आज का उद्धरण
आदमी घर के बाहर कदम रखते ही अपने को कपड़ों के अन्दर छिपा लेता है। नकाब पहन लेता है। किन्तु, घर के अन्दर खुला रहता है, नंगा रहता है। …
आज का उद्धरण Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
आदमी घर के बाहर कदम रखते ही अपने को कपड़ों के अन्दर छिपा लेता है। नकाब पहन लेता है। किन्तु, घर के अन्दर खुला रहता है, नंगा रहता है। …
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