शेहान करुणातिलक अपनी पुस्तक द सेवन मून्स ऑफ माली अल्मीडिया के साथ |
वर्ष 2022 के बुकर प्राइज़ की घोषणा की जा चुकी है। वर्ष 2022 का बुकर प्राइज़ श्रीलंकाई लेखक शेहान करुणातिलक ( Shehan Karunatilak) को उनके उपन्यास द सेवन मून्स ऑफ माली अल्मीडिया (The Seven Moons of Mali Almedia) के लिए प्रदान किया गया है। यह पुरस्कार लेखक को ब्रिटेन की रानी द्वारा राउंड हाउस में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया गया। समारोह की कीनोट स्पीच (प्रधान वाच) डुआ लीपा (Dua Lipa) द्वारा दी गयी और समारोह का संचालन हास्य कलाकार सोफी डूकर (Sophie Duker) द्वारा किया गया।
द सेवन मून्स ऑफ माली अल्मीडिया (The Seven Moons of Mali Almedia) 1990 के श्रीलंका के दौरान बसायी गयी कहानी है। माली अलमीडिया एक वार फोटोग्राफर है जिसकी हत्या की जा चुकी है। माली नहीं जानता है कि उसे किसने मारा है लेकिन उसे अभी भी एक काम पूरा करना है। उसके पास तस्वीरों का एक ऐसा संग्रह है जो कि श्रीलंका की राजनीतिक हालात में सुनामी ला सकता है और उसके पास केवल सात महीने का वक्त है जिस दौरान वह उस आदमी और उस औरत से संपर्क स्थापित कर सकता है जिन्हें वह दुनिया में सबसे अधिक चाहता है। वह यह कैसे करता था यही उपन्यास का कथानक बनता है।
बुकर प्राइज़ की चयन समिति द्वारा इस उपन्यास का विवरण एक हुडनइट और ऐसे कथानक के तौर पर दिया गया है जिसमें वक्त के साथ दौड़ है, भूत हैं, चुटकुले हैं और गहरी मानवीय संवेदनाएँ हैं।
बताते चलें शेहान करुणातिलक ( Shehan Karunatilak) दूसरे श्रीलंकाई लेखक हैं जिन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया है। इससे पूर्व माइकल ओंडाटिये (Michael Ondaatje) को द इंग्लिश पेशेंट (The English Patient) के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया था।
शेहान करुणातिलक ( Shehan Karunatilak)
47 वर्षीय शेहान करुणातिलक श्रीलंका के जाने माने लेखक हैं। वह कॉलंबों में पले बढ़े और उनकी शिक्षा न्यूजीलैंड में हुई है। उन्होंने लंदन, एम्स्टरडैम और सिंगापुर में काम करते हुए प्रवास किया है। फिलहाल वह श्रीलंका में रहते हैं।
विश्व साहित्य पटल पर उनकी चर्चा 2011 में तब शुरू हुई जब उन्होंने अपने प्रथम उपन्यास चाइनामैन के लिए कॉमनवेल्थ बुक प्राइज़ (Commonwealth Book Prize), डी एस सी (DSC) और ग्रेशियन प्राइज़ (Gratiaen Prize) जीता था। उनकी किताब चाइनामैन को क्रिकेट के ऊपर लिखी गई दूसरी सबसे अच्छी किताब कहा गया है।
उपन्यासों के अलावा उन्होंने कई गीत, स्क्रिप्ट और कहानियाँ लिखी हैं जो कि कई अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।
द सेवन मून्स ऑफ माली अल्मीडिया (The Seven Moons of Mali Almedia) उनका दूसरा उपन्यास है जो पहले चैट्स विद द डेड के नाम से प्रकाशित हुआ था।
बुकर प्राइज़
1969 को प्रथम बार दिया गया बुकर प्राइज़ अंग्रेजी साहित्यिक लेखन के लिए दिए जाने वाला अग्रणी पुरस्कार है। इस पुरस्कार के लिए राष्ट्रीयता की बाध्यता नहीं है। बस लेखक का वह उपन्यास यूनाइटेड किंगडम या आयरलैंड में प्रकाशित हुआ होना चाहिए।
इससे पूर्व आइरिस मर्डोक (Iris Murdoch), वी एस नाईपुल (V S Naipul), सलमान रश्दी (Salman Rushdie), और हिलेरी मैन्टल जैसे रचनाकारों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
बुक प्राइज़ को क्रैंकस्टार्ट (Crankstart) नामक दानशील संस्थान (चैरिटेबल फाउंडेशन) द्वारा सहयोग प्रदान किया जाता है।
बुकर प्राइज़ विजेता को ट्रॉफी और सम्मान पत्र के साथ-साथ 50000 पौंड यानी लगभग 43 लाख रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाती है। इसके साथ ही शॉर्ट लिस्ट हुए लेखकों को 2500 पौंड (लगभग 2 लाख 36 हजार रुपये) की सम्मान राशि दी जाती है।
बताते चलें वर्ष 2021 का बुक प्राइज़ डैमन गैलगट (Damon Galgut) को उनके उपन्यास द प्रामिस (The Promise) के लिए प्रदान किया गया था।