- क्राइम फिक्शन राइटर सुरेंद्र मोहन पाठक ने किया उपन्यास का लोकार्पण
- धारदार सस्पेंस से ओतप्रोत है ‘आर्टिस्ट’
नयी दिल्ली. 15 दिसंबरः क्राइम फिक्शन लेखन में अपने बेहतरीन थ्रिलर उपन्यासों के लिए जाने-जानेवाले लेखक, अमित खान के नये उपन्यास, ‘आर्टिस्ट’ “’ का प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नयी दिल्ली, में भव्य लॉन्य हुआ। क्राइम फिक्शन के बेताज बादशाह सुरेंद्र मोहन पाठक ने प्रशंसकों की भारी मौजूदगी के बीच इसे लॉन्च किया।
लॉन्च के अवसर पर लेखक, अमित खान के संबंध में श्री पाठक ने कहा कि अमित खान ने किताबों से शुरूआत करके फिल्मों और वेबसीरीज में अपना एक मुकाम स्थापित किया है। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने उपन्यास लेखन से मुँह नहीं मोड़ा, यह एक बेहद सराहनीय कदम है। वह उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।
![](https://ekbookjournal.com/wp-content/uploads/2024/12/41shyuC-7uL._SY445_SX342_.jpg)
अपने नये उपन्यास ‘आर्टिस्ट’ के संबंध में अमित खान ने बताया कि यह एक धारदार सस्पेंसफुल उपन्यास है। आमतौर पर सस्पेंस उपन्यासों में मुख्य किरदार को हत्यारे का पता लगाना होता है लेकिन इसमें यह भी सस्पेंस रहता है कि आखिर हत्या किसकी हुई है। वह कहते हैं कि ऐसा घुमावदार भारतीय क्राइम फिक्शन जगत में कम ही लिखा गया है। एक मकान के इर्द-गिर्द घूमने वाले इस कथानक में छह संभावित कातिल हैं, लेकिन अंत ऐसा घुमवादार है कि पढ़ने वालों के यह होश उड़ा सकता है। कातिल का पता लगाने के अलावा पुलिस को यह भी पता लगाना है कि कत्ल किसका हुआ है।
कार्यक्रम में विमोचन के बाद एक बातचीत का सेशन भी हुआ जिसमें अमित खान ने उपन्यास, लेखन और फिल्मों के विषय पर कई सवालों के उत्तर भी दिए। इसमें उन्होंने बताया कि भले ही उनका सबसे मकबूल किरदार कमांडर करण सक्सेना हो लेकिन लेखन में उन्हें स्टैंड अलोन थ्रिलर लिखना पसंद है। ऐसा इसलिए क्योंकि कमांडर के उपन्यास में जहाँ सबको पता रहता है कि कमांडर आखिर में जीतेगा उससे उलट एक स्टैंड अलोन थ्रिलर उपन्यास लेखक को कई तरह के प्रयोग करने का मौका दे देता है जिसमें उन्हें मज़ा आता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने घटते पाठक वर्ग के विषय में बताया कि अब पाठक वर्ग बढ़ रहा है क्योंकि ऑनलाइन भी काफी पढ़ा जा रहा है। वहीं उन्होंने उभरते लेखकों को भी यह सलाह दी कि वह ऐसा लिखे जिसे हर तरह के माध्यम में ढाला जा सके जिससे वह अपनी कहानियों को ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुँचा सकें। चूँकि अमित खान फिल्म इंडस्ट्री से भी संबंध रखते हैं तो उन्होंने पाठकों के फिल्मों से संबंधित कई सवालों का भी उत्तर दिया।
आर्टिस्ट के विषय में बताते चलें कि इस पुस्तक का प्रकाशन, साहित्य विमर्श प्रकाशन की ओर से किया गया है। पुस्तक हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में प्रकाशित हुई है। इसे साहित्य विमर्श की वेबसाइट पर या अमेज़न जाकर खरीदा जा सकता है। साहित्य विमर्श प्रकाशन के हितेश रोहिल्ला ने बताया कि अमित खान क्राइम फिक्शन जगत में एक बेहद लोकप्रिय लेखक के तौर पर जाने जाते हैं। उनके प्रशंसकों की काफी तादाद है। उनके वेबसीरीज और फिल्म लेखन के वजह से भी उन्हें चाहने वालों की तादाद में खासा इजाफा होता है।
अमित खान के संबंध मे
![अमित खान](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjM3BQxuBytHHZ0l66Dx9tbOUQGK2yBUhcA0G-g2Oev_dY6e8mO5kNyPhSHP-PKC7RThvc9kbyD_yhSmv6hbN6C03_xO_QZAScIMI0hB17_jDcRd88OrodWyl5FkUw7FUu3Eovo1vEVtYw/s600/amitkhan.jpg)
मुंबई में बसे अमित खान ने अब तक 100 से अधिक उपन्यास लिखे हैं। कमांडर करण सक्सेना, रीटा सानयाल उनके रचे मकबूल किरदारों में से हैं। उन्होंने अपना पहला उपन्यास 15 वर्ष की उम्र में ही लिख डाला था। हाल ही में आये वेबसीरीज रीटा सान्याल और कमांडर करण सक्सेना उनके ही किरदारों पर आधारित हैं। इसके अलावा उनके कई अन्य वेबसीरीज हैं। अमित खान ने फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में भी हाथ आजमाया है। उनकी फिल्म ‘ऑब्जेक्शन माई लॉर्ड’ को प्रशंसकों और समालोचकों ने समान रूप से सराहा है।
साहित्य विमर्श के संबंध में
देश भर में फैले 11 दोस्तों के साथ 2020 में शुरू हुई प्रकाशन संस्था, साहित्य विमर्श प्रकाशन ने अब तक 75 से अधिक किताबें प्रकाशित की हैं। स्थापित लेखकों के साथ-साथ नये लेखकों को मंच प्रदान करने वाली प्रकाशन संस्था, गंभीर और लोकप्रिय साहित्य के लिए समर्पित है। उपन्यासों के अलावा कहानी संकलन, बाल उपन्यास के साथ-साथ संस्था अब हिंदी के अलावा अंग्रेजी सहित अन्य भाषाओं में भी पठनीय और समृद्ध सामग्री प्रकाशित कर रही है। संस्था से https://www.sahityavimarsh.in/contact-us/ पर संपर्क किया जा सकता है।