आज का उद्धरण
वो सब कुछ जो हम चाहते हैं, अपनी किस्मत से, अपनी नियति से, प्रभु की असीम सत्ता से, वो मिल जाए तो फिर रोना ही किसी बात का रहेगा..कोई दुश्वारी …
आज का उद्धरण Read Moreसाहित्य की बात, साहित्य से मुलाकात
वो सब कुछ जो हम चाहते हैं, अपनी किस्मत से, अपनी नियति से, प्रभु की असीम सत्ता से, वो मिल जाए तो फिर रोना ही किसी बात का रहेगा..कोई दुश्वारी …
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