बाबू जयरामदास जासूसी उपन्यासों के लेखक थे। वह राजघाट बनारस के रहने वाले थे।
बाबू जयरामदास गुप्त ने तिलस्मी ऐयारी और जासूसी उपन्यासों की रचना की थी।
उन्होंने उपन्यास बहार नाम के प्रकाशन संस्थान की स्थापना की थी।
उपन्यास
- रंग में भंग (1907)
- काश्मीर पतन (1907)
- माया रानी (1908)
- कलावती चाँदबीबी (1908)
- प्रभात कुमारी (1909)
- नवाबी पाकिस्तान (1909)
- बिना सवार का घोड़ा
- चम्पा
- शूर शिरोमणि
- भूतों का डेरा
- लंगडा खूनी
- किशोरी वा वीरबाला
- चांदनी और अँधेरा
- तिलस्मी बुर्ज
- फूलकुमारी