आज का उद्धरण
कुछ ही देर अपने बचपन में रहा जा सकता है। लौटकर फिर वहीं आना होता है, जहाँ आज आप हैं और आना भी चाहिए वहीं क्योंकि अभी तक का अपना …
आज का उद्धरण Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
कुछ ही देर अपने बचपन में रहा जा सकता है। लौटकर फिर वहीं आना होता है, जहाँ आज आप हैं और आना भी चाहिए वहीं क्योंकि अभी तक का अपना …
आज का उद्धरण Read Moreज़िन्दगी की वह उम्र जब इनसान को मुहब्बत की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, बचपन है। उस वक्त पौधे को तरी मिल जाए तो ज़िन्दगी भर के लिए उसकी जड़ें …
आज का उद्धरण Read Moreइस दुनिया में दोस्ती जतन से करनी पड़ती है, दुश्मनी अपने आप हो जाती है। दुनिया से बस एक कदम आगे चलने की कोशिश करके देखो, दुनिया पीछे से उन …
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