छतरपुर जिले की साहित्यकार, उपन्यासकार, कथाकार, कवयित्री, आकाशवाणी कलाकार एवं संपादक श्रीमती शोभा शर्मा के संपादन में ३४० पृष्ठों की पुस्तक ‘भाव पंखुड़ियाँ’ का प्रकाशन हुआ । यह एक साझा काव्य संकलन है।
इस काव्य संकलन में छतरपुर नगर की महिला साहित्यिक संस्था विदुषी वामा मंच की तेईस (२३) साहित्यकार विदुषी कवयित्रियों की साहित्यिक उपलब्धियों सहित, परिचय, फोटो सहित दस दस कविताओं को संकलित किया गया है। जो नगर की जानी मानी साहित्यकार और कवयित्रियाँ हैं।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. बहादुर सिंह परमार, डॉ. श्रीमती प्रोफेसर गायत्री वाजपेयी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अर्चना गुड्डू सिंह, महिला मोर्चा म.प्र. की उपाध्यक्ष नंदिता पाठक, श्री वीरेंद्र प्रताप सिंह बुंदेला रिटायर्ड एस.डी.ओ. जंगल विभाग, अवनींद्र खरे ‘अंशुमान’ के कर कमलों द्वारा पुस्तक का लोकार्पण किया गया।
आयोजन का शानदार संचालन वरिष्ठ कवयित्री, आकाशवाणी कलाकार श्रीमती संध्या श्रीवास्तव ‘सांझ’ ने किया।
संकलन में २३ कवत्रियाँ विदुषी शोभा शर्मा प्रतिभा चतुर्वेदी, आभा श्रीवास्तव, विमल बुंदेला, रजनी कटारे ‘हेम’, डा.इंदु मिश्र, संध्या श्रीवास्तव सांझ, डा.ऊषा अग्रवाल ‘जलकिरण’, विनीता गुप्ता डा.अमिता अरजरिया, साधना नगेले, डॉ.मंजूलता आर्य, स्मिता जैन ‘रेवा’, वीणा सक्सैना ‘वाणी’, प्रभा वैद्य ‘विधु’ आशा शुक्ला ‘कृतिका’, नम्रता शुक्ला ‘कृष्णप्रिया’, जया शर्मा ‘प्रियंवदा’, कु.स्मिता पाठक ‘रिनी’, कु.अदिति उपाध्याय, डा.संध्या श्रीवास्तव,राखी सेन एवं विशेष आग्रह पर प्राप्त कविताएँ व आलेख, डॉ. प्रोफेसर गायत्री वाजपेयी व वरिष्ठ कवयित्री मालती श्रीवास्तव शामिल हैं।
इस आयोजन में नगर के साहित्यकार वरिष्ठ कवि, डा.रामभरोसा पटेल, पं. हरिशंकर जोशी, सीताराम साहू ‘निर्मल’ नीरज खरे, शिवेंद्र शुक्ला भी मौजूद रहे।
सभी सम्मलित विशिष्ट अतिथियों एवं विदुषी कवयित्रियों को पुस्तक की एक एक प्रति एवं विदुषी वामा विदुषी वामा साहित्य विभूषण और साहित्य शिरोमणि सम्मान से सम्मानित करते हुए स्मृति चिह्न भेंट किए गए। आयोजन शोभा शर्मा के निवास पर किया गया।
बहुत समय से मुझे इस किताब की प्रतीक्षा थी। मुझे आदरणीय लेखिका जी की भाषा शैली बहुत पसंद है। वजह है उनकी पहली उपन्यास “एक थी मल्लिका” का पढ़ा जाना। वह उम्दा किताब थी उम्मीद है जल्द ही इसे भी पढ़कर टिप्पणी से अवगत करवाऊंगा।
प्रतीक्षा रहेगी।