लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक अपनी नवीन पुस्तक के साथ (साहित्य विमर्श फेसबुक पेज से साभार) |
हिन्दी अपराध कथा लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की नवीन पुस्तक साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा हाल ही में रिलीज की गई। सुरेन्द्र मोहन पाठक की यह पुस्तक ‘मौत का विलाप एवं अन्य कहानियाँ’ एक रचना संग्रह है जिसमें उनके लघु-उपन्यास ‘मौत का विलाप’ के साथ-साथ समय-समय पर आई उनकी आठ अन्य कहानियों को संकलित करके छापा गया है। इस संग्रह में उनकी प्रथम कहानी 57 साल पुराना आदमी, जो कि 1959 में प्रकाशित हुई थी, को भी संग्रहित किया गया है।
बताते चलें इससे पूर्व लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की प्रसिद्ध विमल शृंखला का उपन्यास ‘गैंग ऑफ फोर’ हिन्द पॉकेट बुक्स से फरवरी 2022 में प्रकाशित हुआ था। यह उपन्यास इस शृंखला के पूर्व उपन्यास ‘मैं अपराधी जन्म का’ का दूसरा भाग था।
कौन हैं सुरेन्द्र मोहन पाठक
1940 में खेमकरण पंजाब में जन्में सुरेन्द्र मोहन पाठक हिंदी के लोकप्रिय अपराध साहित्यकार हैं। अनुवाद के माध्यम से लेखक क्षेत्र में दाखिल हुए सुरेन्द्र मोहन पाठक की प्रथम कहानी 57 साल पुराना आदमी वर्ष 1959 में प्रकाशित हुई थी और उनका प्रथम उपन्यास ‘पुराने गुनाह नये गुनाहगार’ वर्ष 1963 में नीलम जासूस नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। अब तक उनकी तीन सौ के करीब पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।