स्रोत: राजस्थान पत्रिका यूट्यूब चैनल |
11 जनवरी 2022: पत्रिका समूह द्वारा वार्षिक पंडित झाबरमल्ल शर्मा स्मृति सृजनात्मक साहित्य पुरस्कारों को पंडित झाबरमल्ल शर्मा स्मृति व्याख्यानमाला की 31वी कड़ी में प्रदान किया गया। समूह के विभिन्न परिशिष्टों में प्रकाशित श्रेष्ठ कहानी और कविता के लिए हर साल ये पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। प्रकाशित कहानियों और कविताओं में से सर्वश्रेष्ठ कहानी और कविता को सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार के रूप में पुरस्कृत करता आया है।
सृजनात्मक पुरस्कारों के तहत कहानी में प्रथम पुरस्कार जयपुर के महेश कुमार की कहानी व्यक्तित्व को और द्वितीय पुरस्कार जयपुर की ही शकीला बानो को उनकी कहानी मासूम जीवन के लिए प्रदान किया गया।
कविता में प्रथम पुरस्कार तिरुवंतपुरम (केरल) की अनामिका अनु की कविता प्रवासी प्रिय को और द्वितीय पुरस्कार झाबुआ मध्य प्रदेश की मालिनी गौतम को उनकी कविता जीवन की कलाइयों पर तितली के रंग के लिए दिया गया।
कहानी और कविता में प्रथम पुरस्कार विजेताओं को पत्रिका समूह द्वारा 21000 रुपये की सम्मान राशि और द्वितीय पुरस्कार पाने वालों को 11000 रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी।
इस साल विजेता कहानियों का चुनाव करने के लिए जो चयन समिति थी उसमें भोपाल की भोपाल की युवा कथाकार इंदिरा दांगी, जोधपुर के वरिष्ठ कथाकार डॉ सत्यनारायण और नई दिल्ली की कथाकार प्रोफेसर शोभा नारायण शामिल थे। वहीं कविता श्रेणी में विजेता का चुनाव करने वाले निर्णायक मण्डल में रतलाम मध्य प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार अजहर हाशमी, भिलाई छत्तीसगढ़ की संतोष झांसी और जयपुर के हास्य कवि संजय झाला शामिल थे।
विजताओं को यह पुरस्कार पं. झाबरमल्ल शर्मा स्मृति व्याख्यानमाला के दौरान हुए एक ऑनलाइन समारोह के दौरान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली के निदेशक प्रो. वी. रामगोपाल राव द्वारा प्रदान किए गए। प्रो राव पं. झाबरमल्ल शर्मा स्मृति व्याख्यानमाला की इस 31वीं कड़ी में मुख्य वक्त के तौर पर उपलब्ध थे।