दैनिक जागरण द्वारा वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही यानी जुलाई से सितम्बर के बीच सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों की सूची जारी की जा चुकी है। कथा, कथेतर, अनुवाद और कविता श्रेणी में यह सूची जारी की गयी है। अनुवाद श्रेणी में जिन पुस्तकों ने जगह बनाई है वह निम्न हैं:
द हिडन हिंदू 1 – अक्षत गुप्ता | अनुवाद: अक्षत गुप्ता

पुस्तक विवरण:
इक्कीस साल का पृथ्वी एक अधेड़ और रहस्यमयी अघोरी ओम् शास्त्री की तलाश कर रहा है, जिसे पकड़कर भारत के एक सुनसान द्वीप पर अत्याधुनिक सुविधाओं के बीच भेज दिया गया। विशेषज्ञों की एक टीम ने जब उस अघोरी को नशे की दवा दी और पूछताछ के लिए सम्मोहित किया, तो उसने दावा किया कि वह सभी चार युगों-सतयुग, त्रेता, द्वापर व कलियुग–(हिंदू धर्म के अनुसार चार युग) को देख चुका है और रामायण तथा महाभारत की घटनाओं में हिस्सा ले चुका है।
जीवन के बाद मृत्यु के नियम को भी बेअसर साबित करनेवाले ओम् के अविश्वसनीय अतीत से जुड़े खुलासे सभी को हैरान कर देते हैं। उस टीम को यह भी पता चला कि ओम् हर युग के दूसरे अमर लोगों की भी तलाश कर रहा है। ऐसे विचित्र रहस्य अगर सामने आ गए तो प्राचीन धारणाएँ हिल जाएँगी और भविष्य की दिशा ही बदल जाएगी। तो यह ओम् शास्त्री कौन है? उसे पकड़ा क्यों गया? पृथ्वी उसे क्यों ढूँढ़ रहा है?
सवार हो जाइए ओम् शास्त्री के रहस्यों, पृथ्वी की तलाश और हिंदू पौराणिक कथाओं के रहस्यों से भरे अन्य अमर लोगों के कारनामों की इस नाव पर, और चलिए एक रोचक और रोमांचक यात्रा पर।
प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन | पुस्तक लिंक: अमेज़न
महागाथा: पुराणों से 100 कहानियाँ – सत्यार्थ नायक | अनुवाद : आशुतोष गर्ग

पुस्तक विवरण:
पौराणिक साहित्य में रुचि रखने वालों के लिए यह पुस्तक खज़ाना है। ब्रह्मा की सृष्टि से लेकर विष्णु भगवान के सुदर्शन तक अनेक कहानियों को लेखक ने इसमें समेटा है।
प्रकाशक: हार्पर कॉलिंस पब्लिशर्स | पुस्तक लिंक: अमेज़न
द नागा वॉरियर्स: बैटल ऑफ गोकुल -2 – अक्षत गुप्ता | अनुवाद: अक्षत गुप्ता

पुस्तक विवरण:
क्या अनाम नागा अमर है और वर्ष 2025 में भी जीवित है? क्या अजा और शंभूजी सहित गोकुल के अठारह अंतिम रक्षक योद्धा सरदार ख़ान और हज़ारों क्रूर अफ़गानों की सेना के सामने सफल हुए या परास्त हो गए? क्या हिमालय की रहस्यमयी पर्वतमालाओं में धर्म के अलौकिक रक्षकों को ध्रुव अंतत: खोज पाया? नागा योद्धाओं के अंतिम युद्ध के अनुभव में डूबने से पहले स्वयं को तैयार कर लें। यह अनुभव आपको एक अनसुनी गाथा में छिपे इतिहास, दैवीय हस्तक्षेप और घातक किंवदंतियों की यात्रा पर ले जाता है। गोकुल के नायकों के अशांत अतीत, उनकी अटूट प्रतिबद्धता और नि:स्वार्थ बलिदान के बारे में जानें, जिसने हमारे अनमोल वर्तमान को आकार दिया है। नागा वॉरियर्स खंड 2 आध्यात्मिक योद्धाओं और दुर्जेय अवतार को धर्म के राक्षसी शत्रुओं के विरुद्ध एकजुट करता है।
प्रकाशक: | पुस्तक लिंक: अमेज़न
द नागा वॉरियर्स – अक्षत गुप्ता | अनुवाद: अक्षत गुप्ता

पुस्तक विवरण:
भविष्य की तैयारी के लिए हमारे पूर्वजों ने नागा साधुओं के समूह का निर्माण किया—जो धर्म की रक्षा के लिए कटिबद्ध योद्धा थे जैसा कि आठवीं शताब्दी में आदि गुरु शंकराचार्य ने घोषणा की थी। शिव भक्तों का यह पंथ नि:स्वार्थ और निर्भीक भाव से लड़ता रहा और धर्म रक्षा के लिए डटा रहा। सदियों से वे धर्म और मंदिरों की रक्षा के लिए वीरता पूर्वक लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति देते रहे। सन् 1757 में 111 नागा साधुओं ने अपने देवताओं की मूर्तियों से दिव्यास्त्र प्राप्त किए। महादेव में अपनी अटूट आस्था की वजह से उन्होंने गोकुल के मंदिरों की रक्षा के लिए अदम्य साहस अर्जित किया। एक निडर नागा योद्धा अजा के नेतृत्व में वे 4000 अफगानी सिपाहियों, 200 घुड़सवारों, 100 ऊँट सवारों और 20 तोपों के समक्ष अभेद्य दीवार की तरह खड़े हो गए। उस बर्बर अफगान सेना का नेतृत्व सरदार खान कर रहा था जो मंदिरों को ध्वस्त करने और भारत में नरसंहारों को अंजाम देने वाले अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली का सबसे निर्दयी सिपहसालार था। वह युद्ध अभी भी जारी है। यह नागा योद्धाओं के साहस और ज़िद का वादा है। यह उन शिव भक्तों का संघर्ष है जो मनुष्य रूप में शैतानों के विरुद्ध हो रहा है। यही गोकुल की लड़ाई है।
प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन | पुस्तक लिंक: अमेज़न
शौर्य गाथाएँ – विक्रम सम्पत | अनुवाद: संदीप जोशी

पुस्तक विवरण:
यह किताब भारतीय इतिहास के उन पंद्रह भूले-बिसरे और गुमनाम बहादुर स्त्री-पुरुषों के कृत्यों, कालखंड और उनके योगदानों पर प्रकाश डालती है जिन्होंने न केवल रणभूमि में हथियार उठाए बल्कि विपरीत परिस्थितियों में भी आशा की किरण जलाए रखी।
उन्होंने धर्म और अपनी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए आक्रांताओं से बहादुरी पूर्वक लोहा लिया।
मणिपुर के राजर्षि भाग्यचंद्र जय सिंह, अहमदनगर की चांद बीबी, असम के लचित बरफुकन, अवध की बेगम हजरत महल, उल्लाल की रानी अब्बक्का चौटा, त्रावणकोर के मार्तंड वर्मा, वारंगल की रानी रुद्रम्मा देवी, गुजरात की रानी नायकी देवी और बंदा सिंह बदादुर कुछ ऐसे ही योद्धा हैं जो अपने देश की संस्कृति और परंपरा के लिए लड़े थे।
प्रकाशक: पेंगुइन रैंडम हाउस | पुस्तक लिंक: अमेज़न
द हिडन हिंदू 3 – अक्षत गुप्ता | अनुवाद: अक्षत गुप्ता

पुस्तक विवरण:
देवध्वज कौन है–नागेंद्र या ओम ? परिमल और एल.एस.डी. एक-दूसरेपर भरोसा नहीं कर पाते हैं; जबकि नागेंद्र मृत्यु हो जाने के बाद भी पुनर्जीवित होजाता है–पूर्ण स्वस्थ और पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली रूप में । परशुरामऔर कृपाचार्य धराशायी हो चुके ओम् के अतीत में उलझ गए हैं; जबकि वृषकपिनिश्चित मृत्यु से लड़ रहा है, जो मिलारेपा को पहले ही निगल चुकी है।
शक्तिशाली अश्वत्थामा समझ नहीं पाते कि अन्य चिरंजीवी सभी मोर्चों परकैसे नष्ट हो गए । शेष शब्द कहीं छपे हैं ? क्या नागेंद्र उन सभी को ढूँढ़कर श्लोकपूरी कर पाएगा, या जो चिरंजीवी हैं, वे उसे रोक लेंगे ? निश्चित विनाश की ओरबढ़ते चिरंजीवी लोगों के अप्रत्याशित रहस्य को जानें, जिनका समय समाप्त होता जा रहा है।
प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन | पुस्तक लिंक: अमेज़न
द हिडन हिंदू 2 – अक्षत गुप्ता | अनुवाद अक्षत गुप्ता

पुस्तक विवरण:
अब भी अतीत की बातों के उत्तर ढूँढ़ते ओम् का साक्षात्कार अज्ञात से होता है। मृत संजीवनी पुस्तक दुष्टों के हाथ लग जाने के बाद क्या धर्मपरायण लोग विजयी हो पाएँगे?
मृत संजीवनी में कौन से रहस्य हैं, जो गलत हाथों में पडऩे पर अराजकता और विनाश ला सकते हैं?
ओम् कौन है? एल.एस.डी. और परिमल की वास्तविकता क्या है? अन्य अमर लोग कहाँ छिपे हैं? क्या हैं ये शब्द, जो अजीबोगरीब गूढ़ जगहों में बिखरे पड़े हैं और नागेंद्र इन्हें क्यों इकट्ठा कर रहा है?
‘द हिडन हिंदू-2’ के साथ एक रोमांचक यात्रा पर उन स्थानों तक चलिए, जहाँ आप पहले कभी नहीं गए हैं, जबकि अविभाज्य त्रिमूर्ति उन शब्दों को ढूँढ़ती है, जिनका नश्वर, देवताओं और राक्षसों के लिए अमरता से भी बड़ा एक उद्देश्य है।
प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन | पुस्तक लिंक: अमेज़न
एक दिन जिंदगी बदल जाएगी – सरण्या उमाकंथन | अनुवाद: प्रिया लटवाल

पुस्तक विवरण:
जीवन में तमाम बाधाओं के बावजूद अपने सपनों को थामे रखना आसान नहीं होता। इस पुस्तक में ऐसे ही एक युवक-युवती की कहानी है। भावनाओं का सुंदर चित्रण पाठकों को आकर्षित करता है।
प्रकाशक: प्रकाश बुक्स इंडिया | पुस्तक लिंक: अमेज़न
इंडिया अर्थात भारत – जे साईं दीपक | अनुवाद: पंकज सक्सेना

पुस्तक विवरण:
पुस्तक यूरोपीय औपनिवेशक मानसिकता की पड़ताल करती है। साथ ही भारतीय संविधान की उत्पत्ति का रेखांकन भी करती है। इसमें सहिष्णुता, मानवतावाद और धर्मनिरपेक्षता खोजने का प्रयास भी है।
प्रकाशक: ब्लूम्सबरी पब्लिशिंग | पुस्तक लिंक: अमेज़न
रॉ हिटमैन – एस हुसैन ज़ैदी | अनुवाद: रचना भोला यामिनी

पुस्तक विवरण:
मास्टर थ्रिलर लेखक एस. हुसैन ज़ैदी : रॉ हिटमैन: एजेंट लीमा की असली कहानी में धोखे और साज़िश से भरी दास्तान ले कर आए हैं। सच्ची घटनाओं पर आधारित यह क़िताब आखि़र तक पाठकों का रोमांच बनाए रखेगी। सितंबर 2011 , गैंगस्टर्स राजू परगई और अमित आर्य के डबल मर्डर ने उत्तराखंड राज्य को हिला कर रख दिया। परगई भारत में हथियारों की तस्करी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा बनने की राह पर था। वह देखते ही देखते अपराध जगत की सीढ़ियाँ चढ़ता चला गया – पर इसके साथ ही भारतीय इंटेलीजेंस एजेंसियों के निशाने पर भी आ गया। उनमें से ही एक एजेंसी ने उसे मारने के लिए अपने एक गुप्त हत्यारे एजेंट लीमा को भेजा था। मर्डर के अगले दिन लक्ष्मण & लकी बिष्ट को हलद्वानी में उसके घर से गिरफ़्तार कर लिया गया। वह एक एनएसजी कमांडो था जो एल.के.अडवाणी और गुजरात के तत्कालीन मुख्य मंत्री नरेंद्र मोदी जी जैसे नेताओं का निजी सुरक्षा अधिकारी भी रह चुका था। उस पर दोहरे क़त्ल का आरोप लगाया गया। इसके बाद एक ऐसी कहानी शुरू होती है जो रहस्य और संदेह के कोहरे में लिपटी है। क्या एजेंट लीमा और लकी बिष्ट एक ही व्यक्ति थे और अगर वे एक ही व्यक्ति नहीं थे तो लकी बिष्ट पाँच वर्ष से अधिक समय जेल में क्यों सड़ता रहा उसे अलग-अलग जेलों में क्यों रखा गया जमानत की अर्जी क्यों नामंजू़र कर दी गई जबकि वह तो सरकार के लिए काम कर रहा था।
प्रकाशक: साइमन एंड शूस्टर | पुस्तक लिंक: अमेज़न
विस्तृत सूची में जिन पुस्तकों ने जगह बनायी है वह निम्न हैं:
- कितने गाजी आए कितने गाजी गए – के जे एस ‘टाईनी’ ढिल्लों | अनुवाद: नितिन माथुर – आनंद राय | प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन | पुस्तक लिंक:अमेज़न
- नेहरू का भारत – आदित्य मुखर्जी | अनुवाद: आलोक बाजपेई | प्रकाशक: पेंगुइन रैंडम हाउस | पुस्तक लिंक: अमेज़न
- तुम और मैं – डॉ. आदित्य आर. निघोट | अनुवाद: धर्मेंद्र त्रिपाठी | प्रकाशक: प्रकाशक बुक्स | पुस्तक लिंक: अमेज़न
- विश्वबंधु भारत – एस जयशंकर | अनुवाद: सुजाता शिवैन | प्रकाशक: रूपा पब्लिकेशंस | पुस्तक लिंक: अमेज़न
- ज़िंदगी का सफर: जावेद अख्तर…- जावेद अख्तर, नसरीन मुन्नी के…| अनुवाद: आमिर मलिक | प्रकाशक: मंजुल पब्लिशिंग हाउस | पुस्तक लिंक: अमेज़न
- बलिदान – स्वप्निल पांडेय | अनुवाद: केतन मिश्रा | प्रकाशक: हार्पर कॉलिन्स | पुस्तक लिंक: अमेज़न
- दोगलापन – अशनीर ग्रोवर | अनुवाद: मंजीत ठाकुर | प्रकाशक: पेंगुइन रैंडम हाउस | पुस्तक लिंक: अमेज़न
- संसार: देवताओं की घाटी में प्रवेश – सक्षम गर्ग | अनुवाद: आशुतोष गर्ग | प्रकाशक: मानुल पब्लिशिंग हाउस | पुस्तक लिंक: अमेज़न
- साधारण फिर भी असाधारण – सुधा मूर्ति | अनुवाद: यामिनी रामापल्लविर | प्रकाशक: पेंगुइन रैंडम हाउस | पुस्तक लिंक: अमेज़न
- रतन टाटा: एक प्रकाश स्तम्भ – शांतनु नायडू | अनुवाद: अखिलेश अवस्थी | प्रकाशक: मंजुल पब्लिशिंग हाउस | पुस्तक लिंक: अमेज़न
