परशुराम शर्मा |
उत्तराखंड के एक पर्वतीय गाँव में उनका जन्म हुआ था। जब वह पाँचवी में थे तभी से वह मेरठ पढ़ने के लिए आ गये थे। और फिर उनकी शिक्षा दीक्षा मेरठ में ही हुई।
जब वे ग्यारहवीं में थे तब उन्होंने इब्ने सफी के किरदार विनोद हमीद को लेकर उपन्यास की रचना की और उसे प्रकाशक को भेज दिया था। प्रकाशक ने उपन्यास तो नहीं छापा लेकिन प्रोत्साहन स्वरूप उपन्यस लिखने के एवज में उन्हें 25 रूपये दिए जिसका असर यह हुआ कि युवक परशुराम ने लेखन को और शिद्दत से करने का फैसला कर लिया।
लेखक प्रेम बाजपेयी की सलाह मानकर उन्होंने जासूसी उपन्यास लिखने का मन बनाया। उनका पहला उपन्यास चीखों का संसार था जो कि कमल प्रकाशन से छपा था। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
उनके लिखे उपन्यासों में छाया श्रृंखला, बवंडर श्रृंखला, बाजीगर श्रृंखला, धुँआ श्रृंखला, आँधी श्रृंखला इत्यादि के उपन्यासों को काफी मकबूलियत हासिल हुई थी।
परशुराम शर्मा ने अपने जीवन काल में स्थाई पात्रों को लेकर श्रृंखलाबद्ध उपन्यास तो लिखे ही लेकिन इसके साथ उन्होंने क्राइम थ्रिलर भी लिखे। खून का बदला खून उनका पहला क्राइम थ्रिलर था जो कि काफी सफल हुआ था। इसके बाद उन्होंने तकरीबन 100 से ऊपर थ्रिलर उपन्यास लिखे हैं।
अपराध लेखन के साथ साथ उन्होंने हॉरर लेखन भी किया है।
परशुराम शर्मा ने अपने लेखन कैरियर में कॉमिक बुक्स भी लिखी हैं। कॉमिक बुक लेखन की शुरुआत इन्होने नूतन कॉमिकस से की थी। इसके बाद उन्होंने उस वक्त के सभी बड़े कॉमिक बुक प्रकाशकों के साथ कार्य किया था। अंगारा, नागराज, दारा, मेघदूत, विनाशदूत, भेड़िया, मिस्टर इंडिया, मिस्टर एक्स इत्यादि उनके कुछ चुनिन्दा प्रसिद्ध कॉमिक बुक पात्र हैं।
एकल उपन्यास:
- खून का बदला खून
- हर खेल है दौलत का
- खेल खेल में खून
- किसकी मौत आई
- अगिया बेताल (किंडल | पेपरबैक)
- कोरे कागज का कत्ल (किंडल | पेपरबैक)
- दस जनवरी की रात (किंडल | पेपरबैक)
- पुकार (किंडल | पेपरबैक)
- खून बरसेगा (किंडल | पेपरबैक)
- कानून की आँख (किंडल | पेपरबैक)
- बंगला नम्बर 420 (किंडल | पेपरबैक)
- पाप का मन्दिर (किंडल)
- दंगा-फसाद (किंडल)
- मोस्को माय लव (किंडल)
- आखिरी सड़क (अमेज़न)
- कंकाल टाइगर (अमेज़न)
- महारानी (अमेज़न)
- पिशाचों की मल्लिका (अमेज़न)
- अगिया बेताल का बेटा (अमेज़न)
कॉमिक बुक्स:
- नागराज
- भेड़िया
- अंगारा
(रचनाओं के नाम पर क्लिक करके उनके विषय में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।)
© विकास नैनवाल ‘अंजान’