विक्रांत गोखले लेखक संतोष पाठक का किरदार है जिसे लेकर वह जासूसी उपन्यास लिखते हैं। विक्रांत को लेकर लिखा गया उनका पहला उपन्यास अनदेखा खतरा 2017 में प्रकाशित हुआ था।
विक्रांत गोखले एक प्राइवेट डिटेक्टिव है। वह दिल्ली में रैपिड इन्वेस्टीगेशन नाम की फर्म चलाता है। इस फर्म में उसकी एक मुलाजिम शीला वर्मा है जो कि उसकी सेक्रटरी है और उसके दफ्तर का ज्यादातर कार्य करती है। वहीं विक्रांत कई मामलों में वकील नीलम तंवर की मदद लेता रहता है। नीलम विक्रांत की दोस्त है जो कि कभी घोषाल एण्ड असोशीएट्स में एक मुलाजिम थी और इस फर्म के मालिक अभिजीत घोषाल की हत्या के बाद इसकी मालकिन बन गयी थी। अभिजीत की वसीयत के कारण यह सब मुमकिन हुआ था।
इस श्रृंखला में अब तक तक निम्न उपन्यास प्रकाशित हो चुकी है:
- अनदेखा खतरा (पेपरबैक | किंडल)
- खतरनाक साजिश (पेपरबैक | किंडल)
- कत्ल की पहेली (पेपरबैक | किंडल)
- मर्डर इन लॉकडाउन (पेपरबैक | किंडल)
© विकास नैनवाल ‘अंजान’