पुस्तक अंश: फेमस फाइव और ख़ुफ़िया रास्ता – एनिड ब्लाइटन

पुस्तक अंश: फेमस फाइव और ख़ुफ़िया रास्ता - एनिड ब्लाइटन


‘फेमस फाइव और ख़ुफ़िया रास्ता’ एनिड ब्लाइटन के अंग्रेजी उपन्यास फाइव गो एडवेंचरिंग अगेन’ का हिन्दी अनुवाद है। इस उपन्यास को डॉ सुधीर दीक्षित और रजनी दीक्षित द्वारा हिन्दी में अनूदित किया गया है। यह किताब मंजुल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गयी है।

फेमस फाइव और ख़ुफ़िया रास्ता फेमस फाइव श्रृंखला का दूसरा उपन्यास है। इस उपन्यास में जोर्ज, जूलियन, डिक, एन और टिमोथी एक बार फिर किरिन कोटेज में रोमांचक कारनामे करते हुए दिखते हैं। आज हम आपके लिए फेमस फाइव श्रृंखला के इस उपन्यास के अध्याय रोमांचक खोज का एक छोटा सा अंश लेकर आये हैं। उम्मीद है आपको यह अंश पसंद आयेगा। 

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रोमांचक खोज


जॉर्ज की चीख सुनकर मिसेज सैंडर्स और बाकी तीनों बच्चे फटाफट हॉल में आ गये।

जूलियन ने चिल्लाकर पूछा, ‘क्या हुआ? क्या हुआ?’

जॉर्ज ने कहा, ‘जब टिम ने बिल्ली पर छलाँग लगाई, तो वह पटिये वाली दीवार से टकरा गया। पटिया एक तरफ को सरक गया और दीवार में गड्ढा दिखने लगा।’

‘यह पटिया तो सरक जाता है!’ डिक गड्ढे में झाँकते हुए रोमांच से बोला। ‘वाह! क्या आपको इसके बारे में पता था, मिसेज सैंडर्स?’

‘ओह हाँ’, बूढी औरत बोली। ‘इस घर में ऐसी बहुत सी अजीब चीजें हैं। उस पटिये को मुझे बहुत ध्यान से पोंछना पड़ता है, क्योंकि अगर मैं ऊपर वाले कोने को ज्यादा कसकर पोंछती हूँ, तो यह हमेशा सरक जाता है।’

जूलियन ने पूछा,  ‘पटिये के पीछे क्या है?’ गड्ढा उसके सिर की चौड़ाई के बराबर होगा और जब उसने अपना सिर अंदर डाला, तो उसे वहाँ सिर्फ अँधेरा ही दिखा। पटिये के लगभग आठ इंच पीछे पत्थर की दीवार थी।

‘मोमबत्ती लाओ, मोमबत्ती लाओ!’ एन रोमांचित होकर बोली। ‘क्या आपके पास टॉर्च है, मिसेज सैंडर्स?’

‘नहीं,’ मिसेज सैंडर्स ने कहा। ‘लेकिन तुम चाहो तो मोमबत्ती जला सकते हो। मोमबत्ती किचन के आले में रखी है।’

एन मोमबत्ती लेने के लिए भागी। जूलियन मोमबत्ती को जलाकर पटिये के पीछे वाले छेद में ले गया। बाकी बच्चे अंदर झाँकने की उत्सुकता में जूलियन को धक्का मारने लगे।

‘धक्का मत दो,’ जूलियन ने चिढ़ते हुए कहा। ‘मूर्खों, सब्र करो, तुम्हें भी देखने का मौका मिलेगा! पहले मुझे तो देख लेने दो।’

उसने अच्छी तरह देखा, लेकिन वहाँ देखने के लिए ज्यादा कुछ था ही नहीं। पटिये के पीछे सिर्फ अँधेरा और पत्थर की दीवार थी। उसने मोमबत्ती डिक को दे दी और फिर हर बच्चे ने उस छेद में बारी-बारी से झाँककर देखा। मिसेज सैंडर्स वापस किचन में चली गई थीं। उन्हें सरकने वाले पटिये को देखने की आदत थी!

‘उन्होंने कहा था कि इस घर में ऐसी बहुत सी अजीब चीजें हैं,’ एन बोली। ‘तुम्हें क्या लगता है, यहाँ इस तरह की और कौन सी अजीब चीजें होंगी? चलो चलकर उनसे पूछते हैं।’

उन्होंने पटिये को उसकी पुरानी जगह  पर सरका दिया और फिर से मिसेज सैंडर्स के पास पहुँच गये। जूलियन ने उनसे पूछा, ‘मिसेज सैंडर्स, किरिन फार्महाउस में और कौन सी अजीब चीजें हैं?’

‘ऊपर की मंजिल पर एक अलमारी है, जिसकी लकड़ी की दीवार सरक जाती है,’ मिसेज सैंडर्स बोलीं। ‘लेकिन इतना रोमांचित होने की जरूरत नहीं है! उसमें कुछ भी नहीं है। और अँगीठी के पास एक बड़ा पत्थर है, जिसके पीछे भी कुछ छिपाने के लिए खाली जगह है। मुझे लगता है कि पुराने जमाने में लोगों की चीजें छिपाने के लिए गुप्त स्थान बनवाने का शौक था।’

बच्चे उस पत्थर की तरफ भागे, जिसकी तरफ उन्होंने इशारा किया था। उस पत्थर में एक लोहे का कुंदा था, जिससे पत्थर आसानी से ऊपर की तरफ खिसक जाता था। उसके नीचे इतनी जगह थी कि उसमें एक छोटा सन्दूक आराम से आ सकता था। वहाँ कुछ भी नहीं था, लेकिन फिर भी वह जगह रहस्यमय लग रही थी।

जूलियन ने पूछा, ‘और वह अलमारी कहाँ है?’

मिसेज सैंडर्स बोलीं, ‘मेरे बूढ़े पैर आज इतने ज्यादा थक गये हैं कि मैं सीढ़ियाँ चढ़कर ऊपर नहीं जा सकती। लेकिन तुम अपने आप वहाँ चले जाओ। सीढ़ियाँ चढ़कर दायें हाथ की तरफ मुड़ना और एक दरवाजा छोड़कर दूसरे दरवाजे के अंदर चले जाना। सबसे आखिरी आलमारी है। अलमारी का दरवाजा खोलना और नीचे हाथ डालकर टटोलना। तुम्हें वहाँ एक गूमड़ मिलेगा। उसे कसकर दबाओगे, तो दीवार सरक जाएगी।’

चारों बच्चे और टिमोथी बटर कुकीज़ खाते-खाते लपककर सीढ़ियों पर चढ़ गये। यह सचमुच बहुत रोमांचक सुबह थी।

(एनिड ब्लाइटन के उपन्यास फेमस फाइव और ख़ुफ़िया रास्ता के अध्याय रोमांचक खोज का पुस्तक अंश)

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© विकास नैनवाल ‘अंजान




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