किताब परिचय
हुसैनाबाद सल्तनत दोहरी मार झेल रहा है। एक तरफ उसकी सरहद पर ज़बर्दस्त खान अपनी सेना के साथ खड़ा है वही शाह महल मे खौफ़ के मारे छुपा बैठा है। महल की दीवारों के भीतर बस कुछ लोग ही है जो हक़ीक़त जानते है कि शाही तख़्त पर एक श्राप है। उसपर बैठने वाला ज्यादा समय तक जिंदा नही बच पाता!
आखिर क्या है इस खूनी तख़्त का राज़?
कॉमिक बुक लिंक: प्रतिलिपि
लेखक परिचय
अमन मुंबई के रहने वाले हैं। उनकी शिक्षा दीक्षा मुंबई में ही हुई है। 24 वर्षीय अमन की साहित्य में रुचि रखते हैं और प्रतिलिपि नामक एप्प में निरंतर लिखते रहते हैं। वह हॉरर और कॉमेडी की विधा में ही अक्सर अपनी कलम चलाते हैं। वह स्वभाव से एकांतप्रिय हैं और इसलिए एकांत नाम से अपनी रचनाएँ प्रकाशित करते आए हैं।
प्रतिलिपि कॉमिक्स पर वह इन्टर्न एडिटर भी रह चुके हैं।
संपर्क
ई मेल: amansinghbts@gmail.com
आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (06-10-2021) को चर्चा मंच "पितृपक्ष में कीजिए, वन्दन-पूजा-जाप" (चर्चा अंक-4209) पर भी होगी!
—
सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
—
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
चर्चाअंक में पोस्ट शामिल करने लिए हार्दिक आभार।
बहुत शुक्रिया विकास जी अपने ब्लॉग पर इसे स्थान देने के लिए🙏🙏
शुक्रिया…
विश्लेषणात्मक पुस्तक परिचय।
साधुवाद।
जी आभार मैम