लेखक शशिभूषण द्विवेदी की स्मृति में जानकीपुल द्वारा दिए जाने जानकीपुल शशिभूषण द्विवेदी स्मृति सम्मान के लिए चयनित रचनाओं की लॉन्गलिस्ट जारी कर दी गई है। इस लॉन्ग लिस्ट में बारह किताबों को चुना गया है। पुस्तकों का चयन एक चयन समिति द्वारा किया गया है जिसमें अनुकृति उपाध्याय, आशुतोष भारद्वाज, गिरिराज किराडू मौजूद थे। पुरस्कार के लिए निम्न पुस्तकों का चुनाव किया गया:

- आवाज़ें काँपती रहीं – अनघ शर्मा
- दरिया बंदर कोट – उपासना
- ये दिल है कि चोर दरवाजा – किंशुक गुप्ता
- कीर्तिगान – चंदन पाण्डेय
- ठहरे हुए से लोग – प्रकृति करगेती
- मृत्यु और हँसी – प्रदीप अवस्थी
- अमर देसवा – प्रवीण कुमार
- लोहे का बक्सा और बंदूक – मिथलेश प्रियदर्शी
- जादू: एक हँसी एक हीरोइन – रवींद्र आरोही
- वनिका – लवली गोस्वामी
- आधे सफर का हमसफ़र – शहादत
- सलाम बॉम्बे वाह्या वर्सोवा डोंगरी – सारंग उपाध्याय
बताते चलें चयन समिति द्वारा 1 जून को एक वर्चुअल मीट आयोजित की गयी जिसमें लॉन्ग लिस्ट की पुस्तकों का चुनाव किया गया था। निर्णायकों ने किताबों पर विचार करते हुए निम्न बिंदुओं पर चर्चा की:
- क्या किताब अपनी कोई कहानी कहने की कोशिश कह रही है? विषयवस्तु नयी हो या जानी पहचानी – क्या किताब उसको एक नयी दृष्टि दे कर उस विषयवस्तु की समझ का गहरा विस्तार करती है?
- क्या किताब अपनी चुनी हुई विषयवस्तु के लिए अपनी भाषा का आविष्कार करने की कोशिश कर रही है?
- किताब अपनी विषयवस्तु, भाषा और सरंचना में हमारे समय के व्यक्ति, समाज और संसार की विशिष्ट परिस्थितियों की खोजबीन कैसे करती है?
पुरस्कार के लिए शॉर्ट लिस्ट की घोषणा जून के अंत में की जाएगी।
2024 के सम्मान के लिए चयनित किताब की घोषणा 26 जुलाई 2025 को कथाकार शशिभूषण द्विवेदी के जन्मदिवस पर की जाएगी।