एक बुक जर्नल – प्रतियोगिता #1

 

‘जो दिखता है वो बिकता है’ यह कथन हमेशा से ही प्रासंगिक रहा है। आज के समय में जब हम लोग सूचनाओं के सैलाब से घिरे हुए हैं तो ऐसे में यह कथन और भी ज्यादा प्रासंगिक हो जाता है। हर कोई नजर में आना चाहता है लेकिन ऐसा सभी के लिए मुमकिन नहीं हो पाता है। ऐसे में कई ऐसी चीजों से व्यक्ति उस वक्त महरूम हो जाता है जब उसे उनकी तलाश थी।
यहाँ एक बुक जर्नल में भी हमारा मानना है कि कई बार जो दिखता है वो बिकता जरूर है लेकिन जरूरी नहीं कि केवल वही अच्छा हो। कई बार कई अच्छी चीजें कम दिखती हैं और इस कारण उनकी पहुँच कुछ सीमित लोगों तक रह जाती है।
किताबों के मामले में तो कई बार मेरे देखने में आया है कि ऐसी कई किताबें होती हैं जो कि अचानक ही आपसे टकरा जाती हैं। जब आप उन्हें पढ़कर खत्म करते हैं तो आपके मन में सबसे पहला ख्याल यही आता है कि:
क्यों ये किताब आपको पहले न मिली?

क्यों इस किताब के विषय में लोग बातें नहीं करते हैं?

क्यों ये किताब इतनी अंडररेटड हैं?
ये किताबें न किसी बेस्ट सेलर लिस्ट का हिस्सा बनती हैं और न ही कभी कोई लेख ही इन पर देखने को मिलता है। लेकिन फिर भी जब यह किताब आपकी ज़िंदगी में दाखिल होती हैं तो कई चर्चित किताबो को किनारे कर आपके मन के कोने में अपनी एक जगह बना देती हैं।
तो दोस्तों ‘एक बुक जर्नल’ की यह पहली प्रतियोगिता ऐसी ही अंडररेटड किताबों को उभारने की एक मुहिम है। हमारा प्रयास है की ऐसी ही भीड़ में खोई हुई ऐसी किताबों को एक विस्तृत पाठकवर्ग के समक्ष लाया जाए। और इस काम में हमें आपकी मदद की जरूत है।
आपसे हमें एक लेख की दरकार है। एक लेख जिसमें मौजूद हो ऐसी ही पाँच अंडररेटड किताबों की कहानी। आप हमें ऐसी पाँच किताबों के विषय में लिख भेजिए जो कि आपकी नजर में अंडररेटड हैं। ऐसी किताबें जिनके विषय में आपको लगता है कि यह उतनी नहीं दिखती जितनी की दिखनी चाहिए। जिनके विषय में आपको लगता हो कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनके विषय में जानना चाहिए था।
आपके लेख का हमें इंतजार रहेगा। लेख प्राप्त होते ही उन्हे एक बुक जर्नल के फेसबुक पृष्ठ और वेबसाइट पर भी प्रकाशित किया जाएगा।
लेख भेजने की अंतिम तारीक 30 सितंबर 2020 है।
लेख आप हम तक कैसे पहुँचा सकते हैं?

लेख के साथ आपको हमें क्या भेजना होगा?

लेख की शब्द सीमा क्या है?

प्रतियोगिता के लिए कोई पुरस्कार है या नहीं?
ऐसे ही कुछ प्रश्न आपके मन में अभी उठ रहे होंगे। अगर ऐसा है तो इन सब प्रश्नों के उत्तर आपको निम्न लिंक पर मिल जाएंगे:
अगर फिर भी कोई सवाल रहता है तो आप अपने प्रश्न टिप्पणी के रूप में उधर दर्ज कर सकते हैं। हम उत्तर देने का प्रयास करेंगे।
आपके लेख की हमें प्रतीक्षा रहेगी।

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About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर लिखना पसंद है। साहित्य में गहरी रूचि है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

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