सुनील प्रभाकर

 सुनील प्रभाकर एक अपराध साहित्यकार थे। गौरी पॉकेट बुक्स से उनकी रचनाएँ प्रकाशित हुई थीं।

उनकी कुछ रचनाएँ:

  1. हत्या एक पहेली 
  2. हत्या होगी सरेआम 
  3. कौन करे कुर्बानी 
  4. लाश की गवाही 
  5. कब सूरज निकलेगा 
  6. घूँघट में छिपा कातिल 
  7. गुण्डों का मंदिर 
  8. कफम कम पड़ जायेंगे 
  9. रावण की अयोध्या 
  10. नसीब का विधाता 
  11. महँगी पड़ेगी दुश्मनी 
  12. विधवा की सुहागरात 
  13. मेरी बीवी मेरी कातिल 
  14. खून बनेगा तेज़ाब 
  15. नसीब मेरी ठोकर पर 
  16. मासूम गुनाह 
  17. हत्यारी औरत 
  18. यह कैसा इंसाफ 
  19. इंतकाम की आग 
  20. मौत हर कहीं है 
  21. बिन ब्याही विधवा 
  22. मौत का ताण्डव 
  23. आगे पीछे मौत 
  24. कौन लड़ेगा वर्दी से 
  25. जमीन का खुदा 
  26. मर्डर इज़ माई हॉबी 
  27. मुर्दे भी बोलते हैं 
  28. कानून से बचना मुश्किल है 
  29. चौथा खम्भा 
  30. महाबली 
  31. रातों का बादशाह 
  32. बूँद-बूँद में माँ का नाम 
  33. महानायक 
  34. कब्र मेरी माँ

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