जब यह लॉकडाउन शुरू हुआ था तो लगा था कि इसका मैं भरपूर फायदा उठाऊँगा। इतने सालों से जो किताबें इक्कठा कर दी हैं उन्हें पढूँगा लेकिन अप्रैल की सूची को देखता हूँ तो पाता हूँ कि पढ़ने की गति मेरी पहली सी है। थोड़ा कम ही हुई है, बढ़ी नहीं है।
अप्रैल में पढ़ी गयी किताबें |
अप्रैल में पढ़ी गयी कृतियों की सूची निम्न है। कुछ के बारे में लिखा है और कुछ के विषय में बाद में लिखूँगा। बहरहाल अगर आप किताबो के प्रति विस्तृत राय पढ़ना चाहते हैं तो नाम पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
- ‘8 डाउन’ सहारनपुर पैसेंजर – सौरभ कुमार एल(कहानी संग्रह)
- घाचर-घोचर – विवेक शानभाग(उपन्यास)
- Murder In the Chowdhury Palace – Sharmishtha Shenoy(उपन्यास)
- Ghost Stories of Shimla Hills by Minakshi Chaudhry(कहानी संग्रह)
- Hit and Run by Lawrence Block(उपन्यास)
- I have no mouth and i must scream – Harlan Ellison (कहानी संग्रह)
- The Wish – Catherine Stowall(उपन्यासिका)
- पृथ्वी के छोर पर – शरदिंदु मुकर्जी(यात्रा संस्मरण)
- Something from the Nightside- Simon R Green(उपन्यास)
- आधिरा मोही:भाजी ऑफ़ द डेड(कॉमिक)
अप्रेल में चार उपन्यास, तीन कहानी संग्रह (जिसमें से एक काफी महीनों से चल रहा था),एक उपन्यासिका, एक यात्रा संस्मरण और एक कॉमिक बुक ही पढ़ पाया।
सबसे पहले कहानी संग्रहों की बात करूँ तो इस बार तीन कहानी संग्रह पढ़ें: 8 डाउन सहारनपुर पैसेंजर, घोस्ट स्टोरीज ऑफ़ शिमला हिल्स, आई हेव नो माउथ एंड आई मस्ट स्क्रीम।
8 डाउन सहारनपुर पैसेंजर सौरभ कुमार एल द्वारा लिखी गयी कहानियों का पठनीय संग्रह था जिसमें किसी गुलदस्ते की भाँति तरह तरह के कहानियों के पुष्प थे। अलग अलग विधाओं की कहानियों जैसे हॉरर,सस्पेंस,विज्ञान गल्प,रहस्य इत्यादि को लेखक ने पाठक के समक्ष प्रस्तुत किया था। कुछ को पढ़कर लगा था जैसे वो अनुवाद हो और उस अनुवाद में सुधार की उम्मीद थी लेकिन फिर भी यह एक बार पढ़ा जाने वाला संग्रह है। कुछ नया प्रस्तुत करता है।
इस महीने पढ़ा हुआ दूसरा कहानी संग्रह घोस्ट स्टोरीज ऑफ़ शिमला हिल्स था। मीनाक्षी चौधरी जी ने इस संग्रह में उन भूतहा किस्सों को साझा किया है जो कि उन्होंने शिमला में रहते हुए संग्रहित किये थे। यह किस्से ऐसे हैं जिनमें नाटकीयता नहीं है। क्योंकि मैं खुद पहाड़ से आता हूँ तो मैंने भी इसी तरह के कई किस्से सुने हैं। इन्हें सुनते वक्त डर नहीं लगता लेकिन अगर यह किसी अँधेरी रात को आपके साथ घटित होंगे तो आपको जरूर खौफ का अहसास होगा।
इस महीने पढ़ा गया तीसरा संग्रह हरलन एलिसन का आई हेव नो माउथ एंड आई मस्ट स्क्रीम था। यह संग्रह मैं कई महीनो से पढ़ रहा था। इसकी कहानियाँ मुझे पसंद आई लेकिन इसके विषय में तब लिखूँगा जब एक बार और इसे पढ़ लूँ। शायद इसी साल दोबारा इसे पढूँगा। अगर आपको वीयर्ड फिक्शन पसंद है तो यह भी पसंद आएगा। संग्रह की ज्यादातर कहानियाँ हॉरर और विज्ञान गल्प हैं।
अब उपन्यासों पर आये तो इस बार चार उपन्यास पढ़े:घाचर घोचर, मर्डर इन चौधरी पैलेस,हिट एंड रन और समथिंग फ्रॉम द नाईट साइड।
घाचर घोचर विवेक शानबाग का उपन्यास है। मूल रूप से कन्नड़ में लिखे गये उपन्यास का हिन्दी संस्करण मैंने पढ़ा था । यह एक ऐसे परिवार की कहानी है जो पहले एक निम्न मध्यमवर्गीय था और अब अमीर हो चुका है। यह दौलत परिवार के सदस्यों और मूल्यों में क्या बदलाव लेकर आती है उसी को विवेक ने इस उपन्यास के माध्यम से दर्शाया गया है। उपन्यास रोचक है और मुझे पसंद आया। हाँ, उपन्यास चूँकि काफी चर्चित हो चुका है तो आप बिना अपेक्षा के इसे पढ़ियेगा तभी आप इसका लुत्फ़ ले पायेंगे।
मर्डर इन चौधरी पैलेस शर्मिष्ठा शेनॉय का नया उपन्यास है। यह एक मर्डर मिस्ट्री है। यह कहानी दुर्गा की है जिसने अभी अभी चौधरी खानदान के वारिस देबनारायण चौधरी से शादी करी है। चौधरी खानदान को यह श्राप मिला है कि उनके कुल का बड़ा बेटा जल्द ही मृत्यु का ग्रास बन जायेगा और ऐसे में जब दुर्गा के पति की मृत्यु हो जाती है तो सभी इसे श्राप का असर समझते हैं। पर क्या असल में ऐसा है? चौधरी परिवार के सदस्यों के चेहरे पर भले ही आत्मीयता का नकाब हो लेकिन उनके इरादे नेक नहीं हैं। दुर्गा भी सुरक्षित नहीं है। वहीं दुर्गा भी वो नहीं है जो वो दर्शाती है। यह उपन्यास मुझे बुक रिव्यु टूर्स के माध्यम से रिव्यु करने को मिला था। उपन्यास एक रहस्यकथा है। उपन्यास की एक कमी जो मुझे लगी वह यह थी कि इसमें भूमिका बनाने के लिए काफी समय लिया गया था। इससे शुरुआत की कहानी थोड़ी बोझिल सी प्रतीत होती है। कम पृष्ठों में भूमिका सेट की जाती तो उपन्यास भले ही छोटा होता लेकिन कथानक और बेहतर हो जाता। हाँ, एक बार रहस्य शुरू होता है तो आप उपन्यास खत्म किये बिना उठ नहीं सकते हैं।
इस महीने पढ़ा तीसरा उपन्यास लॉरेन्स ब्लॉक द्वारा लिखित हिट एंड रन था। हिट एंड रन जॉन केलर श्रृंखला का चौथा उपन्यास है। जॉन केलर एक सुपारी किलर है जो कि पैसे लेकर हत्या करता है। अब यह इस धंधे से किनारे होना चाहता है। जितना पैसा वो कमाना चाहता था वो कमा चुका है। बस एक आखिरी काम उसे अंजाम देना है। लेकिन यहीं गड़बड़ हो जाती है और उस पर एक गवर्नर के कत्ल का इल्जाम लग जाता है। ऐसे में वो कैसे अपनी जान बचाता है यही इस उपन्यास का कथानक बनता है। उपन्यास रोचक है और मुझे पसंद आया। केलर का किरदार मुझे पसंद आया। वह एक आम आदमी जैसा है। उसका शौक डाक टिकट इकट्ठा करना है और थोड़ा थोड़ा वह दार्शनिक किस्म का इनसान है। उसके विषय में पढ़ते हुए आप सोचते रहते हो कि वह इस धंधे में क्यों और कैसे आया? केलर श्रृंखला के दूसरे उपन्यास मैं जरूर पढ़ना चाहूँगा।
अप्रैल में पढ़ा गया आखिरी उपन्यास साइमन आर ग्रीन द्वारा लिखा गया समथिंग फ्रॉम द नाईटसाइड है। यह नाईट साइड श्रृंखला का पहला उपन्यास है। जॉन टेलर एक प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर है जिसे कि चीजें ढूँढने में महारथ हासिल है। वह नाईट साइड में जन्मा था और नाईट साइड में जन्मे कई लोगों की तरह उसके अंदर भी कुछ अलौकिक शक्तियाँ हैं। नाईट साइड लन्दन के मध्य में मौजूद एक ऐसी जादुई जगह है जहाँ हमेशा रात्री के तीन बजे रहते हैं। यहाँ दुनिया के सभी परालौकिक शक्तियाँ मौजूद हैं और आम व्यक्ति इसकी कल्पना ही नहीं कर सकता है। जॉन टेलर पाँच साल पहले इस जगह को छोड़कर आ गया था। लेकिन अब पाँच साल बाद उसे इधर दोबारा जाना है। एक नया केस उसे मिला है और न चाहते हुए भी वह यह मामला ले लेता है। आगे क्या होता है यही इस उपन्यास का कथानक बनता है। कथानक चुस्त है और रहस्य अंत तक बरकरार रहता है। नाईट साइड एक रोचक जगह है जहाँ मैं दोबारा जरूर जाना चाहूँगा।
अप्रैल के महीने में मैंने एक यात्रा संस्मरण पृथ्वी के छोर पर भी पढ़कर खत्म किया। डॉक्टर शरदिंदु मुकर्जी ने इस पुस्तक में अपनी अन्टार्कटिका यात्रा के संस्मरणों को साझा किया है। 36 अध्यायों में विभाजित यह किताब बेहद रहस्यमय और रोमांचक जगह से आपका परिचय कराती है। आपको एक बार जरूर इसे पढ़ना चाहिए।
कैथरीन स्टोवल द्वारा लिखी गयी द विश एक उपन्यासिका है जिसे मैंने अप्रैल में पढ़ा था। छोटे छोटे लघु उपन्यास और उपन्यासिका पढ़ने में मुझे मजा आता है। आप कुछ ही देर में इसे खत्म कर देते हैं और कहानी से ज्यादा यह आपको संतुष्ट करती है। द विश एक ऐसी लेखिका कैरोलीन एडम्स की कहानी है जो प्रसिद्धि के लिए शैतान से एक सौदा करती है। इस उपन्यासिका में लेखिका कैथेरीन ने वह वक्त दर्शाया है जब इस सौदे की मियाद पूरी होने वाली होती है। तब कैरोलीन के मनोभाव क्या होते हैं यही कथानक बनता है। ऐसी कई कहानियाँ मैंने पढ़ी और देखी हैं लेकिन फिर भी इसे पढ़ना रोचक था।
अप्रैल के महीने में मैंने एक कॉमिक आधिरा मोही: भाजी ऑफ़ द डेड भी पढ़ी। आधिरा मोही श्रृंखला की यह पहली कॉमिक बुक है। यह आधिरा और मोही नाम की दो लड़कियों की कहानी बतलाती है। आधिरा और मोही दोस्त हैं और एक दूसरे के सुख दुःख की साथिन हैं। उनकी दुनिया तब पलट जाती है जब उनके इलाके में जोम्बी आ जाते हैं। आगे क्या होता है यही कॉमिक का कथानक बनता है। कॉमिक मुझे पसदं आई। कॉमिक का आर्टवर्क विशेष रूप से आकर्षित करता है।
मेरे द्वारा अप्रैल में पढ़ी गयी किताबों को आप पढ़ना चाहें तो निम्न लिंक से जाकर खरीदकर पढ़ सकते हैं:
‘8 डाउन’ सहारनपुर पैसेंजर – सौरभ कुमार एल
घाचर-घोचर – विवेक शानभाग
Murder In the Chowdhury Palace – Sharmishtha Shenoy
Ghost Stories of Shimla Hills by Minakshi Chaudhry
Hit and Run by Lawrence Block
I have no mouth and i must scream – Harlan Ellison
The Wish – Catherine Stowall
पृथ्वी के छोर पर – शरदिंदु मुकर्जी
Something from the Nightside- Simon R Green
आधिरा मोही:भाजी ऑफ़ द डेड
आप लोगों इस अप्रैल में क्या पढ़ा?
कमेंट्स में अपनी सूची जरूर साझा कीजियेगा। हो सकता है मुझे अपनी अगली किताब मिल जाए।
© विकास नैनवाल ‘अंजान’
मैंने अप्रैल माह में जो पढ़ा उसकी लिस्ट निम्न है –
सेक्रेड गेम्स – विक्रम चंद्रा
शहीद-ए-आजम भगत सिंह – रवि पब्लिकेशन
असफल अभियान – सुरेन्द्र मोहन पाठक
खाली वार – सुरेन्द्र मोहन पाठक
कैच मी इफ यु कैन – संतोष पाठक
साथ ही 7-8 राज कॉमिक्स भोकाल और इंस्पेक्टर स्टील की