शोपीजन लेकर आया है कहानी प्रतियोगिता ‘मन की गहराई से’

 

शोपीज़न लेकर आया है कहानी प्रतियोगिता 'मन की गहराई से'

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शोपीजन भारत की स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में  लेखकों के लिए एक आकर्षक कहानी प्रतियोगिता ‘मन की गहराई से’ लेकर प्रस्तुत हुआ है।  इस कहानी प्रतियोगिता में लेखकों को अपने जीवन के किसी प्रसंग, अनुभव या सत्य घटना को  एक कथा/कहानी के रूप में शोपीजन प्लेटफॉर्म में प्रकाशित करना है। 

प्रतियोगिता के अन्य नियम निम्न हैं:

शब्द संख्या: 500 – 3000 शब्द 

रचना भेजने का समय: 1 जुलाई 2022 से लेकर 31 जुलाई 2022 तक 

अन्य नियम:

प्रतियोगिता के नियम:-

  1. आपकी मौलिक कहानियों को ही स्वीकार किया जाएगा। 
  2. 1 जुलाई से 31 जुलाई 2022 तक ही रचनाएँ स्वीकार होंगी। 
  3. दिये गए विषय से संबधित कहानी  ही प्रतियोगिता के लिए स्वीकार होगी।
  4. एक प्रतियोगी एक से अधिक कहानियां प्रविष्ट कर सकता है। 
  5. रचनाएँ शॉपिज़न की ऑफ़िशियल वेब-साइट https://shopizen.in/ अथवा ‘शॉपिज़न-एप’ (गूगल प्ले-स्टोर पर उपलब्ध) पर ही स्वीकार की जाएँगी। 
  6. इस प्रतिस्पर्धा में Safariinfosoft तथा शॉपिज़न के कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य भाग नहीं ले सकते।
  7. प्रतिस्पर्धा के परिणाम शॉपिज़ेन द्वारा अधिकृत निर्णायक-मंडल द्वारा घोषित किए जावेंगे। इस संबंध में समस्त विवाद अमान्य होंगे। 
  8. शॉपिज़ेन पर पहले से प्रकाशित रचनाएँ अस्वीकृत होंगी।
  9. शॉपिज़न द्वारा विश्वास पारित किया जाता है कि निर्णय पूर्णतः निष्पक्ष होगा। किसी-भी प्रकार की आपत्ति के सम्बन्ध में आप support@shopizen.in पर मेल कर सकते हैं।
  10. लेखक/लेखिका द्वारा प्रेषित कथा/कहानी प्रकार स्व-रचित तथा मौलिक हो, किसी भी दूसरे साहित्यकार की किसी भी कृति, आईडिया अथवा विचार प्रयोग करने पर रचना रद्द कर दी जावेगी। इस प्रकार के किसी भी विवाद के संबंध में शॉपिज़ेन द्वारा अहमदाबाद न्यायालय की सीमा के भीतर लेखक/लेखिका के ख़िलाफ़ सख़्त क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी।
  11. लेखक/लेखिकाओं द्वारा प्रेषित कथा/कहानी प्रकार अन्य किसी डिजिटल-मंच या अन्य कोई भी माध्यम पर पर पहले प्रकाशित न हुए हो ये आवश्यक है। स्पर्धा में स्वीकृत और विजेता कृतियाँ शॉपिज़ेन के आलावा कहीं और प्रकाशित करना निषिद्ध है। 
  12. प्रतिस्पर्धा में किसी भी प्रकार की राजनैतिक/धार्मिक-भावनाओं को उकसाने/भड़काने, अश्लील-सामग्री, अपशब्द, राजनैतिक/धार्मिक मुद्दों अथवा किसी भी व्यक्ति-विशेष को इंगित करने वाली रचनाएँ पूर्णतः प्रतिबंधित है।
  13. देश के नेताओं तथा गणमान्य व्यक्तियों पर टीका-टिप्पणी अथवा किसी भी व्यक्ति-विशेष की भावनाओं को आहत करने वाली रचनाओं की समस्त ज़िम्मेदारी शॉपिज़न की नहीं वरन लेखक/लेखिका की होगी।
  14. पुरस्कार राशि सिर्फ भारतीय, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बैंक खाते में ही जमा की जाएगी। विजेताओं के खाते इन तीनों मे से किसी एक देश की बैंक में होना आवश्यक है।  

इस प्रतियोगिता के विजेता को जो पुरस्कार मिलेंगे वो निम्न हैं:

प्रथम पुरस्कार: 1000/- रू. 

द्वितीय पुरस्कार: 700/- रू.

तृतीय पुरस्कार: 500/- 

इसके अतिरिक्त पॉंच उत्कृष्ट रचनाओं को शॉपिज़न प्रकाशन की पुस्तकें उपहार स्वरूप दी जाएँगी और इनके अलावा सर्वोत्तम 10 रचनाओं को सहभागिता प्रमाणपत्र दिये जाएँगे। 

आप इस प्रतियोगिता में भाग निम्न लिंक पर क्लिक करके कर सकते हैं:

शोपीजन: मन की गहराई से


FTC Disclosure: इस पोस्ट में एफिलिएट लिंक्स मौजूद हैं। अगर आप इन लिंक्स के माध्यम से खरीददारी करते हैं तो एक बुक जर्नल को उसके एवज में छोटा सा कमीशन मिलता है। आपको इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। ये पैसा साइट के रखरखाव में काम आता है। This post may contain affiliate links. If you buy from these links Ek Book Journal receives a small percentage of your purchase as a commission. You are not charged extra for your purchase. This money is used in maintainence of the website.

About एक बुक जर्नल

एक बुक जर्नल साहित्य को समर्पित एक वेब पत्रिका है जिसका मकसद साहित्य की सभी विधाओं की रचनाओं का बिना किसी भेद भाव के प्रोत्साहन करना है। यह प्रोत्साहन उनके ऊपर पाठकीय टिप्पणी, उनकी जानकारी इत्यादि साझा कर किया जाता है। आप भी अपने लेख हमें भेज कर इसमें सहयोग दे सकते हैं।

View all posts by एक बुक जर्नल →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *