‘लौट आई छाया’: एक आकर्षक ऑफर

अमित खान हिन्दी अपराध साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षरों में से एक हैं। हाल ही में उनका उपन्यास लौट आई छाया हिन्द पॉकेट बुक्स द्वारा प्रकाशित किया गया है। 
‘लौट आई छाया’ छाया घोष की कहानी है जो कि अपनी मृत्यु के बाद  दोबारा जीवित होकर लौट आती है। उसके लौटने के पीछे क्या राज है यही उपन्यास का कथानक बनता है।
इस किताब में उपन्यास ‘लौट आई छाया’ के साथ अमित खान की तीन कहानियों को भी संकलित किया गया है।
पुस्तक पाठकों के पास पहुँच रही है और पाठकों का भरपूर प्यार इसे मिल रहा है। 
अब अमित खान अपने पाठकों के लिए एक नया ऑफर लेकर आये हैं। ओस ऑफरकी जानकारी उन्होंने निम्न पोस्टर साझा करके अपने फेसबुक अकाउंट और ग्रुप्स में दी है।

 

अगर आप 21 से 25 दिसम्बर के बीच उनके नये उपन्यास लौट आई छाया की प्रति बुक कराते हैं तो आप किताब तो पाएंगे ही साथ में निम्न चीजें भी आपको मिलेंगी।
 

  1. आप अमित खान के शीघ्र पुनः प्रकाशित हो रहे उपन्यास ‘बिच्छू का खेल’ की प्रति को आधे दामों में पा सकते हैं। आपको बताते चलें कि बिच्छू का खेल पर आधारित वेब सीरीज हाल ही में एल्ट बालाजी के द्वारा रिलीज़ की गयी थी

    यह भी पढ़ें: बिच्छू के खेल के रील लेखक दिव्येंदु की रियल लेखक वेद प्रकाश काम्बोज से बातचीत

  2. आपको लेखक के और से अपने ऑटोग्राफ के साथ नववर्ष की शुभकामनाओं का संदेश प्रेषित किया जायेगा।
  3. आपको kukufm द्वारा एक सरप्राइज गिफ्र्ट भी दिया जाएगा
अब आप सोच रहे होंगे कि आप यह सब कैसे प्राप्त करेंगे। तो, आपको 21 से 25 दिसम्बर 2020 के बीच किताब का आर्डर अमेज़न पर करना है और आर्डर का स्क्रीन शॉट 9372257140 पर व्हाटएप्प कर देना है। आगे की जानकारी आपको उधर से ही प्राप्त होगी। 

किताब आप निम्न लिंक पर आर्डर कर सकते हैं:
पेपरबैक

© विकास नैनवाल ‘अंजान’


FTC Disclosure: इस पोस्ट में एफिलिएट लिंक्स मौजूद हैं। अगर आप इन लिंक्स के माध्यम से खरीददारी करते हैं तो एक बुक जर्नल को उसके एवज में छोटा सा कमीशन मिलता है। आपको इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। ये पैसा साइट के रखरखाव में काम आता है। This post may contain affiliate links. If you buy from these links Ek Book Journal receives a small percentage of your purchase as a commission. You are not charged extra for your purchase. This money is used in maintainence of the website.

About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर लिखना पसंद है। साहित्य में गहरी रूचि है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

View all posts by विकास नैनवाल 'अंजान' →

0 Comments on “‘लौट आई छाया’: एक आकर्षक ऑफर”

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (23-12-2020) को   "शीतल-शीतल भोर है, शीतल ही है शाम"  (चर्चा अंक-3924)   पर भी होगी। 
    — 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    — 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।  
    सादर…! 
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 

    1. जी चर्चा अंक में मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद।

  2. रोचक और विस्तृत जानकारी पुस्तक के बारे में ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *