रणविजय, तस्वीर स्रोत: लेखक के फेसबुक प्रोफाइल से साभार |
भारत सरकार के रेलवे मंत्रालय द्वारा वर्ष 2022 के प्रेमचंद पुरस्कारों की घोषणा की जा चुकी है। भारतीय रेल में प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी के रूप में कार्यरत लेखक रणविजय के उपन्यास ‘भोर उसके हिस्से की’ को इस योजना के तहत तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया है।
रणविजय को पुरस्कार स्वरूप 7000 रुपए की राशि और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
बताते चलें ‘भोर उसके हिस्से की’ एक महिला केंद्रित उपन्यास है। उपन्यास साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है। यह तीन स्त्रियों की कथा है जो कि दोस्त हैं और एक यात्रा पर जाने का मन बना लेती हैं। यह यात्रा उन्हें कैसे बदलती है और कैसे समाज द्वारा उन्हें पाहनायी गयी बेड़ियों को तोड़ने के लिए प्रेरित करती है यही उपन्यास में दर्शाया गया है।
क्या है प्रेमचंद पुरस्कार?
हर वर्ष रेल मंत्रालय (रेलवे बोर्ड) द्वारा अपने कर्मचारियों की साहित्यिक प्रतिभा और अभिरुचि को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हिंदी में कहानी, उपन्यास, नाटक एवं अन्य गद्य साहित्य के लिए ‘मुंशी प्रेमचंद्र पुरस्कार’ पुरस्कार’ दिया जाता है। हर वर्ष यह पुरस्कार तीन कर्मचारियों को दिया जाता है। सम्मानित कर्मचारियों को पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। पुरस्कार के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹20000, द्वितीय पुरस्कार के रूप ₹10000 एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में ₹7000 प्रदान किया जाता है।