एक हसीना का कत्ल – जो नेस्बो

रेटिंग : 1.5/5(ये रेटिंग किताब के लिए नहीं अनुवाद के लिए है। किताब के विषय में अपनी राय रखने के लिए मैं अभी असमर्थ हूँ। )
किताब 27 नवम्बर, 2016 से 12 दिसम्बर,2016 के बीच पढ़ी गई

संस्करण विवरण:
फॉर्मेट : पेपरबैक
पृष्ठ संख्या : 435
प्रकाशक : वेस्टलैंड बुक्स और यात्रा बुक्स
अनुवादक : प्रभात रंजन
आई एस बी ऐन : 9789385152832

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में  नॉर्वेजियन युवती इंगर होल्टर का बेदर्दी से क़त्ल हो चुका था। इसकी तहकीकात ऑस्ट्रेलियाई पुलिस तो कर ही रही थी लेकिन नॉर्वे के तरफ से हैरी होल को तहकीकात के लिये भेजा गया था।
लेकिन ऑस्ट्रेलियाई पुलिस उससे ये उम्मीद रखती है कि वो इस मामले में ज्यादा न उलझे और एक दर्शक की तरह ही रहे।

वहीं होल का ऑस्ट्रेलिया का ये पहले दौरा है। वो यहाँ के समाज से भी वाकिफ नहीं  है इसलिए वो यहाँ के अफसरों को अपने खिलाफ नहीं कर सकता है।  उसे उनको साथ में लेकर काम करना होगा।

लेकिन जब तहकीकात आगे बढती है तो ये संभावना दिखने लगती है कि इंगर का कत्ल किसी सीरियल किलर ने किया हो सकता है। उसके जैसे कई और कत्ल ऑस्ट्रेलिया में हुए हैं।

क्या होल कातिल का पता लगा पायेगा? क्या ऑस्ट्रेलियाई पुलिस उसका साथ देगी? क्या सच में कोई सीरियल किलर है या ये पुलिस का वहम है?


एक हसीना का क़त्ल जो नेस्बो (Jo Nesbo) द्वारा लिखित हैरी होल सीरीज के पहले उपन्यास द बैट (flaggermusmannen / The Bat ) का हिंदी अनुवाद है।

मैं  इस पोस्ट में इस किताब के विषय में नहीं केवल अनुवाद के विषय में ही बात करना चाहूँगा।

मैं व्यक्तिगत तौर पर अगर किसी कृति को पढना चाहता हूँ तो मेरी कोशिश यही  रहती है कि मैं उस कृति को उसी भाषा में पढूँ जिसमे वो मूल रूप से लिखी गयी हो। लेकिन अगर वो हिंदी और अंग्रेजी में मूल रूप से नहीं लिखी गयी है तो ही मैं उसके अनुवाद की तरफ रुख करता हूँ।

हैरी होल का ये उपन्यास चूँकि नोर्वेजियन भाषा में मूल रूप से छपा था तो मेरे पास दो अनुवादों का विकल्प था। मैं इसे या तो अंग्रेजी में प्रकाशित द बैट के रूप में पढता या हिन्दी में प्रकाशित एक हसीना के क़त्ल के रूप में। मैंने हिंदी चुना क्योंकि मुझे लगा अनुवाद तो अनुवाद है।

इसको पढने से पहले मेरे मन में एक शंका भी थी। ये उपन्यास अंग्रेजी के अनुवाद से अनूदित है। इसलिए मूलतः हम अनुवाद का अनुवाद पढ़ रहे हैं। अब ऐसे में मन में एक शंका का जागना लाजमी है। हम अपने भावों को भाषा में अनूदित करके लिखते हैं। फिर जब कोई उसका अनुवाद करता है तो वो लेखक के  लिखे को जैसा समझ रहा है उसके हिसाब से अपनी भाषा में उसे लिखता है। इस पुस्तक के मामले में तो ये प्रक्रिया दो बार हुई है। यहाँ मेरे कहने का मतलब ये है कि मैं इस उपन्यास से ज्यादा खुश तब होता जब ये मूल नोर्वेजियन भाषा से ही अनूदित होता। खैर, मेरे मन में ये शंका तो थी कि मैं अनुवाद का अनुवाद पढ़ रहा हूँ लेकिन उत्साह और उम्मीद भी थी। जो नेस्बो ने कई थ्रिलर लिखे हैं और हैरी होल सीरीज को काफी वृद्ध है तो मुझे लगा कि अब ये श्रृंखला हिंदी में पढने को मिलेगी तो ज्यादा मज़ा आएगा।

लेकिन अफ़सोस इस अनुवाद ने मुझे बुरी तरह से निराश किया है। मुझे नहीं पता अनुवादक अनुवाद करते समय क्या सोच रहे थे। मैंने प्रभात रंजन द्वारा अनूदित  बात निकलेगी तो फिर पढ़ा था और वो मुझे काफी पसंद भी आया था। इसलिए मैं इस बात को लेकर संतुष्ट भी था कि प्रभात जी इसका अनुवाद कर रहे हैं लेकिन इसको पढ़कर निराशा ही लगी।

 किताब का अनुवाद इस तरीके से किया गया है कि कई जगह अर्थ का अनर्थ हो जाता है। फिर एक थ्रिलर का सबसे महत्वपूर्ण पहलू उसकी भाषा नहीं बल्कि ये होता है कि उसमे थ्रिल यानी रोमांच हो। लेकिन ये अनुवाद उस रोमांच को बरकरार रखने में भी असफल होता है। जहाँ एक दो रोमांचक सीन थे उदाहरण तौर पर जब हैरी होल की बार में लड़ाई होता है तो वो भी इस तरह से लिखे गये हैं कि रोमांचक कम और कंफ्यूजिंग ज्यादा लगते हैं।

पहले तो अनुवाद पढ़ते समय मुझे लगा था कि हैरी के संवादों को ये दर्शाने के लिए गड़बड़ किया है कि उसका अंग्रेजी में हाथ तंग है लेकिन फिर चीजों के डिस्क्रिप्शन में भी यही बात देखने को मिलती है। कई बार तो अंग्रेजी के वाक्यों का सीधा सीधा अनुवाद कर दिया है। अब अंग्रेजी में कुछ वाक्यांश (phrase) ऐसे होते हैं जिनका मतलब कुछ और होता है लेकिन अगर उनका शाब्दिक (लिटरल) अनुवाद करें तो अर्थ का अनर्थ हो जाता है।
उपन्यास पढ़ते हुए मुझे लगा कि ऐसा ही किया गया था।

अब ज्यादा न बोलते हुए निम्न उदाहरण देखिये:

‘और जब भी वह दबाव में होता है तो कसम खाना शुरू कर देता है। ‘, उसने आगे जोड़ा। 

 मेरे ख्याल से इधर अंग्रेजी में ‘swear’ शब्द प्रयुक्त रहा होगा जिसका आशय इधर गाली बकना है। उसको ‘कसम’  जो कि swear का दूसरा अर्थ है,  नहीं कहा जा सकता। मुझे ये अनुवाद थोड़ा अटपटा लगा।

पेज 80 ‘मेरे पास कुछ भी नहीं है,और अगर तुम पुलिस वाले हो तो मैं तुम्हारे अंडकोष काट लूँगा। पहले मुझे रोटी दिखाओ, तब हम यहाँ से बाहर जा सकते हैं,’ वह जल्दी जल्दी बोल रहा था।

अंग्रेजी का एक शब्द है dough जिसका मतलब आटा भी होता है और पैसा भी। मेरा अनुमान है इधर वही इस्तेमाल हुआ था। उसकी जगह रोटी दिखाने को कहना का कोई तुक नहीं बैठता था। इसकी जगह ‘रोकड़ा’ शब्द इस्तेमाल होता तो ज्यादा सही रहता।

हैरी ने उसकी तरफ ध्यान से देखा। वह खाने पर झुककर बैठी हुई थी, ध्यान लगाए।  खाने की जूठन उसकी नाक के सामने जमा थी।  वह सुन्दर थी, यह हैरी की राय थी। 

पहले मुझे लगता था कि मैं न्याय दिलाने वाला घोडा हूँ, लेकिन अब अक्सर यह मुझे लगता है कि मैं कचरा जमा करने वाला हूँ।


‘हाँ।  मैं बूढ़ा था।  मैं बूढ़ा हिप्पी था,’ एंड्रू ने कहा। ‘अनेक नौजवान लड़कियों को सम्भोग के रहस्यों के बारे में पहला परिचय अंकल एंड्रू से हुआ। ‘
हैरी ने उसके कंधे पर टहोका दिया। ‘मुझे लगता था कि तुम बस आदर्शवाद की बातें कर रहे थे, बूढ़े बकरे।’

 ऊपर लिखे अंश में अंग्रेजी के old goat को सीधे बूढ़े बकरे में अनुवादित कर दिया है। अंग्रेजी में old goat उस आदमी को कहते हैं जो अपने से उम्र में बहुत ही ज्यादा छोटी लड़की के ऊपर आकर्षित होता है लेकिन हिंदी में बूढ़े बकरे का कोई मतलब नहीं है।  अगर इधर ठरकी या कामुक भी होता तो  चल जाता।

“तुम बस एक बड़े मुलायम भालू हो,”हैरी हँसने लगा।
अब हिंदी में इस लाइन का कोई मतलब नहीं है जबकि अंग्रेजी में  बेयर ऐसे आदमी को भी कहते हैं जो की साइज़ में काफी बड़ा हो और जिसके बहुत बाल होते हों। लेकिन अगर आपको अंग्रेजी के फ्रेज का मतलब नहीं पता होगा तो ये लाइन आपको अटपटी लगेगी।


‘अच्छा,’ हैरी ने शुरुआत की। ‘मेरी एक बहन है, माँ की मौत हो चुकी है, मैं तेयानं ओस्लो में एके फ्लैट में रहता हूँ जिससे मैं मुक्त नहीं हो सकता। पीछे मेरे कोई संबंधों का सिलसिला नही रहा है, और एक ही हुआ है जिसके मेरे ऊपर निशान रहे हैं।’
ये ‘पीछे मेरे कोई संबंधों का सिलसिला नही रहा है, और एक ही हुआ है जिसके मेरे ऊपर निशान रहे हैं।’ वाक्य मेरे लिये तो अटपटा था।

ये वाक्य  भी मुझे अटपटे लगे।


‘लगता है बारिश होने वाली है’ उसने कहा, अपने हाथों को मलते हुए।

रेडियो बोल पड़ा।
‘चार्ली मैं बहादुर हूँ।बोलो।’
लेबी ने अपने लाउडस्पीकर का बटन दबाया।’मैं चार्ली, ब्रावो, ओवर।’

तुतुम्बा केवल मनोरोगी नहीं है बल्कि वह एक मुर्गा भी है। और तुम एक मुर्गे के अंहकार को कम करके नही आँक सकते हो।

अब इधर मुझे ये समझ नहीं आया कि ये मुर्गा शब्द क्या उसकी आदिवासी जाति को दर्शानें के लिये इस्तेमाल किया है या किसी दूसरे कारण से इस्तेमाल हुआ है। हो सकता है न समझना मेरी ही कमी हो।

बाद में मैंने इन सब बातों पर ध्यान न देने की कोशिश की लेकिन  वो चूँकि मेरे उपन्यास का लुत्फ़ उठाने में आड़े आती रही तो  नोट होती रही। मैंने कुछ ही उदाहरण दिए हैं, हो सकता है कई मैंने छोड़ भी दिए हों।

आखिर में ये ही कहूंगा कि किताब के विषय में मैं अपनी राय अभी नहीं रखना चाहूँगा। अभी मैंने इस किताब का अंग्रेजी अनुवाद आर्डर किया है और उसको पढने के बाद ही किताब के ऊपर कुछ लिख पाउँगा।

अब सवाल आता है कि क्या आपको इस अनुवाद को पढ़ना चाहिए? इसके उत्तर में मैं तो यही कहूँगा कि आप ऊपर दिए उदाहरणों को पढ़िए और खुद इसका निर्णय लीजिये।

अगर इस श्रृंखला के दूसरी किताब का हिंदी अनुवाद होता है तो क्या मैं इस पढूँगा? हाँ, शायद मैं उसे खरीदूँ। क्योंकि कई ऐसे लेखक हुए हैं जिनका एक काम तो मुझे ज्यादा पसन्द नहीं आया लेकिन दूसरे काम पसंद आए। तो एक और बार मौका देने में कोई बुराई नहीं है।

इस विषय में अगर प्रकाशक इस पोस्ट पढ़ रहे हैं तो मेरी दरख्वास्त ये है कि वो पहले तो ऐसे अनुवादक को चुने जो मूल नॉर्वेजियन  भाषा से किताब को अनूदित कर सके। अगर वो सम्भव न हो तो पुस्तक प्रकाशित करने से पहले एक बार खुद अनुवाद को पढ़ ले ताकि ऐसी गलतियाँ दुबारा न हो। या एक सम्पादक को रख लें जो इन गलतियों को हटा सके।

अगर आप मेरी पोस्ट पढ़ते हैं तो आप जानते हैं कि मैं पोस्ट के आखिरी में किताब का लिंक देता हूँ लेकिन मैं इस पोस्ट में वो नहीं दूंगा क्योंकि मैं नहीं चाहता कि आप इस किताब को पढ़े और हिंदी अनुवाद के ऊपर से आपका मन खराब हो जाये।

 हाँ अगर आप पढना चाहते हैं तो प्रभात रंजन जी द्वारा अनूदित बात निकलेगी तो फिर को पढ़ें। उनके अनुवाद के ऊपर आपका भरोसा बढेगा।


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About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर उन्हें लिखना पसंद है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

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