नहीं बन पड़ता है लेकिन इधर ऐसा नहीं है। मेरे हिसाब से तो तक्षक मकबरा से बीस ही है और इसलिए यह संतुष्ट करता है।
आर्टवर्क मुझे पसंद आया और नरक नाशक नागराज का लुक मुझे तो अच्छा लगता है। 
कॉमिक के अंत में एक नया रहस्य उजागर होता है जो कि श्रृंखला के बाद के कॉमिक पढ़ने की इच्छा जागृत कर देता है। वहीं चूँकि मैंने इस श्रृंखला के शुरूआती कॉमिक भी नहीं पढ़े हैं तो इसे पढ़कर मैं उन्हें पढ़ने की जरूर कोशिश करूँगा।
रेटिंग: 4/5

अगर आपने इस कॉमिक बुक को पढ़ा है तो आपको यह कैसा लगा? मुझे बताना न भूलियेगा।
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© विकास नैनवाल ‘अंजान’


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About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर लिखना पसंद है। साहित्य में गहरी रूचि है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

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2 Comments on “तक्षक”

  1. पुस्तक के बारे में सुन्दर जानकारी।

    1. कॉमिक बुक के ऊपर लिखा यह लेख आपको पसंद आया यह जानकर अच्छा लगा सर…

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