वैसे तो अब सितम्बर का महीना खत्म होने को है और सितम्बर के महीने का लेखा जोखा वाली पोस्ट लिखने का समय है लेकिन चूँकि अगस्त के लेखे जोखे की पोस्ट रह गयी थी तो देर आयद दुरुस्त आयद के तर्ज पर यह पोस्ट लिख रहा हूँ।
अगस्त का महीना पढ़ने के हिसाब से कहूँ तो ठीक ठाक ही रहा। अगर जून जुलाई से इसकी तुलना करूँ तो इनके मुकाबले तो यह महीना बेहतर ही था। जहाँ जून के महीने पाँच और जुलाई के महीने छः कृतियाँ ही पढ़ी थीं वहाँ अगस्त में आठ कृतियाँ पढ़ने में सफल रहा। हाँ, ये मेरे औसत से कम जरूर है लेकिन कुछ तो बढ़ोतरी हो रही है। यह देखकर ख़ुशी हुई।
अगर अगस्त में पढ़ी गयी रचनाओं को देखूँ तो इनमें तीन उपन्यास, तीन कॉमिक, एक लघु-कथा संग्रह और एक लघु-उपन्यास हैं। अगर भाषा के हिसाब से देखूँ तो अगस्त में अंग्रेजी की दो रचनाएँ और हिन्दी की छः रचनाएँ मैंने पढ़ीं।
अगस्त में पढ़ी गयी किताबें |
अगस्त के महीने में जो रचनाएँ मैंने पढ़ीं वो निम्न हैं:
डेमन सीड – डीन कूंटज (Demon Seed – Dean Koontz)
डेमन सीड डीन कूंटज का विज्ञान गल्प उपन्यास है। उपन्यास की कहानी एक ऐसी आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस से युक्त कंप्यूटर, एडम 2, की है जिसका सपना एक इनसानी शरीर पाकर एक नये युग की शुरुआत करना होता है। यह शरीर वह एक औरत, सुसान, के माध्यम से बनाना चाहता है और इस कारण उस औरत के घर में कब्जा कर उसे अपना बन्धक बना देता है। आगे क्या होता है यही उपन्यास का कथानक बनता है।
डेमन सीड एक विज्ञान गल्प हॉरर उपन्यास है। हाँ, दर्शाए गये कंप्यूटर साइंस से जुड़े कुछ तकनीकी तत्व थोड़ा अतिश्योक्ति पूर्ण लगे लेकिन कहानी आपको बाँधने में सफल रहती है। आजकल जब तकनीक हमारे जीवन के हर हिस्से में शामिल हो गयी है और हम जरूरत से ज्यादा उस पर निर्भर होते जा रहे हैं तो यह हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हमारी इतनी निर्भरता कितनी सही है।कहानी जहाँ एक तरफ आपको तकनीक के विषय में सोचने पर तो मजबूर करती ही है वहीं लेखक ने एक पुरुषवादी कंप्यूटर के माध्यम से उस पुरुषवादी सोच पर भी प्रहार किया है जो औरत पर अपना एकछत्र राज समझती है। वह सोच जो यह समझती है कि एक औरत के हित अहित का फैसला उससे बेहतर कोई पुरुष ही ले सकता है। यह एक रोचक उपन्यास है जो मुझे पसंद आया।
रेटिंग: 3/5
उपन्यास निम्न लिंक से लिया जा सकता है:
Kindle | Paperback
विराट
दूरदर्शन में से तक एक धारवाहिक महायोद्धा विराट आता था जिसका कि मुख्य नायक विराट था। इसी धारावाहिक पर आधारित यह कॉमिक बुक श्रृंखला है विराट। विराट की पहली कॉमिक में आपका परिचय विराट से होता है। विराट कौन है और क्यों वो नायक है यह आपको पता चलता है। कॉमिक बुक मुझे पसंद आई।
कॉमिक के विषय में मेरे विस्तृत विचार आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
विराट
रेटिंग: 4/5
रिपोर्टर – महाश्वेता देवी
रिपोर्टर अमिय की कहानी है। अमिय वार्तावह नाम का एक अखबार निकालता है। वह एक रिपोर्टर है और अपने इस पेशे के चलते उसकी जिंदगी में क्या क्या परेशानी आती हैं और वह कैसे इनका सामना करता है यह उपन्यास इसी के इर्द गिर्द लिखा गया है। उपन्यास मुझे पसंद आया था। आज जब पत्रिकारिता साफ साफ़ खेमों में बंटी दिखती है तो हमे चाहिए कि अमिय जैसे और पत्रकार समाज में हों जो अपने खेमों से निकलकर जनता के विषय में सोचें।
रिपोर्टर के प्रति मेरे विस्तृत विचार आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
रिपोर्टर
रेटिंग: 3/5
किताब आप निम्न लिंक से मँगवा सकते हैं:
Paperback
द फेडिंग लाइन – एंड्रू डाउन(The Fading line – Andrew Down)
द फेडिंग लाइन एंड्रू डाउन का लिखा गया लघु-उपन्यास है। यह रोमन गैलस नाम के पुलिस डिटेक्टिव की कहानी है जो कि किन्हीं कारणवश कुछ भ्रष्टाचारी पुलिस वालो के गिरोह में शामिल हो जाता है। वह ऐसा क्यों करता है और इस गिरोह में रहकर उसे क्या क्या करना पड़ता है यही इस लघु-उपन्यास का कथानक बनता है।
यह उपन्यास 1970 से 1980 के न्यू यॉर्क में बसाया गया है। कहा जाता है कि यह वह दशक था जब न्यू यॉर्क की पुलिस में भ्रष्टाचार और शहर में नशे का कारोबार अपने चरम पर था। रोमन बुरा आदमी नहीं है लेकिन कई बार बुराई और अच्छाई के बीच एक हल्की सी रेखा होती है। कई बार पता भी नहीं चलता और लोग अच्छाई के रास्ते में चलते हुए बुराई के रास्ते पर चल निकलते हैं। रोमन के साथ भी ऐसा ही होता है। वह आगे क्या करेगा यह देखना रोचक रहता है।
कहानी रोचक है और अंत तक आपको बाँध कर रखती है।
रेटिंग: 3/5
किताब आप निम्न लिंक से मँगवा सकते हैं:
Kindle
विराट 2
विराट दो की कहानी वहीं से शुरू होती है जहाँ पर विराट एक की कहानी खत्म हुई थी। इस भाग में विराट अपने गाँव से सुंदरगढ़ की तरफ के लिए निकलता है। सुंदरगढ़ पहुँच कर विराट को किन षड्यंत्रों का सामना करना पड़ता है यही इस कॉमिक की कहानी है। कथानक रोचक है और आपका मनोरंजन करता है। वहीं कहानी का अंत ऐसी जगह होता है जो अगले भाग के लिए उत्सुकता पाठक के मन में जगा देती है। कॉमिक मुझे पसंद आई।
विराट दो के प्रति मेरे विस्तृत विचार आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
विराट 2
रेटिंग: 4/5
मौत अब दूर नहीं – अजिंक्य शर्मा
मौत अब दूर नहीं अजिंक्य शर्मा का लिखा पहला उपन्यास है। एक रेस्त्राँ में हुए कत्ल से शुरू हुआ उपन्यास एक रोमांचकथा है जो कि अंत तक आपको बाँध कर रखता है।
किताब के प्रति मेरे विस्तृत विचार आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
मौत अब दूर नहीं
रेटिंग: 3/5
किताब आप निम्न लिंक से मँगवा सकते हैं:
Kindle
तीन साँप
तीन साँप एंथोनी का कॉमिक है। इस कॉमिक में एन्थोनी त्रिमूर्ति इंटरनेशनल नाम की संस्था से भिड़ता दिखता है। यह कॉमिक तो रोचक है लेकिन इसका दूसरा भाग आया कंकाल मेरे पास नही था और राज की साईट में भी मौजूद नहीं था तो मैं कहानी पूरी नहीं पढ़ पाया। अगर आया कंकाल भी मौजूद होता तो मजा और आ जाता।
कॉमिक के प्रति मेरे विस्तृत विचार आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
तीन साँप
रेटिंग: 3/5
किताब आप निम्न लिंक से मँगवा सकते हैं:
Paperback
बोनसाई कथाएँ – मोहित शर्मा
बोनसाई कथाएँ नाम से तो लघु-कथा संग्रह लगता है लेकिन असल में यह एक रचना संग्रह है। इस संग्रह में मोहित शर्मा की 17 रचनाओं को संकलित किया है। इन रचनाओं में कुछ लेख हैं, कुछ लघु-कथाएँ हैं और कुछ कवितायें हैं।
यह संग्रह मुझे पसंद आया।
संग्रह में मौजूद रचनाओं में से ध से धानी, भोजपुरी एंटरटेनमेंट सिंड्रोम, क्लेवरता मतलब चालाकी, तोडू न्यूज़, Procrastination vs भोले शंकर मुझे विशेष रूप से पसंद आईं।
संग्रह के प्रति मेरी विस्तृत विचार आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
बोनसाई कथाएँ
रेटिंग: 3/5
तो यह थी वो किताबें जो मैंने अगस्त के महीने में पढ़ी हैं। आप लोगों ने अग्स्त में क्या क्या पढ़ा था? अपने द्वारा पढ़ी गयी पुस्तकों की सूची जरूर साझा कीजियेगा।
पुस्तकों के बारे में जानकारी देने के लिए धन्यवाद।
जी आभार सर।